विराट अपनी वाइन का बोतल पूरी तरह से खत्म कर काउंटर पर रखते हुए सीधे सिद्धार्थ और तपस्या जो रिपोर्टर्स से घिरे हुए थे उन दोनों के तरफ जाने लगा । श्लोक उसे इस कदर देख और उसके लाल पड़ चुके नजरों को भांप ते हुए उसके सामने खड़ा होकर........"भाई ये कोई मौका नहीं है सिद्धार्थ से उलझने की और आप भी नशे में है ।"कहते हुए उसने एक नजर खाली हो चुके वाइन की बोतल को दिखा और चिड़ते हुए बोला........"एक तो मुझे अब तक समझ में नहीं आया कि एक पूरी वाइन की बोतल एक ही घूंट में खत्म करने की कला आपने सीखी कहां से!!"
विराट अपने नशे और गुस्से से भरे हुए नजर से उसे घूरते हुए सर्द आवाज में बोला....."तू यही सबके सामने पीटना चाहता है या अंदर चलके पिटेगा?"बोलकर उसने एक जलती नजर से उसे देखा और उसे साइड कर वहां से जाने लगा।
श्लोक उसका हाथ पकड़ कर बोला ......"भाई प्लीज यार भाभी मजबूरी में उस गधे के साथ आई होंगी ।मुझे पता है आप उन पर गुस्सा उतारने वाले हैं कम से कम नशे में उनसे कुछ मत कहिए।"
विराट उस पर एक सर्द नजर डालकर....."ठीक है मैं समझ गया । थैंक यू इतना ज्ञान देने के लिए।" बोलकर वहां से चला गया।
तपस्या जो सिद्धार्थ के बाहों से खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी उसकी नजर बस विराट को ही ढूंढ रहे थे। या फिर डर के मारे देखना ही नहीं चाहते थे विराट को सामने से आता देख सुन पड़ चुकी थी ।
विराट मीडिया को साइड कर सिद्धार्थ के सामने खड़ा होकर तपस्या की तरफ ही नजर डालकर....."आगे आप लोगों को बहुत से मौके मिलेंगे मिस रायचंद और mr ओबेरॉय के कपल पिक खींचने के लिए, बहुत जल्द इन दोनों की शादी के रस्में जो शुरू होने वाली है तो कुछ तस्वीरें और कुछ सवाल तब तक के लिए बचा कर रखिए। और इस वक्त इन्हें विराट अग्निहोत्री के पार्टी को इंजॉय करने दीजिए।"
बोलकर उसने तपस्या के कमर की तरफ देखा और अपने हाथों की मुठिया बनाते हुए बोला......"वेलकम मिस्टर सिद्धार्थ. एंड मिस तपस्या।"कहते हुए उसने सिद्धार्थ के तरफ अपने हाथ बढ़ा दिया। और मजबूरन सिद्धार्थ को अपने हाथ तपस्या के कमर से हटा कर विराट के और बड़ाने पड़े।
विराट से हाथ मिलाते हुए वो मुस्कुराया और बोला....."मैंने तो आपकी इनविटेशन एक्सेप्ट करके ये साबित कर दिया है मिस्टर अग्निहोत्री की मेरे दिल में आपको लेकर कोई रंजिश नहीं है लेकिन
बोलकर वो रुक गया।विराट तिरछा मुस्कुराते हुए....."आप मुझसे सीधे सवाल भी कर सकते हैं मिस्टर ओबरॉय के क्या आपकी वायरल वीडियो के पीछे मेरा हाथ है या नहीं।"
सिद्धार्थ सवालिया नजर से....."अगर आपको मेरे सवाल समझ में आ चुके हैं तो बता ही दीजिए के इस में आपका कितना हाथ है।"
विराट एक मिस्ट्रियस स्माइल के साथ...."आप के डैड की पहुंच बहुत ऊपर तक है मिस्टर सिद्धार्थ तो इसमें मेरा हाथ कितना है वो आज नहीं तो कल पता लगा ही लेंगे डोंट वरी।"
बोलकर वो तपस्या को सिर से लेकर पांव तक घूरते हुए....."लुकिंग ब्यूटीफुल मिस रायचंद।"बोलकर वहां से चला गया।
उसके जाते ही श्लोक उन दोनों के पास भाग कर आया और तपस्या को देखकर मुस्कुराते हुए....."भाभी मैं श्लोक अग्निहोत्री विराट अग्निहोत्री का छोटा भाई।"जहां तपस्या ये सुनकर आंखें बड़ी कर श्लोक को देखने लगी वही सिद्धार्थ अजीब सा फेस बनाकर......"भाभी!! कौन भाभी!"
श्लोक होश में आते हुए ....."एक्चुअली आप विराट भाई के दोस्त हैं तो मेरे भी बड़े भाई जैसे हुए ना तो आपकी होने वाली वाइफ मेरी भाभी हुई।"बोलकर वो तपस्या की ओर देख आई विंक कर देता है।
सिद्धार्थ एक नजर उसकी तरफ डालकर वापस से तपस्या को देख....."चलिए तपस्या।"कहते हुए तपस्या के हाथ पड़कर आगे बढ़ने लगा तो श्लोक उसे रोकते हुए ...."आप भाभी जी को कहां लेकर जा रहे हैं इन्हें यहीं पर इंजॉय करने दीजिए। आप चलिए मैं आपको कुछ बड़ी हस्तियों से मिलता हूं। आपके बिजनेस के लिए बहुत फायदेमंद होंगे।"
सिद्धार्थ तपस्या की ओर देखकर.... "आप कंफर्टेबल तो होंगे ना?"तपस्या श्लोक की तरफ एक नजर डालती है तो श्लोक पलक झपक देता है। तपस्या वापस से सिद्धार्थ की तरफ देखते हुए......"हम यहीं पर हैं आप उन लोगों से मिल आइए।उसके बाद हम वापस चले जाएंगे।"सिद्धार्थ तपस्या की तरफ देख मुस्कुराते हुए ओके प्रिंसेस देन एंजॉय ।"
कहकर उसने दोबारा से तपस्या को साइड हग करने के लिए अपने बाजू उठाया ही था के श्लोक उसके हाथ पकड़ कर..... "इस आदमी को अपने हाथों से बिल्कुल भी प्यार नहीं है मैं कोशिश कर रहा हूं कि इसके दोनों हाथ सही सलामत रहे लेकिन जब इंसान अपनी बर्बादी खुद ही करें तो कोई क्या ही कर सकता है ।"सिद्धार्थ उसकी बात सुनकर उसके तरफ सवालिया नजर से देखते हुए...."क्या?"श्लोक उसका हाथ पकड़ कर आगे बढ़ते हुए...."कुछ नहीं चलिए मेहमानों से मिलते हैं।"
आगे बढ़ते हुए वो सिर टेढ़ा किए तपस्या की ओर झुक कर उसके कानों के पास बोला....."भाई बहुत गुस्सा है क्योंकि वो आपसे बहुत प्यार करते हैं तो आप बहुत जल्दी जाइए और उन्हें बहुत प्यार से मना लीजिए ।तब तक मैं इस गधे का बहुत ख्याल रखता हूं।".....बोलकर वो तपस्या को देख आई विंक कर देता है ।और तपस्या के चेहरे पर एक मुस्कुराहट खिल जाती है।
थोड़ी देर बाद
तपस्या इस वक्त होटल के बैकयार्ड में बनी लर्न में खड़े हुए हांफ रही थी। वो पिछले 15 मिनट से इधर-उधर भाग कर विराट को ढूंढ रही थी और विराट को कहीं न पाकर वो मायूसी भरी गहरी सांस लेते हुए बोली......"कहां है आप विराट मेरी बात तो सुन लीजिए पहले? क्यों ऐसे तड़पा रहे है?"....कहकर जैसे ही तपस्या वापस होटल के और पलट कर जाने लगी पीछे से किसी ने उसकी कमर को थाम लिया और उसे अपनी और हल्का खींचकर अपनी आगोश में भर लिया। तपस्या के चेहरे पर मुस्कान आ गई और जो आंखों में नमी थी वो खुशी की आंसू बनकर बह गए।
उसने विराट के दोनों हाथों को कसकर थाम लिया जो उसकी कमर के इर्द गिर्द लिपटे हुए थे और बोली......"हमें ऐसा क्यों लग रहा है जैसे आपके प्यार में हमें बहुत दर्द मिलने वाला है विराट?"
विराट उसके गर्दन के पास अपने होंठ रखकर उसे पूरी तरह अपनी बाहों में भरते हुए....."अभी भी वक्त है प्रिंसेस भूल जाइए इस प्यार को अगर डर लग रहा है तो।"कह कर ही वो उसके गर्दन और कंधे को पैशनेटली चूमने लगा।
तपस्या गहरी सांस लेकर अपनी आंखें बंद कर पूरी तरह से विराट के एहसासों में खोए हुए....."अब शायद ये मुमकिन नहीं और ना ही मेरे बस में है।"
विराट एक ही झटके में उसे अपनी और पलटते हुए....."फिर जो मुमकिन है और आपके बस में है वही कीजिए।"कह कर वो अपने नीली नशीली आंखों से तपस्या के मासूम हल्के नम आंखों को देखने लगा।
तपस्या उसकी आंखों में देखते हुए मासूमियत से....."हमे नाराजगी बर्दाश्त नहीं होती आपकी आंखों में हमारे लिए।"
विराट उसके कमर को कसकर पकड़ ते हुए खुद के और करीब खींचकर....."और मुझे बर्दाश्त नहीं है मेरे अलावा आपको कोई और देखें छुए या महसूस करें और आप सिद्धार्थ के साथ
"हमें नहीं आना था उनके साथ हमने बहुत कोशिश की लेकिन दादू के सामने हम कुछ नहीं कह पाए वो भी बिल्कुल आप जैसे ही घूर ने लगे हमें हम क्या करते?"तपस्या विराट की बातों को आधे में ही टोक कर मासूमियत और गुस्से भरी आवाज में बोली और अपने घने पलकों को झपकाने लगी।
विराट तपस्या के चेहरे पर पड़े लटों को उसके चेहरे से हटा कर अपनी उंगलियों से उसके गहरी पलकों को हल्का छू ते हुए इंटेंस वॉइस में बोला..."यू आर लुकिंग लाइक मून प्रिंसेस ।"कहते हैं इसकी नजर तपस्या की आंखों से हटकर उसके होठों की तरफ गई जो रेड लिपस्टिक से लिपटी हुई थी।
वो उसकी होठों को इंटेंसली टच करते हुए दबे लफ्जों में बोला...."ये जो आप इतनी सज धज कर आई है वो भी सिद्धार्थ के साथ पूछ सकता हूं किस लिए?"
तपस्या उसके छू ने से मदहोश होते हुए....."सिद्धार्थ के साथ आना मजबूरी थी और सजधज कर आपको रिझाने के लिए आई थी। क्योंकि हमें पता था कि जब आप हमें सिद्धार्थ के साथ देखेंगे तो गुस्सा हो जाएंगे और इसीलिए हम आपको मनाने का नुस्खा साथ ही लेकर आ
कहते हुए वो रुक गई विराट के उंगलियों के एंट्रेंस टच वो अपने खुली कमर पर महसूस करने लगी थी और उसके दिल की धड़कन बढ़ रही थी।तपस्या के रिएक्शन देख विराट के चेहरे पर एक शरारती मुस्कान आ गई ।
उसने तपस्या की कमर पर हाथ फिसलाते हुए husky आवाज में बोला...."अच्छा लगता है जब आपके दिल की धड़कनें मेरी करीब होने से बढ़ती है आपकी सासें मेरे छूने से बहकती है ।"कहकर उसने तपस्या के इयरलोब को चूम लिया तपस्या अपनी आंखें कसकर बंद कर ली और दबे लफ्जों में बोली......"आप कितने उलझे हुए हैं विराट , अभी कुछ वक्त पहले इतने नाराज थे हमसे और अब
कहते हुए वो रुक गई।
तपस्या की बंद आंखें उसके चेहरे की वो मासूमियत और उसकी वो कांपती होठों से निकली आवाज विराट को कुछ इस कदर बेकाबू कर रहे थे कि वो कुछ पल तपस्या को यूं ही देखते हुए अपनी आंखें बंद कर लेता है और उसके होठों के करीब बढ़ते हुए बहकी आवाज में बोला
"रहने दो मुझको उलझे हुए से तुझ में
कहते हैं कि ....सुलझने से धागे जुदा हो जाते हैं।"
कहते हुए उसने तपस्या की होठों को अपनी होठों से भर लिया ।इस बात से अनजान के दो जलती नजरें नजाने कब से उन दोनों पर ही टिकी हुई थी।
To be continued
किसकी है वो नजरें जो विराट और तपस्या पर टिकी हुई थी?जानने केलिए आगे पढ़ते रहें ओर प्लीज कमेंट और लाइक करते रहें।