Shoharat ka Ghamand - 127 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 127

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शोहरत का घमंड - 127

आर्यन की बात सुन कर आलिया बोलती है, "मैं जॉब करती हूं वहां पर, और मुझे कबीर शेखावत की सारी बाते माननी पड़ती है"।

तभी आर्यन आलिया को ला कर सोफे पर बिठा देता है और नोटो की गड्डी उसे देता है और बोलता है, "लो ये पैसे, और कम पड़ जाए तो बता देना, मैं और दे दूंगा, मगर उस कबीर शेखावत के यहां पर तुम अब जॉब के लिए नहीं जाओगी "।

आलिया वो पैसे वापस से आर्यन के हाथों में रख देती है और बोलती है, "मुझे तुम्हारे पेसो की कोई जरूरत नहीं है, और ऊपर वाले ने मुझे हाथ और पैर दिए हैं, मैं खुद कमा कर खा सकती हूं "।

तब आर्यन चिल्ला कर बोलता है, "तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है ????

उसके बाद आलिया भी उस पर चिल्लाने लगती है और बोलती है, "तुम्हारी क्या प्रॉब्लम है, क्यों मुझे परेशान कर रहे हो "।

तब आर्यन बोलता है, "अभी तो मैने तुम्हे परेशान भी नहीं किया है, बस प्यार से समझा रहा हूं, मगर लगता है कि तुम्हे प्यार की भाषा समझ में नहीं आती है, कोई बात नहीं मुझे अपने तरीके से भी समझाना आता है"।

ये बोल कर आर्यन आलिया को सोफे पर धक्का दे देता है। शराब की बोतल निकाल कर शराब पीने लगता है।

आलिया आर्यन को शराब पीता देख मुंह फेर लेती है और, वो थोड़े देर बाद बैठे बैठे सो जाती है।

थोड़ी देर बाद.........

आर्यन शराब पी रहा होता है। तभी वो आलिया की तरफ देखने लगता है। आलिया सोफे पर ही सो जाती है। तभी आर्यन उठता है और उसे ब्लैंकेट उढ़ा देता है। और उसके पास बैठ कर उसे देखने लगता है और बोलता है, "शक्ल से जितनी मासूम है, अंदर से उतनी ही जिद्दी है, पता नहीं मेरी बात क्यों नहीं मान रही है।

उधर आर्यन की मॉम उसके डैड से बोलती है, "कल आर्यन का बर्थडे है और अभी तक वो घर नहीं आया है, आप एक बार उसे मना लीजिए न"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "आपको आपके बेटे के अलावा और कोई नजर नहीं आता है क्या  ????

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "नहीं मुझे मेरे बेटे के अलावा कोई नजर नहीं आता है और अगर अब आप मेरे बेटे को ले कर नहीं आए तो मैं भी घर में नजर नहीं आऊंगी"।

ये बोल कर आर्यन की मॉम वहां से चली जाती है।

शाम होती है.........

आलिया की नींद अचानक से खुलती है और वो देखती है कि वह सोफे पर लेटी रहती है और देखती है कि आर्यन वहां पर नहीं होता है, वो और ज्यादा डर जाती है और उठ कर आर्यन देखने लगती है। उसे लगता है कि वह उसे वहां पर बंद करके चला गया है।

तभी वो देखती है कि आर्यन बेड पर सोया रहता है। वो हर तरफ अपना फोन ढूंढते रहती है क्योंकि आर्यन ने उससे फोन छीन लिया था।

आलिया आर्यन के पास जाती है और वहां पर उसके तकिए के नीचे अपना फोन देखती है। तभी आर्यन आलिया का हाथ पकड़ लेता है और नींद में बोलता है, "तुम्हे शर्म नहीं आ रही है इस तरह एक शरीफ लड़के के पास आते हुए, क्या करना चाहती हो तुम मेरे साथ"।

तब आलिया बोलती है, "बकवास बंद करो अपनी और मेरा फोन दो "।

तब आर्यन बोलता है, "हा ठीक है दे दूंगा मगर पहले अपने इरादे तो बताओ"।

तब आलिया बोलती है, "कितने बेशर्म हो तुम, तुम्हे ये सब बोलते हुए बिल्कुल भी शर्म नहीं आ रही है "।

तब आर्यन बोलता है, "वाह वाह क्या बात है, तुम करो तो रास लीला और हम करे तो कैरेक्टर ढीला"।

तभी आर्यन आलिया का हाथ खींच कर उसे अपनी तरफ करता है तभी आलिया उसके ऊपर आ कर गिर जाती है। तब आर्यन बोलता है, "हा अब बताओ मेरे पास क्यों आई तुम, मैं तो तुम्हारे पास कभी भी नहीं आता"।

तब आलिया बोलती है, "अपनी बकवास बंद करो और छोड़ो मुझे "।

तब आर्यन बोलता है, "नहीं छोड़ता बोलो क्या कर लोगी"।

तब आलिया बोलती है, "आर्यन तुम अभी होश में नहीं हो, नशे में हो, इसलिए बोल रही हूं कि छोड़ो मुझे"।

तब आर्यन बोलता है, "नही स्वीट हार्ट मैं नशे में नहीं हूं मैं बिल्कुल अपने होशो हवाश में हु "।

आलिया उठने की कोशिश करती हैं मगर उठ नहीं पाती है क्योंकि आर्यन उसकी कमर को कस कर पकड़ लेता है।

आर्यन बोलता है, "हा अब बताओ मानोगी मेरी बात"।

तब आलिया बोलती है, "कौन सी बात ??????

तब आर्यन बोलता है, "तुम अब नहीं जाओगी न कबीर शेखावत के होटल स्वीट हार्ट "।

तभी आलिया जल्दी से बोलती है, "हा अब मैं नहीं जाऊंगी कबीर शेखावत के होटल और तुम्हारी सारे बाते मानूंगी "।

ये सुनते ही आर्यन चौक जाता है और आलिया को देखने लगता है.............