मुझे आजभी याद हे, वो एक फोन कोलने मेरी पूरी झींदगी बदल दी थी।बदल क्या दी ,बचा ली थी।
झींदगी से हार कर एकबार रीया खुद को खतम करने जा रही थी। रोती हुई सहेमी सी रीया ,ट्राफीक से भरी सडको पे पर पूरे संसार मे बिलकुल अकेली ....अपने पापाको याद कर के रो रही होती हे की, काश, पापा आज आप जिंदा होते तो बता पाती मै भी के ....बाप के मरने के साथ साथ बेटी का वजूद भी मर जाता है....अपने ससुराल मे....वो थक जाती है....restart...restart.....कहेते और करते हुए।रोते रोते बस चलती जा रही थी।रीयाको खूद को पता नही था की वो कहां जा रही है, क्योकी रो रो के और ससुराल मे दीए जाने वाले मेन्टल ट्रोमा को सहते सहते अब उसका दिमाग बिलकुल शून् पड गया था।आज से रीयानै खुदको इतना कमझोर कभी नही पाया।बस अपने पापा को ही याद करती रोए जा रही थी।
आपको याद है पापा की, आपके आखरी शब्द थे , जब आप और मे मीले थे, और आपने कितने गर्व से कहा था, तु मेरा अभिमान भी है और स्वाभिमान भी.....
आज भी ये आवाझ मेरे कानो मे गुंजती है, तो मै अपने कान बंद कर लेती हु.क्युकी आप के साथ वो बेटी भी मर गई जीस पर आप को फक्र था। अब आप के पास आके आपकी गोद मे बैठ के झींदगीने , ससुरालने ,समाजने जो दिमागी चोंट दी है ,वो सुनाना है
रीया आखरी बार अपने पतिको फोन जोडके बताने जा रही होती है..अचानक से रीया के फोन पे रींग बजती है ।
फोन की स्क्रीन पर एक नंबर दीखता है,पहले सोचती हे unknown no. हे नही उठाना हे पर रींगके बजनेकी आवाझ से रीया फोन उठा लेती है
रोती हुई आवाझ मे रीया बोलती हे , हेलो....
सामने वाला कोई आदमी था हेलो...क्या आप मीस. सपना बोल रही है
नही नही मै सपना नही हु आपने गलती से wrong number लगा दीया है ।रीया इतना बोलके फोन काटने जाती है
उतने तुरंत सामने से बोलता हे....अगर आप सपना नही है तो हकीकत बन जाईए....
क्या? आप कौन बोल रहे है? और मुझे हकीकत बनने की बात क्यु कहे रहे है? रीया सामने वाले से बातो मे उलझ गई
अरे...फोन पे आपकी आवाझ बडीं प्यारी लगी मुझे,आप सिंगर है या कोई वोईस आर्टीस्ट हे क्या हे आप?अगर आपकी आवाझमे कुछ सुनना हो तो ? सामने से फोन पे प्रश्न पूछे जा रहे थे।
नाही, मै सिंगर हु और नाही मै वोईस आर्टीस्ट हु। मेरी आवाझ मेरे घरमे किसीको नही पसंद।इसी लिए मै कुछ नहीं बोलती।रीया जवाब दे रही थी।
इसी लिए तो हकीकत बन जाओ कहा। सामने से रीप्लाय आया
फीर फोन कट हो गया.....
थोडी देर रीया भी सोचने लगी के सीर्फ इतनी कम बात और टाईम मे कोई किसीको कैसे ईतने अच्छे से जान सकता है??
रीया अब रो नही रही थी...उसके मरने के विचारोने अब रास्ता बदल लिया था
सोचते ही सोचते....और देखते ही देखते आज रीया एक फेमस वोईस आर्टीस्ट बन गइ और अब तो रीया ससुराल मे खुद के लिए खडे होन और बोलना सीख गई है
रीया के लीए वो wrong number आज उसके जीवन का right no. बन गया है
...हीना रामकबीर हरीयाणी