Shoharat ka Ghamand - 156 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 156

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शोहरत का घमंड - 156

कबीर शेखावत की बात सुन कर आलिया चौक जाती है और बोलती है, "नरेश अंकल ने मेरे साथ ऐसा किया"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "पैसा स्वीट हार्ट पैसा पैसा कुछ भी करवा देता है, और तुम्हे पता है मैने तो आर्यन के बारे में पता लगाने के लिए तुम्हे यहां पर जॉब दी थी, मगर मुझे तो बाद में पता चला कि वो तो तुम्हारा दीवाना बना हुआ है, और मुझे तो यकीन नहीं नहीं हुआ कि आर्यन जैसा प्ले बॉय एक लड़की से इतनी मोहब्बत कैसे कर सकता है, तुम्हे पता है तुम्हारे लिए पागल है वो और तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता है, मगर अफसोस तुम तो उससे प्यार ही नहीं करती हो, मुझे सच में आज आर्यन पर बहुत ही तरस आ रहा है, बताओ बेचारा जिस लड़की से इतना प्यार करता था आज उसी ने उसे धोखा दे कर जेल भेज दिया, जिस आर्यन को कोई नजर उठा कर नहीं देखता उस आर्यन को तुमने जेल भेज दिया, ओह माय गॉड तुम सच में स्वीट हार्ट हो"।

तब आलिया बोलती है, "अपनी गंदी जबान से मुझे स्वीट हार्ट मत बोलो "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "हाय कितना गुस्सा है उस छोटू सी लड़की में, देखो तुम अपना ये गुस्सा ना बस आर्यन के लिए संभाल कर रखो ताकि तुम उसे बर्बाद कर सको और मुझे सुकून दे सको "।

तब आलिया बोलती है, "तुम तो हैवान से भी बदतर हो "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "हा वो तो हु, चलो अब सब छोड़ो और मैं जो कर रहा हूं मुझे करने दो"।

कबीर की पकड़ थोड़ी ढीली हो जाती है और आलिया अपना हाथ छुड़ा कर कबीर शेखावत को थप्पड़ मारती है। आलिया के थप्पड़ मारने के बाद कबीर शेखावत को बहुत ही गुस्सा आता है और वह भी आलिया को खींच कर थप्पड़ मारता है जिससे कि आलिया जमीन पर गिर जाती है।

उसके गिरते ही कबीर शेखावत उसके पास जाता है और बोलता है, "अरे तुम कितनी गिरी हुई लड़की हो कि जमीन पर भी खुद ही गिर गई बिना मेरे गिराए हुए"।

तब आलिया बोलती है, "दूर हटो मुझसे "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "वो तो मैं नहीं हटने वाला, चलो अब जल्दी से मेरे पास आ जाओ"।

तब आलिया बोलती है, "दूर हटो मुझ से "।

उसके बाद आलिया कबीर शेखावत को अपने पैर से मारती है मगर वो उसका पैर पकड़ लेता है और बोलता है, "अरे स्वीट हार्ट अपने नाजुक से पेरो को क्यों इतनी तकलीफ दे रही हो"।

तभी वो आलिया का पैर पकड़ कर उसे अपने करीब कर लेता है। और उसे जबरदस्ती किस करने की कोशिश करता है मगर आलिया अपना मुंह हटा लेती है और साइड में रखा हुआ फ्लावर पोट उठा लेती है और उसके सर पर खींच कर मारती है और जल्दी से उठ जाती है और भागने लगती है तभी वो दरवाजे के पास जाती है और दरवाजा खोलने लगती है मगर दरवाजा नहीं खुलता है तभी आलिया चिल्लाती है, "कोई है दरवाजा खोल दो प्लीज"।

तभी कबीर शेखावत हंसने लगता है और बोलता है, "ओह पागल लड़की तुम्हारी आवाज यहां पर कोई भी सुनने वाला नहीं है और तुमने जो मेरे साथ किया है उसकी सजा तो मैं अब तुम्हे अच्छे से दूंगा"।

तभी कबीर शेखावत जल्दी से जाता है और आलिया आलिया को पकड़ कर उसके कपड़े फाड़ने लगता है कबीर शेखावत आलिया की एक बाजू फाड़ देता है जिससे कि आलिया चिल्लाने लगती है।

तभी कबीर शेखावत आलिया के बालों को कस की पकड़ लेता है और बोलता है, "बहुत मारने का शोक है न तुम्हे, अभी रुको तुम्हे मजा चखाता हु"।

जैसे ही कबीर शेखावत आलिया के दूसरे बाजू को फाड़ने जा रहा होता है। तभी कोई तेज की दरवाजा खोलता है जिससे कि कबीर शेखावत और आलिया की आँखें फटी की फटी रह जाती हैं........

रिव्यूज तो दे दिया करो और बता तो दिया करो कि कहानी कैसी है, बस पढ़ कर चुप चाप निकल जाते हो।