जोखिम भरा प्यार.....
.………Now on ………
विवेक जब कमरे में देखता है तो हैरान रह जाता हैं क्यूंकि कमरे में कोई नही था और पूरा कमरा तहसमहस था …
विवेक : ये कहां है और कमरा इतना बिखरा हुआ क्यूं पड़ा है …ये गया कहां …(तभी तक्ष अंदर आता है)
तक्ष : तुम …तुम यहां क्या कर रहे हो ……
विवेक : वो तुम्हारे कमरे से कुछ गिरने कि आवाज आई तो देखने आ गया ….
तक्ष : उबांक ने गिरा दिया होगा …(विवेक की तरफ देखकर) …बहुत पंख फैल चुके हैं काटने पड़ेंगे ….
विवेक : तुम्हारा तोता बहुत कम दिखाई देता हैं …
तक्ष : हां उसे कैद पंसद नही है इसलिए जब मन होता है तब ही आता है ……अब तुम जा सकते हो
विवेक : तुम बाहर क्या कर रहे थे ……?
तक्ष : क्यूं ….?
विवेक : मत बताओ ऐसे ही पुछ रहा था.. …
तक्ष : टहल रहा था ….हाथ दूर रखो मुझसे ….
विवेक : ohk…..चलो good night…(विवेक चला जाता है)
तक्ष : मुझे लगता हैं ये यहां मेरी जासूसी करने के लिए ही रूका है …बार बार आ जाता है….
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विवेक अदिति को message करता है …अदिति बाहर आती हैं….
अदिति : क्या हुआ विवेक ……?….तुम्हें नींद नही आ रही है …!
विवेक : नहीं …धीरे बोलो ….चलो …
अदिति : कहां चलो जाओ सो जाओ ….
विवेक : come on अदिति terrace पर चलो बातें करनी हैं मुझे नींद नही आ रही ……
अदिति : तुम भी न विवेक ……half night बातें करने की पड़ी हैं ……चलो ….!
दोनों terrace पर जाते हैं ……उबांक ये बात तक्ष को बता देता है …
विवेक : अदिति ……तुम्हे सोने की पड़ी है देखो कितना अच्छा मौसम है …चांद कितना चमक रहा हैं.. बिल्कुल तुम्हारी तरह…(चेहरे की तरफ देखकर) ….और तुम ऐसे मुरझाई सी हो ……!
अदिति : मुझे नींद आ रही है और तुम्हें मस्ती सूज रही है. …
विवेक : हां …. (Quickly fills aditi in his arm)…
अदिति : विवेक ….
विवेक : अब सो जाओ ….
अदिति को गोद में लेटाकर उसके बालो से खिलवाड़ करने लगता हैं ……
अदिति : तुम मानोगे नही ….
विवेक : नही ….पता नही मुझे लग रहा है जैसे मेरी अदिति मुझसे दूर हो जाएगी ….
अदिति : चुप रहो ……अदिति विवेक से अलग नही होगी …
तक्ष इन दोनों को छुपकर देख लेती था ……
तक्ष : होगी जरुर दूर होगी ….बहुत जल्द मिल लो अभी जितना मिलना है उसके बाद अब मैं तुम दोनों को कभी नहीं मिलने दूंगा... तुम्हारा प्यार जोखिम भरा रहेगा ….(हंस जाता है)
विवेक अदिति के होठो की तरफ बढ़ता है जैसे ही वो उन्हें अपने होठो से छू पाता अदिति बेहोश हो जाती हैं …अदिति अचानक बेहोश नही हुई थी उसे तक्ष के वशीकरण द्रव्य ने मदहोश कर दिया था ….
विवेक : अदिति ……इतनी नींद आ रही थी ……(विवेक को लग रहा है अदिति सो गई इसलिए वो उसे उसके bed room में छोड़ आता है) ….(विवेक forehead kiss करके चला जाता है)
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…….Next day…….
….in dining hall ……
विवेक : good morning भैय्या.....
आदित्य : आओ विवेक ….
विवेक : अदिति नही उठी अभी ……
आदित्य : सो रही होगी मुझे ही उठाना पड़ता है ….बबिता नाश्ता लगा दो मैं जरा महारानी जी को उठा दूं ……
अदिति : उसकी जरुरत नहीं भैय्या ….
आदित्य : तू उठ गई ….अच्छा है मेरी मेहनत बच गई ……
अदिति : गलती कर दी आकर आपको ही उठाना चाहिए था …
तक्ष नीचे आता है …तक्ष की ऊर्जा कम होने के कारण ठीक से चल नही पा रहा था..
आदित्य : तक्ष अभी ठीक नहीं हुए ……
विवेक : (मन में) ये अजीब behaviour क्यूं कर रहा है ….
आदित्य : तुम आज college मत जाना फिर अदिति के साथ ….!
अदिति : भैय्या. आज college नही जाऊंगी मैं …dance practice करनी हैं आज ……!
आदित्य : अरे! मैं तो भूल गया था ….कहां practice करोगे
विवेक : भैय्या घर पर …मैंने मां से बोल दिया था ….तो मैं अदिति को घर ले जाऊंगा ….
आदित्य : ठीक है…..
तक्ष : (मन में ) ये इसे अपने साथ ले जाएगा तो ऊर्जा कैसे ले पाऊंगा ….अब मैं और सहन नहीं कर सकता ……
विवेक : अदिति change कर लो जल्दी ……
अदिति : हां …. (अदिति अपने room में चली जाती हैं)
तक्ष ; मैं भी जाता हूं ……(तक्ष चला करो है) ….(दोनों की नजरो से बचता हुआ अदिति के कमरे में चला जाता है)
अदिति : ताई……(असल में तक्ष बबिता के रुप में अंदर जाता हैं)…क्या हुआ ……?.....ओह ! Plastic cutter चाहिए.....ले लो....
बबिता (तक्ष ) : हां …. दीदी ये blade खुल नही रहा ….
अदिति : अच्छा मैं खोलती हूं.... (जैसे ही अदिति cutter लेती हैं तक्ष के हाथो को छु लेती हैं वैसे ही तक्ष झटके से दूर हो जाता है…और चला जाता है) ….…ताई..रूको ……
अदिति तैयार होकर बाहर आती हैं ……
अदिति : ताई तुम cutter लिये बिना क्यूं आ गई ……लो
बबिता : दीदी मैंने आपसे कब cutter कब मांगा….
अदिति : क्या ताई भूल गई. ….
विवेक : अदिति चलो जल्दी ……
अदिति : हां …. लो ताई ….(अदिति चली जाती हैं)
विवेक : क्या हुआ अदिति.. …?
अदिति : कुछ नहीं विवेक चलो.. …
दोनों choudary mansion पहुंचते हैैं ……
विवेक : मां ……good morning ….
अदिति : good morning ….
मालती : अदिति ……
सुविता : अदिति बहुत दिनों बाद आई….तू ठीक है न….
अदिति : जी …..aunty (मालती से) …आप ठीक है न…
मालती : हां बेटा ….बैठो नाश्ता कर लो. ….
अदिति : नही aunty हम नाश्ता करके आऐ है ….
विवेक : मां… बड़े पापा और पापा कहां हैं …
सुविता : वो दोनों तेरी बुआ के यहां गये है …
विवेक : अच्छा ….
इशान : विवू ….अदिति college नही गये तुम दोनों ……?
विवेक : नही भाई …कल college में function है तो उसके लिए dance rehearsal करना है ….
मालती : तुम दोनों ने participate किया है ….
विवेक : हां …. मां ……
सुविता : अच्छा है ….जाओ ….
विवेक : हां बड़ी मां…चलो अदिति …(दोनों चले जाते हैं)
सुविता : माला. ……
मालती : जी दीदी ……
सुविता : तुझे अदिति और विवू को साथ देखकर कैसा लगता हैं ….
मालती : अच्छा लगता हैं दीदी …दोनों बचपन के दोस्त है ….
सुविता : और कुछ नहीं लगता …
मालती : आप बताओ दीदी ……
………To be continued …..…