Nafrat e Ishq - Part 19 in Hindi Love Stories by Umashankar Ji books and stories PDF | Nafrat e Ishq - Part 19

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Nafrat e Ishq - Part 19

लॉन्च का समय नज़दीक था। मीटिंग रूम में एक गहरी चर्चा चल रही थी। मैनेजर मनीषा अपनी कुर्सी पर बैठी, टेबल पर रखी फाइलों को उलट-पलट रही थी। सिक्योरिटी हेड अंजू, शालिनी और एचआर हेड सोनिया भी वहीं मौजूद थीं।


"क्या हमने सही किया सहदेव को प्रोजेक्ट लीडर बनाकर?" मनीषा ने कहा। उसकी आवाज़ में हल्की चिंता थी। वह सहदेव को इस ज़िम्मेदारी के लायक नहीं समझती थी।


शालिनी ने आत्मविश्वास से जवाब दिया, "मैम, हमने उसे पूरे प्रोजेक्ट का लीडर नहीं बनाया है। हर यूनिट का अलग लीडर है, और हर लीडर अपनी टीम के साथ काम करेगा।"


सोनिया ने सहमति में सिर हिलाया। "सही कहा। चार यूनिट में बंटे इस प्रोजेक्ट में सभी की भूमिका अलग-अलग है, और कोई भी लीडर दूसरे के काम में हस्तक्षेप नहीं करेगा। हम ऑर्डर और रणनीति को सही तरीके से लागू कर रहे हैं।"


मनीषा ने गहरी सांस ली और कुर्सी से टिक गई। "देखो, मैंने सहदेव की फाइल पढ़ी है। उसके पास टीम लीड करने का कोई अनुभव नहीं है। मैं व्यक्तिगत रूप से उसके खिलाफ़ नहीं हूँ, लेकिन यह एक व्यावसायिक निर्णय है।"


वह जितना शांत दिखने की कोशिश कर रही थी, भीतर से उतनी ही बेचैन थी। उसकी धड़कनें तेज़ हो रही थीं। अगर कोई ध्यान देता, तो जान जाता कि मनीषा के शब्दों में छिपी नकारात्मकता उसकी प्रोफेशनल राय नहीं थी—बल्कि एक निजी बदला था।


**कैफेटेरिया – लॉन्च का माहौल**


सहदेव अपनी सीट पर बैठा था, उसकी उंगलियाँ टेबल पर बेसब्र हलचल कर रही थीं। "बस 60% पेपरवर्क बाकी है... लॉन्च ओवर होते ही टीम मीटिंग रखनी होगी... ओह, गॉड, क्या मैं नर्वस महसूस कर रहा हूँ?" उसने खुद से कहा।


उसकी टीम में चार लोग थे—अंजलि, अंशिका, निखिल और सनी। चारों ही अपनी-अपनी क्षमताओं में माहिर थे, लेकिन सभी की निगाहें अब सहदेव पर थीं।


कैफेटेरिया में सभी एम्प्लॉयी मौजूद थे। कुछ अपने दोस्तों के साथ बातें कर रहे थे, कुछ वीडियो कॉल पर परिवार से जुड़े थे, और कुछ खाने का आनंद ले रहे थे। छोले-भटूरे, स्वीट बटर मिल्क और गुलाब जामुन की खुशबू हर तरफ़ फैल रही थी।


"कैसा लग रहा है, बॉस?" निखिल ने मुस्कुराते हुए पूछा।


सहदेव ने एक हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया, "थोड़ी नर्वसनेस है।"


अंशिका हंस पड़ी, "अरे यार, रिलैक्स! पहली बार सबको नर्वसनेस होती है। ये हमारा वक्त है एंजॉय करने का।"


"तुमने बहुत अच्छा काम किया है," अंजलि ने सहदेव की पीठ थपथपाई। "हर कोई तुम्हारी लीडरशिप की तारीफ़ कर रहा है।"


"अभी असली परीक्षा बाकी है," सहदेव ने कहा। "लॉन्च हो गया, लेकिन अब हमें क्लाइंट्स का फीडबैक भी देखना होगा।"


इतने में पूरे हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। ऑफिस के हेड और प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्टेज पर आए। उन्होंने माइक संभालते हुए कहा, "यह सिर्फ एक लॉन्च नहीं, हमारी टीम की मेहनत का प्रमाण है। मैं खासतौर पर सहदेव और उसकी टीम को बधाई देना चाहता हूँ।"


सहदेव ने हाथ जोड़े। यह तारीफ़ उसकी मेहनत का इनाम थी।


"अब सभी से अनुरोध है कि आप अपनी प्लेट उठाएँ, स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लें और इस पल को सेलिब्रेट करें," डायरेक्टर ने जोश से कहा।


कैफेटेरिया में ठहाकों और चर्चाओं का माहौल था। सहदेव ने अपनी प्लेट उठाई, छोले-भटूरे का स्वाद लिया और सोचा—यह सिर्फ़ एक शुरुआत है। असली सफ़र तो अब शुरू हुआ है।

  समय का पहिया लगा और बहुत ही जल्दी शाम का वक्त हो गया था और सहदेव की मीटिंग शानदार रही। कंपनी के सभी कर्मचारी जल्दी निकल चुके थे। सहदेव ने बाहर आकर तेजी से अपनी Uber बुक की, और कुछ ही मिनटों में कैब आ गई। वह अंदर बैठा और 10-15 मिनट में अपने PG पहुंच गया।


PG पहुँचते ही उसने अपनी राइड कैंसिल नहीं की, क्योंकि वह सिर्फ़ फ्रेश होने के लिए आया था। जल्द ही वह दोबारा उसी कैब में बैठने वाला था, क्योंकि कनॉट प्लेस से कुछ दूरी पर एक नाइट क्लब था, जहाँ पार्टी ऑर्गनाइज़ की गई थी। 

यह नाइट क्लब केवल मस्ती और डांस का अड्डा ही नहीं था, बल्कि बर्थडे पार्टी और अन्य इवेंट्स के लिए भी बुक किया जाता था। इस क्लब का नाम 'नोबेल व्हाइट' था, जो इस शहर के सबसे पॉपुलर क्लबों में से एक था।

ऑफिस के बाद सहदेव ने जो शॉपिंग मॉल से जैकेट और एक शानदार ड्रेस खरीदी थी, वह उसने पहन ली। फिर वह तुरंत अपनी कैब में बैठ गया। ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ा दी, लेकिन ट्रैफिक की वजह से उसे वहाँ पहुँचने में करीब डेढ़ घंटे लग गए। 

जब वह क्लब के बाहर उतरा, तो उसने पेमेंट किया और चारों तरफ़ नज़र दौड़ाई। वहाँ पहले से ही कविता, मनोज, आदित्य, और यहाँ तक कि शालिनी भी मौजूद थी।

सभी ने पार्टी के लिए बेहद स्टाइलिश कपड़े पहने हुए थे, जो नाइट क्लब के माहौल के लिए परफेक्ट लग रहे थे।

"सहदेव, जल्दी आ जाओ!" मनोज ने उसे हाथ हिलाते हुए बुलाया।

सहदेव तेज़ी से उनकी ओर बढ़ा और मुस्कुराते हुए बोला, "गुड इवनिंग, दोस्तों! लेकिन तुम सब बाहर क्यों खड़े हो? अंदर क्यों नहीं जा रहे?"

सभी ने एकसाथ सहदेव को गुड इवनिंग कहा। फिर शालिनी के साथ खड़ी उसकी दोस्त वंशिका ने जवाब दिया, "अरे, नाइट क्लब के एंट्री पास मैनेजर सोनिया के पास हैं। उसने अपने बर्थडे के लिए यहाँ बुकिंग करवाई है। जब तक वह नहीं आएगी, हमें एंट्री नहीं मिलेगी।"

सहदेव ने सिर हिलाया और चारों तरफ़ नज़र दौड़ाई। क्लब के बाहर हल्की-हल्की रौशनी बिखरी हुई थी, और गेट पर कई और लोग भी अंदर जाने के इंतज़ार में खड़े थे। अंदर से तेज़ म्यूजिक की धुनें बाहर आ रही थीं, जिससे माहौल और भी ज़्यादा रोमांचक लग रहा था।

"ओह, तो सोनिया के आने का इंतज़ार करना पड़ेगा," सहदेव ने कहा और अपनी घड़ी की ओर देखा।

"हां, लेकिन ज्यादा देर नहीं लगेगी। उसने कहा था कि वह रास्ते में है," शालिनी ने मुस्कुराते हुए कहा।

तभी कविता ने चुटकी लेते हुए कहा, "वैसे, सहदेव, तुम्हें आज बहुत खास लग रहा है! न्यू जैकेट और यह ड्रेस—वाह!" 

मनोज ने मज़ाकिया लहजे में कहा, "हाँ भाई, लग रहा है कि कोई खास इंप्रेशन जमाने के मूड में हो!"

सहदेव हँस पड़ा, "अरे यार, ऑफिस के बाद थोड़ा चेंज तो बनता है, है ना?" 

"बिल्कुल! और आज की रात तो धमाल मचाने वाली है," आदित्य ने कहा और सभी ने हँसते हुए सहमति जताई।

थोड़ी देर में एक ब्लैक BMW गेट के पास आकर रुकी। गेट खुला और सोनिया बाहर निकली। उसने एक ग्लैमरस ब्लैक ड्रेस पहनी हुई थी और हाई हील्स में बेहद आकर्षक लग रही थी। उसके साथ दो और दोस्त थे।

"सॉरी, दोस्तों! ट्रैफिक में फंस गई थी," सोनिया ने हँसते हुए कहा और सभी को गले लगाया।

"कोई बात नहीं, अब तो आ गई हो," वंशिका ने कहा।

सोनिया ने बैग से एंट्री पास निकाले और सभी को दिए। गार्ड ने पास चेक किया और दरवाजे खोल दिए।

"चलो, अब असली मस्ती शुरू करते हैं!" मनोज ने जोश से कहा और सभी अंदर चले गए।

अंदर घुसते ही तेज़ म्यूजिक और चमकती हुई लाइट्स ने सबका स्वागत किया। डांस फ्लोर पर पहले से ही कई लोग झूम रहे थे। बार के पास कुछ लोग कॉकटेल ऑर्डर कर रहे थे, तो कुछ अपनी टेबल पर बैठकर दोस्तों के साथ बातचीत कर रहे थे। पूरा माहौल एनर्जी से भरपूर था।

"यह जगह तो सच में गजब है!" सहदेव ने चारों ओर नज़र दौड़ाते हुए कहा।

"तुम्हें अब तक पता नहीं था? यह शहर के बेस्ट नाइट क्लब्स में से एक है," सोनिया ने मुस्कुराते हुए कहा।

"चलो, अब पहले कुछ ड्रिंक्स ऑर्डर करते हैं," कविता ने कहा और सभी बार की तरफ़ बढ़े।

सहदेव ने एक नॉन-अल्कोहलिक मॉकटेल ऑर्डर किया, जबकि बाकियों ने अपनी पसंद की ड्रिंक्स ली। फिर सभी ने अपनी ड्रिंक्स के साथ टेबल के चारों ओर बैठकर बातें करनी शुरू कर दी।

"तो, सहदेव, तुम्हारी मीटिंग कैसी रही?" शालिनी ने पूछा।

"काफी अच्छी रही! प्रोजेक्ट अच्छा चला, और टीम ने भी बेहतरीन काम किया," सहदेव ने आत्मविश्वास से कहा।

"वाओ! तो इसका मतलब डबल सेलिब्रेशन होना चाहिए," आदित्य ने हंसते हुए कहा।

तभी डीजे ने अनाउंस किया, "अगला गाना बर्थडे गर्ल सोनिया के लिए!" 

सोनिया ने एक्साइटमेंट से अपनी ड्रिंक रखी और कहा, "चलो, डांस फ्लोर पर चलते हैं!"

सभी हंसते हुए उठे और डांस फ्लोर की तरफ बढ़े। अब असली मस्ती शुरू हो चुकी थी…

(जारी रहेगा…)