एक 22 साल का लड़का नाम हरि हर और उसके साथ उसकी छोटी बहन नाम श्री हर और दादा रघु हर हैं। ये सब शहर से थोड़ी दूर एक घर जहां उनके खेत हैं l वहां रहते है हरि के माता पिता की मौत एक कार दुर्घटना में हो चुकी हैं । उसे ओर उसकी छोटी बहन को बचपन से उसके दादा ने ही संभाला है। उसके दादा उन के खेतो से फल ओर सब्जी को बेचकर उसकी पोती के स्कूल की फीस देते हैं।ओर उनका पोता जिसने अपनी स्टडी को छोड़ दिया है ताकि मदद कर के उसके बूढ़े दादा को आराम से रखें ओर अपनी बहन श्री को स्कूल भेज कर पढ़ना चाहता है ।हमारी कहानी में दिखाया जाता हैं कि रात में हरि के दादा ओर बहन को वो दोनो न्यूज चैनल पर देखते हैं कि कैसे दुनिया में अचानक से कई बदलाव आते जा रहें हैं नए नए पेड़ पौधे ओर जीव जन्तु साइंटिस्ट को मिल रहे है। तभी हरि कहता है अब बहुत रात हो चुकी हैं आप दोनों सजाइए।सब साथ में एक ही कमरे में सो रहे हैं।सुबह हरि अलार्म की आवाज से उठता है और उसे की बहन ओर दादा को भी उटा देता है। ओर श्री को स्कूल के लिए तैयार होने को बोलता हैं उन सभी के लिए नाश्ता बनाता हैं।सभी अपना नाश्ता कर के काम कर ते है।श्री स्कूल चली जाती हैं उसके स्कूल बस से ओर उनके दादा खेत में काम करते हैं।ओर हरि।खेत में सब्जी व फल के बीज ओर कुछ अनाज के बीज ओर खाद लेने के लिए अपने छोटे ट्रक से मार्केट जाता हैं।उसे सब लेने में दोपहर हो जाती हैं। उस के दादा उसे फोन कर के बोलते है कि आते समय अपनी बहन श्री को स्कूल से लेकर आजाय स्कूल से फ़ोन आया है कि बस में कुछ दिक्कत है।हरि कहता हैं ठीक है में श्री को स्कूल से लेकर आजाउंगा।फोन काटने के बाद हरि अपनी बहन श्री के स्कूल जाता है।मगर हरि किसी चीज से टकरा जाता हे!वह डर जाता हे ओर शोचता हे काही मैंने किसी को मार तो नहीं दिया!हरि शोचते हुए ट्रक से बाहर देखता हे ,की वह तो एक अजीव सा जानवर हे !जिसे उसने कभी नहीं देखा , अचानक से वह जानवर उट जाता हे ओर हरि को देख कर घुर्राता हे! हरि डर कर जल्दी से अपने ट्रक मे बेट जाता हे !ओर ट्रक को चालू कर कर उससे जानवर को दूसरी बार ठोक देता हे ओर सीधा उसकी बहन के स्कूल निकल जाता हे! उसे आवाज आती हे आसमान से वह जब देखता हे तो आसमान लाल हो रहा होता हे ओर अजीब सी काली बिजली चमक रही हे! वह ओर जल्दी से ट्रक चलता हे! ओर आदे घंटे मे स्कूल पहुचकर उसकी बहन को ट्रक मे बेठके ले जाता हे! हरि देखता हे की सड़क पर गाड़ी खड़ी थी ओर लोग भी बहुत कम दिख रहे थे हरि अपने दादा के बारे मे सोचता हे की वो ठीक तो होंगे! ओर आगे की ओर जाता जा रहा हे बस आधे घंटे मे वो दोनों पहुच जाते हे! गर के बाहर उन के दादा चिंता मे बेटे थे .. मगर उन दोनों को ठिक ठाक देख के उन की चिंता खत्म हो गई .... पर आसमान को देख के वह घबरा रहे थे जेसे उनकी इंद्रिया (senses ) को कोई बहुत बड़ा खतरा महसूस हो रहा हो .. .. वो तीनों अब घर मे चले जाते हे! ओर खाना बना कर खा कर सब सो जाते हे .. रात के 2:30 बजे हरि की नींद कुछ आवाजों से खुल जाती हे । वह सोचता हे सायेद उन के खेत मे उन के घर से दूर वाले के जानवर फिर से आगए होगे । हरि उठ कर एक लाठी लेकर बाहर अपने खेत मे देख ता हे उसे वहा एक इंसान जेसी पर उससे बड़ी छाया दिखती हे। हरि चिल्लाते हुए उस से पूछ ता हे वह कोन हे ,ओर इतनी रात को उनके खेत मे क्या कर रहा हे। . हरि पास जाता हे ओर देखते ही चिल्ला देता हे उस की चीख सुन उसे दादा (रघु) बाहर देखेते हे। की उन का पोता हरि किसी के सामने खड़ा हे हरि डर ते हुए भागता हे पर वह छाया जिससे वह भाग रहा था वह भी हरि के पीछे भागती हे हरि दादा को बोलता हे की वह गेट बंद कर दे पर दादा हरि के बिना गेट बंद नहीं कर रहे थे तभी अचानक वह छाया हरि को अपने पंजे से मार कर उसे काटता हे यह देख हरि के दादा उसके पास आरहे थे पर हरि ने उन्हे रोक ओर कहा आप जल्दी से ट्रक लेकन श्री को लेकर भाग जाईए। वह monster हरि के दादा को देख कर उन पर जाता हे पर हरि उसके पेर पकड केर उसके दादा को ओर श्री को भाग ने को कहता हे। वह monster हरि को मार देता हे यह देख उसे के दादा रोते हुए घर मे जाकर गेट बंद कर देते हे पर monster गेट तोड़ने की कोशिश करता हे हरि के दादा ओर बहन दोनों गेट पर बड़ी ओर भारी सामान रख देते हे पर वह भी उस monster को रोक नहीं पता हे धीरे-धीरे गेट टूटता जारहा था.... ओर खेत मे हरि अपनी अनंती सास लेते समय उसके दादा ओर बहन को बचाने के बारे मे सोचते हुए खुद को कोसते हुए बोलता हे अगर वो कमजोर न हो ता तो आज सब को बचा लेता। यह बोल कर वह मर जाता ह। ओर दूसरी ओर वह monster गेट तोड़ कर उस के दादा ओर बहन के सामने खड़ा हे। अब आगे क्या होगा , क्या वह monster उन दोनों को भी मार देगा या.... उस के दादा ओर बहन उस monster से बच कर भाग जाएंगे.... या............॥कोई बचाने आएगा॥ ॥