Ishq da Mara - 70 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 70

Featured Books
Categories
Share

इश्क दा मारा - 70

गीतिका की तरफ सुन कर यूवी बोलता है, "मगर मुझे तो मिलना है, और ये तुम्हारी टेंशन है कि तुम कहा पर आओगी"।

तब गीतिका बोलती है, "अपनी गुंडा गर्दी न किसी और को दिखाना, मेरे सामने गुंडा गर्दी करने की कोई जरूरत है "।

तब यूवी बोलता है, "जब मैं गुंडा हूं तो गुंडा गर्दी ही करूंगा ना"।

तब गीतिका बोलती है, "आप समझते क्यों नहीं हैं बात को, मैं कल नहीं मिल पाऊंगी "।

तब यूवी बोलता है, "मगर मैं भी क्या करु, तुमसे मिले बिना रह नहीं पाता हूं ना "।

तब गीतिका बोलती है, "रात को मिल लेंगे छत पर "।

तब यूवी बोलता है, "मुझे दिन में भी मिलना है"।

तब गीतिका मुंह बना कर बोलती है, "गुंडे कही के"।

तब यूवी बोलता है, "वैसे आज वो जगह कैसी लगी थी"।

ये सुनते ही गीतिका खुश हो जाती है और बोलती है, "बहुत ही अच्छी, कितना सुकून मिल रहा था मुझे वहां पर, एक तो इतनी अच्छी जगह ऊपर से आप भी मेरे साथ थे"।

तब यूवी बोलता है, "कल उससे भी अच्छी जगह ले कर जाऊंगा "।

तब गीतिका उसे घूरने लगती है और बोलती है, "मुझे नहीं जाना है कल कही घूमने, और ज्यादा जिद करने की जरूरत नहीं है"।

तब यूवी बोलता है, "प्लीज......"।

तब गीतिका बोलती है, "आप छोटे बच्चे है क्या जो इस तरह जिद कर रहे हैं, और आप मेरी परेशानी क्यों नहीं समझ रहे हैं "।

तब यूवी बोलता है, "और तुम मेरी परेशानी समझ रही हो "।

तब गीतिका बोलती है, "देखिए एक तो मैं किसी और के घर में रह रही हूं, और अगर यहां पर किसी को भी मुझ पर शक हो गया न तो वो मेरे घर वालों को बोल देंगे और फिर वो लोग मुझे लेने के लिए आ जायेंगे, तो फिर मिल लेना आप मुझ से"।

तब यूवी बोलता है, "तुम मुझे डरा रही हो "।

तब गीतिका बोलती है, "नहीं... बता रही हूं"।

तब यूवी बोलता है, "मैं ना तुम्हारी इन बातों में नहीं आने वाला हूं इसलिए चुप चाप मिलने आ जाना, और अगर तुम नहीं आई तो मैं खुद ही आ जाऊंगा तुमसे मिलने"।

तब गीतिका बोलती है, "वैसे आप जो इस तरह मिलने जुलने कि बात कर रहे हैं, अगर ये बात आपके पापा को पता लग गई तो फिर क्या होगा "।

तब यूवी बोलता है, "मुझे किसी से कोई लेना देना नहीं है और अगर पता चल गया तो अच्छी बात है, वैसे भी एक न एक दिन सबको पता चल ही जाना है "।

तब गीतिका बोलती है, "मगर आपके पापा ये शादी नहीं होने देंगे, मुझे सब कुछ पता है क्योंकि मीरा ने मुझे सब कुछ बता दिया है "।

तब यूवी बोलता है, "ऐसा कुछ भी नहीं होगा और तुम ऐसी फालतू की बातो के बारे में मत सोचो "।

तब गीतिका बोलती है, "देखिए मैं पहले ही बोल देती हूं कि मुझे आपसे ही शादी करनी है, और मेरे सामने कोई बहाना मत बनाना वरना मैं मर जाऊंगी आपके बिना "।

ये सुनते ही यूवी गीतिका को गुस्से से देखने लगता है और बोलता है, "ये कैसी बकवास कर रही हों तुम, और मैं तुमसे शादी नहीं करूंगा तो फिर किस से करूंगा बोलो "।

तब गीतिका बोलती है, "अगर आपके पापा ने आपको डरा धमका कर किसी और से शादी करने को बोल दिया तो "।

तब यूवी बोलता है, "ऐसा कुछ भी नहीं होगा, तुम क्यों इतना फालतू का सोचती रहती हो "।

तब गीतिका बोलती है, "देखिए ना ही तो आपके फैमिली वाले ये शादी होने देंगे और ना ही मेरे फैमिली वाले, तो मैं ये सोच रही थी कि हम इन सबसे दूर कही जा कर शादी करेंगे और वही पर बस जाएंगे, जहां पर  हमें कोई भी नहीं ढूंढ पाएगा, जैसे टाइगर मूवी में सलमान और कैटरीना ने किया था, और उन्हें कोई ढूंढ भी नहीं पाया "।

गीतिका की बाते सुन कर यूवी हंसने लगता है और बोलता है, "मेरा फिल्मी बच्चा, जब देखो फिल्मों की तरह ही करना होता है, चलो अब जा कर सो जाओ, वरना मेरी वजह से पूरी रात जागती ही रहोगी "।

तब गीतिका बोलती है, "नहीं मुझे कही नहीं जाना, मुझे बस आपसे बात करनी है "।

तब यूवी बोलता है, "बच्चा देखो अब बच्चों की तरफ जिद मत करो, जाओ जा कर सो जाओ और वैसे भी मैं सुबह मिलने आऊंगा "।

तब गीतिका बोलती है, "जिद्दी मैं हु या आप "।

तब यूवी बोलता है, "ये तो सुबह ही पता चलेगा"।

उसके बाद गीतिका मुंह बना कर कमरे में चली जाती है और यूवी भी अपने घर जा कर सो जाता है।

तो अब क्या होगा सुबह किसकी जिद पूरी होगी। और जिद का तो पता नहीं मगर एक धमाका ज़रूर होगा सुबह सुबह.............