किताब का विवरण: "Why Did The Man Go"
अंतरिक्ष की विशाल और रहस्यमय गहराइयों में, कैप्टन रियान एक ऐसे मिशन पर निकलते हैं जो पूरी तरह से तर्क और विज्ञान से परे लगता है। अकेले अंतरिक्षयान अस्ट्रा-X7 में सवार रियान ब्लैक होल-Z9 की ओर बढ़ रहा है, एक ऐसा क्षेत्र जहाँ समय और वास्तविकता मुड़ने लगती है। लेकिन यह सिर्फ एक वैज्ञानिक मिशन नहीं है—यह रियान के लिए एक व्यक्तिगत यात्रा है, जो उसकी माँ एलीन रॉस की यादों से जुड़ी हुई है, जो एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थीं और कई साल पहले बिना किसी निशान के गायब हो गई थीं।
जब रियान अपनी माँ से एक खोई हुई चिट्ठी खोजता है, तो वह एक ऐसी सच्चाई का सामना करता है जो वैज्ञानिक जिज्ञासा से कहीं ज्यादा गहरी है—एक अज्ञेय शक्ति जो ब्लैक होल से जुड़ी हुई है और उसे एक अनजान भविष्य की ओर खींच रही है। चिट्ठी से यह पता चलता है कि उसकी माँ और ब्लैक होल के बीच एक ऐसा संबंध था जिसे रियान को अब समझना था।
जैसे-जैसे रियान गुरुत्वाकर्षण तूफान क्षेत्र में प्रवेश करता है, वास्तविकता और अदृश्यता के बीच की सीमा धुंधली होने लगती है। वह अजीब सिग्नल प्राप्त करता है, जिनमें उसकी माँ की आवाज़ भी शामिल होती है, जो उसे आगे बढ़ने की हिदायत देती है। जल्दी ही रियान को यह एहसास होता है कि जो जवाब वह ढूँढ रहा है, वह न तो तारों में, न ही किसी ग्रह पर, बल्कि उसकी अपनी आत्मा में छुपे हैं।
"Why Did The Man Go" एक रोमांचक साइंस-फिक्शन उपन्यास है, जो परिवार, रहस्य और सत्य की खोज के विषयों को छूता है। इसमें अंतरिक्ष अन्वेषण, गहरी भावनात्मक कनेक्शन और मानसिक धारा जैसी वैज्ञानिक अवधारणाओं के तत्व हैं। यह उपन्यास पाठकों को वास्तविकता की सीमाओं और मानवीय संबंधों की प्रकृति पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित करता है। जैसे-जैसे रियान अपने अतीत और अज्ञेय शक्ति से सामना करता है, उसे खुद से यह सवाल करना होगा: क्या वह उत्तरों का पीछा कर रहा है, या कुछ उससे भी बड़ा उसे मार्गदर्शन कर रहा है?lession 2: The Gravity Break
रियान उस दरवाज़े के सामने खड़ा था, जो अंतरिक्ष यान के भीतर नहीं था… और न ही किसी सामान्य दुनिया का हिस्सा लगता था। यह दरवाज़ा हवा में लटक रहा था, बिना किसी दीवार के। जैसे किसी ने इसे ब्रह्मांड की खाली जगह में टांग दिया हो।
दरवाज़े पर उभरे हुए अक्षरों में लिखा था:
“एलीन रॉस – आइडेंटिटी कंफर्म्ड”
रियान की साँसें तेज हो गईं।
“क्या माँ यहाँ है?”
वह सोच ही रहा था कि दरवाज़ा खुद-ब-खुद खुल गया। भीतर गहरी सफ़ेद रोशनी थी — इतनी तेज़ कि उसकी आँखें चुँधिया गईं।
वह एक कदम आगे बढ़ा…
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और फिर… सब कुछ बदल गया।
रियान अब किसी अजीब जगह पर था। चारों ओर सफ़ेद धुंध फैली थी, ज़मीन नहीं थी, आसमान नहीं था। लेकिन वह गिर नहीं रहा था। वह जैसे तैर रहा था — समय और गुरुत्वाकर्षण के बिना।
उसने धीरे-धीरे आवाज़ लगाई,
“माँ…? क्या आप यहाँ हैं?”
कोई उत्तर नहीं आया। लेकिन फिर उसके सामने कुछ उभरने लगा — उसका अतीत।
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एक-एक कर उसकी यादें सामने आ रही थीं, जैसे कोई फिल्म चला रहा हो।
वह 8 साल का था, जब माँ ने पहली बार उसे तारे दिखाए थे।
वह 10 का हुआ, तो माँ ने उसे बताया कि ब्लैक होल क्या होते हैं।
और 12 की उम्र में… माँ गायब हो गईं।
इन यादों के बीच एक दृश्य ऐसा भी था जो उसने कभी नहीं देखा था:
माँ एक अजीब मशीन के सामने खड़ी थीं। उनके चेहरे पर चिंता थी।
"अगर मैंने यह गेट खोला, तो शायद मैं वापस न आ सकूँ..." माँ कह रही थीं,
"लेकिन अगर मैं नहीं गई, तो इंसान कभी नहीं जान पाएगा कि हम क्या हैं।"
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"ये क्या है?" रियान ने सोचा,
"क्या मैं सिर्फ यादें देख रहा हूँ, या ये असली हैं?"
तभी एक आवाज़ उसके भीतर गूंजी —
"तुम वक़्त के बाहर हो, रियान। यह ब्लैक होल नहीं, एक ब्रिज है — समय और आत्मा के बीच।"
रियान ने इधर-उधर देखा लेकिन कोई नहीं था।
"कौन हो तुम?"
उसने पूछा।
"मैं वही शक्ति हूँ जो तुम्हें यहाँ तक लाई है — तुम्हारी माँ की खोज ने मुझे जगा दिया।"
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अचानक उसके सामने एक आकृति बनने लगी — एक मानवाकार छाया, लेकिन चेहरा धुंधला।
"तुम्हारी माँ जीवित है, लेकिन समय में फँसी हुई है। वो इस ब्रिज को पार कर चुकी हैं, पर वापस नहीं आ सकीं।"
"क्या मैं उन्हें वापस ला सकता हूँ?"
रियान ने पूछा।
"हो सकता है... लेकिन तुम्हें अपनी आत्मा की सबसे गहरी परत से गुजरना होगा। तुम्हारे डर, दुख, और मोह को छोड़ना होगा।"
रियान अब समझ गया था — यह कोई वैज्ञानिक मिशन नहीं, यह आत्मिक परीक्षा थी।
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वह आगे बढ़ा। जैसे-जैसे वह चलता गया, उसके चारों ओर का समय फटने लगा। घड़ियाँ उल्टी चलने लगीं, धरती की यादें ऊपर-नीचे तैरने लगीं।
और फिर…
वह अपनी माँ के सामने खड़ा था।
माँ वैसी ही दिख रही थीं, जैसी वह 12 साल की उम्र में थीं — बस थोड़ी थकी हुईं, और आँखों में आँसू।
"रियान!"
उन्होंने पुकारा।
रियान दौड़ पड़ा… माँ की ओर…
लेकिन जैसे ही उसने उन्हें छुआ — वे गायब हो गईं।
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"नहीं!"
रियान चीखा।
फिर वही आवाज़ आई —
"ये सिर्फ छाया थी। लेकिन अब तुम्हारा रास्ता तय हो गया है। तुम्हें उसे पार करना होगा — जहाँ समय भी झुकता है।"
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रियान अब तैयार था।
वह जानता था कि आगे की राह आसान नहीं होगी।
लेकिन अब वह पीछे नहीं हट सकता था।
क्योंकि अब सवाल सिर्फ यह नहीं था कि "Why did the man go?"
अब सवाल यह था —
"How far can a son go for his mother?"
(अगला अध्याय: Chapter 5 - The Shadow Beyond Time, जिसमें रियान पहली बार एक नई शक्ति से टकराएगा जो न सिर्फ उसकी माँ की कैद की वजह है, बल्कि पूरे ब्रह्मांड के संतुलन का रहस्य भी उसके पास है।)