Shoharat ka Ghamand - 119 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 119

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शोहरत का घमंड - 119

आर्यन गुस्से में कार के शीशे पर हाथ मार देता है जिससे कि शीशा टूट जाता है और आर्यन के हाथ से खून निकलने लगता है।

ये देख कर अरुण घबरा जाता है और बोलता है, "आर्यन तू पागल हो गया है क्या.... ये क्या किया तूने"।

आर्यन बहुत ही गुस्से में होता है और गुस्से की वजह से उसकी आँखें और चेहरा लाल हो जाता है और वो बोलता है, "आलिया कबीर को कैसे जानती है??????

तब अरुण बोलता है, "तुझे क्या मतलब है उन दोनों से, एक तो शराब पी पी कर किडनी फेफड़े खराब कर रहा है, और अब ऊपर से अपने हाथ से भी खून निकाल लिया"। 

उसके बाद अरुण आर्यन के हाथ में रुमाल बांधता है और उसे डॉक्टर के पास ले कर जाता है।

उधर आलिया घर पहुंच जाती है।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "बेटा एक बात पूछू ???

तब आलिया बोलती है, "हा पूछो"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "वो तुम्हारा नया बॉस कैसा है, तुम्हे परेशान तो नहीं करता है"।

तब आलिया बोलती है, "नहीं मम्मी वो बुरे इंसान नहीं हैं, वो एक अच्छे इंसान हैं और उन्हें बस अपने काम से मतलब है, और वो मुझे परेशान भी नहीं करते हैं, और आप इतना परेशान मत हो "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "ऐसे कैसे परेशान ना हूं, इतना कुछ हो गया है तुम्हारे साथ "।

रात होती है.........

आर्यन घर नहीं आता है उसकी मॉम बहुत परेशान रहती है और उसके डैड से बोलती है, "आप कुछ कर क्यों नहीं रहे है, आर्यन आज भी घर नहीं आया है और मेरी कॉल भी पिक नहीं कर रहा है, और अरुण भी मेरी कॉल पिक नहीं कर रहा है "।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "तो आप ये सब मुझे क्यों सुना रही हैं "।

तब आर्यन की मॉम गुस्से में बोलती है, "तो फिर और किसे सुनाऊं, कैसे डैड है आप आपको अपने बेटे की कोई फिक्र है भी या नहीं, अगर उसने कुछ गलत कर लिया तो अपने साथ, फिर क्या होगा "।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "आपका बेटा ना सिर्फ दूसरों के साथ गलत कर सकता है, अपने साथ नहीं, और अब आप मेरा सर दर्द मत करिए और मुझे सोने दीजिए "।

उसके बाद आर्यन के डैड सो जाते हैं।

उधर अरुण आर्यन को हॉस्पिटल से घर ले जाता है और बोलता है, "देख अब तू खाना खा और आराम से सो जा समझा, और कुछ उल्टा पुल्टा करने का सोचिओ भी मत "।

आर्यन चुप चाप खाना खा कर सो जाता है। मगर उसे नींद नहीं आती है, उसके सामने बस यही दिखता रहता है कि आलिया कबीर शेखावत से हंस हंस कर बाते करती हैं और उससे हाथ मिलाती हैं। उसे भूलने की कोशिश करता है मगर भूल नहीं पाता है।

आधी रात हो जाती है मगर आर्यन को वही सब दिख रहा होता है। उसे बहुत ही गुस्सा आता है और वो उठ कर बैठ जाता है कुछ देर तक तो वो सर पकड़ कर बैठे रहता है, उसके बाद उठ कर गुस्से में शराब पीने लगता है।

सुबह होती है........

अरुण उठ कर देखता है कि आर्यन सोफे पर लेटा होता है और उसके पास शराब की खाली बोतले होती है।

आलिया ऑफिस पहुंच कर काम करने लगती है। तभी कबीर शेखावत आलिया के पास आता है और बोलता है, "आलिया आज मुझे कुछ जरूरी काम है जिस वजह से आज मैं ऑफिस में नहीं रहूंगा, तो प्लीज आप आज सारा काम कर लेना क्योंकि कल मेरी बहुत ही इंपोटेंट मीटिंग है, और आपको कुछ भी पूछना हो, आप मुझ कॉल कर लेना"।

ये बोल कर कबीर वहां से चला जाता है। आलिया अपना काम करने लगती है।

दोपहर होती है........

आर्यन सो कर उठता है और देखता है कि 2 बज रहे होते हैं। तब आर्यन बोलता है, "दो बज गए तूने मुझे उठाया क्यों नहीं"।

तब अरुण गुस्से से आर्यन की तरह देखता है और बोलता है, "तुझे मैं इसलिए उठाता की तू उठ कर शराब पीए, यार कल रात को तो मैने तुझे समझाया था ना, की अब शराब मत पियो, मगर तूने मेरी एक बात भी नहीं मानी और पूरी रात पीता रहा"।

तब आर्यन बोलता है, "मैं क्या करता, मैने बहुत सोने की कोशिश की, मगर बार बार मेरे सामने आलिया और कबीर का चेहरा आ रहा था "।

तब अरुण बोलता है, "मुझे तो ये समझ में नहीं आ रहा है कि तुझे आलिया से क्या मतलब है, वो किसी से भी मिले "।

तभी वहां पर आर्यन की मॉम आ जाती है और देखती है कि आर्यन के पास शराब की खाली बोतले, सिगरेट पड़ी होती है और आर्यन के हाथ में पट्टी लगी होती है........