Ishq da Mara - 53 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 53

Featured Books
Categories
Share

इश्क दा मारा - 53

छत पर हल्की हल्की सी हवा चल रही होती है और यूवी और गीतिका एक दूसरे के सामने खड़े रहते हैं और एक दूसरे को देखते रहते हैं।

यूवी के शरीर पर बहुत चोट होती है।

तब गीतिका बोलती है, "ये इतनी चोट कैसे लगी तुम्हे??

यूवी गीतिका की आंखों में देखते रहता है और बोलता है, "बस लग गई "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम्हारे पापा ने मारा है तुम्हे"।

ये सुनते ही यूवी हंसने लगता है और बोलता है, "मैं कोई छोटा बच्चा हु क्या, जो मेरे पापा मुझे मारेंगे"।

तब गीतिका बोलती है, "तो इतनी चोट कैसे लगी "।।।

तब यूवी बोलता है, "चोट से याद आया तुम्हारा पैर कैसा है.... और तुम खड़ी क्यों हो"।

तभी यूवी एक कुर्सी लाता है और गीतिका को वहां पर बैठा देता है और उसका हाथ पकड़ कर उसके पास बैठ जाता है।

तब गीतिका बोलती है, "तुम नीचे क्यों बैठे हो ????

तब यूवी बोलता है, "तो कहा बैठूं "।

तब गीतिका बोलती है, "कुर्सी पर बैठ जाओ"।

तब यूवी बोलता है, "नहीं मैं यही बैठूंगा"।

तब गीतिका बोलती है, "मेरा हाथ.......

यूवी गीतिका को देखते रहता है। तब गीतिका बोलती है, "मेरा हाथ छोड़ो "।

और गीतिका अपना हाथ छुड़ा लेती है और बोलती है, "तुम्हे क्या जानना था मेरे बारे में"।

तब यूवी बोलता है, "तुम थोड़ी देर चुप नहीं रह सकती हो क्या ?????

तब गीतिका बोलती है, "क्यो मैं चुप क्यों रहु"।

तब यूवी बोलता है, "क्योंकि मैं तुम्हे बस देखना चाहता हूं, इसलिए थोड़ी देर चुप चाप बैठ जाओ"।

तब गीतिका बोलती है, "तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है तुम ये क्या बोल रहे हो, देख नहीं रहे हो रात हो रही है, अगर किसी ने देख लिया तो "।

तब यूवी बोलता है, "तो देखने दो, तुम बस मुंह बंद करके बैठी रहो "।

तब गीतिका बोलती है, "मैं ज्यादा देर तक नहीं बैठूंगी मुझे ठंड लग रही है "।

तब यूवी बोलता है, "अच्छा रुको मैं मीरा से शॉल ले कर आता हूं "।

गीतिका यूवी का हाथ पकड़ लेती है और बोलती है, "तुम पागल हो कहा जा रहे हों, अगर किसी ने देख लिया तो "।

तब यूवी बोलता है, "तुम इतना डर क्यों रही हो, मैं हूं तो तुम्हारे साथ "।

तब गीतिका बोलती है, "अच्छा अगर किसी ने देख लिया तो क्या बोलोगे, की इतनी रात में मुझ से क्यों मिलने आए हो "।

तब यूवी बोलता है, "तुम ये कैसी बाते कर रही हो ???

तब गीतिका बोलती है, "बताओ क्या बोलोगे ???

तब यूवी बोलता है, "तुमने ही तो मुझे मिलने के लिए बुलाया था ना "।

तब गीतिका बोलती है, "मैने मिलने के लिए नहीं बल्कि कुछ पूछने के लिए बुलाया था "।

तब यूवी बोलता है, "क्या पूछना है ????

तब गीतिका बोलती है, "तुम सुबह से मेरे घर में क्यों बैठे हुए थे और क्या जिद कर रहे थे, क्या जानना था तुम्हे "।

तब यूवी बोलता है, "तुमने ही तो बोला था कि तुम्हारी जिंदगी मेरी वजह से खराब हो गई और तुम्हे मेरी वजह से गांव आना पड़ा "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम क्या करोगी जान कर "।

तब यूवी बोलता है, "जब सब कुछ मेरी वजह से हुआ है तो मुझे जानने का हक भी है"।

तब गीतिका बोलती है, "देखो तुम मुझ से दूर ही रहो तो अच्छा होगा "।

तब यूवी बोलता है, "नहीं होऊंगा तुम से दूर बोलो क्या कर लोगी "।

गीतिका तभी उठने लगती है। तो यूवी उसका हाथ पकड़ लेता है और उसे उठने नहीं देता है और उसकी आंखों में देखने लगता है।

तब गीतिका बोलती है, "तुम क्या कर रहे हो"।

तब यूवी बोलता है, "मैं तो कुछ नहीं कर रहा"।

तब गीतिका बोलती है, "मुझे जाने दो"।

तब यूवी बोलता है, "जब तक तुम मुझे नहीं बता देती तब तक मैं तुम्हे नहीं जाने दूंगा, और तुम जानती हो कि मैं कितना जिद्दी हु"।

तब गीतिका बोलती है, "क्या बिगाड़ा है मैने तुम्हारा क्यों कर रहे हो मेरे साथ ऐसा "।

तब यूवी बोलता है, "अरे वाह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, एक तो खुद मेरी नींद, चेन, सुकून छीन लिया है, उल्टा मुझे बोल रही हो "।

तब गीतिका बोलती है, "मैने क्या किया है तुम्हारे साथ "।

तब यूवी बोलता है, "ज्यादा सीधी मत बनो और बताओ जल्दी से, बताओ ना"।

तभी वहां पर बंटी भी आ जाता है। उसे देख कर गीतिका घबरा जाती है। बंटी उनके पास आता है और बोलता है, "ओ गरीब इंसान तू नीचे क्यों बैठा है "।

तब यूवी बोलता है, "तू यहां पर क्या कर रहा है ????

तब बंटी बोलता है, "तुझे ही देखने आया हूं "।

गीतिका काफी डरी और सहमी रहती है।

तब यूवी बोलता है, "तुम डर क्यों रही हो, ये मेरा दोस्त है और हर वक्त मेरे साथ ही रहता है और मुझे अकेला नहीं छोड़ता है"।

तब गीतिका बोलती है, "तो ये मेरी छत पर क्या कर रहा है , और तुम क्या इसकी गर्ल फ्रेंड् हो जो, ये तुम्हारे लिए यहां पर आया है"।

तब यूवी बोलता है, "जलन हो रही है इससे "।

तब गीतिका बोलती है, "मुझे क्यों जलन होगी इससे"।

तब यूवी बोलता है, "लग तो रहा है, अब बता भी दो क्या बात है"।

तब गीतिका बोलती है, "क्यों जानना चाहते हो मेरे बारे में "।

तब बंटी बोलता है, "क्योंकि इसे तुम से प्यार हो गया है और इसे तुम्हारी फिक्र हो रही है ...............