सेहगल हाउस
"मां हम गार्डन में है, आप सो जाइए। हम टाइम से सो जाएंगे। गुड नाइट।" आकाश ने अपने मा के सिर पर किस करते हुए कहा।
"गुड नाइट बच्चे। गुड नाइट कावू बच्चा।" मिसेज अहूजा ने कहा।
"गुड नाइट, बुआ।"
आकाश काव्या को लेके घर के गार्डन में आया। उसके पास बैठके पूछा, "क्या बात करनी थी तुझे? इस ईट अबाउट पार्टी?"
"नहीं।" काव्या ने गंभीर होके कहा, "अबाउट यू, अक्की।"
"अबाउट मी?" आकाश कुछ समझ नहीं पाया।
"एंड श्रेया। आई एम सीरियस।" काव्या ने उसकी आंखो में देखते हुए कहा।
"उस गधे ने तुझे सब बता दिया?"
"आकाश प्लीज।"
आकाश ने थोड़ा गंभीर होते हुए कहा, "श्रेया टोल्ड मि की हम एकसाथ नहीं हो सकते। में बी.. शी डॉन्ट लव मि एनीमोर। उसने कहा.. उसके घरवालों ने उसकी शादी फिक्स करली हैं। अगर ऐसा होता तो उस दिन रात को..." अपनी बात सुन काव्या की आंखे बड़ी होती देख आकाश ने उसे रोकते हुए कहा, "नो वाइल्ड इमैजिनेशन प्रिंसेस। शी वांटेड मी टू बी विथ हर अंटील शी फोल अस्लिप।" आकाश ने अपनी बात क्लियर करते हुए कहा।
"ओह।" काव्या ने राहत की सांस ली। उसके ऐसे बिहेवियर पे आकाश ने अपनी नजरे उससे हटाते हुए कहा, "बट शी वास कंफर्टेबल। मुझे पता है, में उसके लिए कंफर्ट प्लेस हु। समझ नहीं आता वो खुद को इतना सफर क्यों करवा रही है? आई नो.. धाट शी लव्स मी।"
"अक्की, इट्स फाइन। श्रेया से बात करो ना। तुमने तो उससे बात करना ही बंध कर दी है। ऐसे toh फिर सब ठीक कैसे होगा?"
"उसकी बाते मुझसे नहीं डाइजेस्ट हुई। आई नीड टाइम टू प्रोसेस। इनवाइट हर फोर दीवाली पार्टी। में उससे तभी बात करूंगा अब।"
"अक्की, व्हॉट आर यू अप टू?" काव्या समझ गई थी कि आकाश के दिमाग में कुछ तो चल रहा है।
आकाश ने हल्का सा मुस्कुराके उसे जवाब दिया, "में उसे रियलाइज करवाना चाहता हु की उसे किसे चूझ करना चाहिए।"
"आई हॉप यू विल नोट डू एनी स्टूपिड थिंग्स.."
उससे पहले कि काव्या अपनी बात पूरी करती आकाश ने उसे रोकते हुए कहा, "आई विल नोट। ट्रस्ट मि। अब नो मोरे सिर्फ मेरी बाते, ठीक है?"
"हा ठीक है।"
दोनो ही अपने काम और ऑफिस की बातो में लग गए।
अहमदाबाद
"ओय, शू करे छे? (क्या कर रहा है?) जल्दी कर। हम लेट हो जाएंगे।" पीछे बैठी आदित्य की फ्रेंड ने उससे कहा। वो गरबा ग्राउंड जा रहे है।
"नवरात्रि इन अहमदाबाद इस समथिंग आई कैन डू एनीथिंग फोर ईट। मेरे बॉस से दस दिन की छुट्टी लेना तो मेरे दाए हाथ का काम है।" राखी ने कहा।
"काश हर महीने नवरात्रि आती।" एक लड़के ने कहा।
"तब तो मुझे हर महीने छुट्टी नहीं मिल पाती।" राखी ने कहा। उसकी बात सुन सब हस पड़े।
तभी इसी लड़के ने फिरसे कहा, "वो तो तुम्हारे दाए हाथ का खेल था ना..?"
सब हस पड़े।
"आज लास्ट डे है, कल से फिरसे वही सब चालू, ऑफिस और घर।" आदित्य ने कहा।
"दस दिन कहा खत्म हो गए पता ही नहीं चला।" उसकी दोस्त ने कहा।
थोड़ी देर बाद....
सब गरबा खेल रहे थे। सड़न्ली, रखी के पॉकेट में रखा फोन बजा। "माई फोन..। इस टाइम किसको मेरी याद.... बॉस?" रखी ने अपना फोन निकाला और देखा।
"यस, मिस्टर कपूर?"
"वापिस कब आने वाली हो तुम?"
‘यह मुझे क्यों पूछ रहे है?’ राखी ने मन में सोचा।
"मेने बताया तो था। तभी तो आपने मेरी लीव अप्रूव करी थी।"
"ओह रियली.. मुझे तो लगा तुमने मुझे ब्लैकमेल किया था।"
"ओहह। आपको ऐसा नहीं लगता आप कुछ भूल रहे है।"
"क्या?"
‘ओह्ह्ह... घिस मेन..’ राखी रॉनित की बाते सुन परेशान हो गई थी।
"क्या, क्या.. आपने मुझे लीव दी थी बिकॉज में आपके साथ पार्टी में गई थी।"
"हा पता है मुझे। पर अब बहुत हो गया। जल्दी वापिस आओ। मेरा काम अटक रहा है। में खुद अपनी असिस्टेंट के काम क्यों करूं?"
"फोन काट दिया? अजीब आदमी है।" राखी ने गुस्सा जताते हुए कहा।
राखी अपने ख्यालों में खोई हुई थी तभी उसकी फ्रेंड विधि ने उसे बुलाया, "राखी, कम ना.. यह क्या कर रही है? लास्ट डे है आज नवरात्रि का। आज के बाद गई खुशियां, एक साल बाद आयेगी। च..... ल।"
"हा हा, आई नो। कल से वैसे भी मुझे मेरे बॉस की ही शकल देखनी है।"
"देख, तू चाहे तो हम जॉब एक्सचेंज कर सकते है। आई मीन, तेरा बॉस बहुत हॉट है। जस्ट फिर हिम।" विधि ने काजल
"खडूस भी उतना ही है, पिछले दो महीनों से उनके साथ काम कर रही हु। हमेशा ऐसे ऑर्डर देते है जैसे हम उनके एम्प्लॉईज नहीं, गुलाम हो।" राखी उससे बहुत गुस्सा थी।
"सुइट्स हिम। कितना डैशिंग है वो। मुझे तो उसकी आंखे बहुत पसंद है, यार।"
अपनी दोस्त की बात सुन रखी ने मन में सोचा, ‘वेसे सही कह रही थी। खो जाने का मन करे वैसी है एकदम।’
"चल अब, आज तो पूरी रात गरबा खेलना है।" दोनों अपने ग्रुप के पास चले गए गरबा खेलने। इस वक्त राखी वैसे भी रॉनित के बारे में नहीं सोचना चाहती थी।
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Continues in the next episode....
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