ये कहानी do दोस्त की है jo हमउम्र है एक का नाम sanyira tha wahi दुसरे का नाम Rivaan था। दोनों साथ ही पढ़ते थे। sanyira Rivaan ko apna बहुत अच्छा दोस्त मानती थी। वो उसके साथ इतना घुल मिल गई थी कि वो Rivaan से सब कुछ बोलती थीं, कुछ भी नही छुपाती। Rivaan भी उसे समझता था उसका ख़याल भी रखता था जब भी कहीं घुमने जाना हो तो वो sanyira को ज़िद करता और उसे साथ लेकर ही जाता। दोनों साथ में बहुत मस्ती करते और कभी कभी तो आपस मे बच्चों की तरह लरते और खुद ही मान जाते थे। धीरे-धीरे समय के साथ sanyira को Rivaan की आदत ho गई। अब Rivaan जब भी दूसरी ल़डकियों से बात करता या उनके साथ समय बिताता तो sanyira को बुरा लगता । एक दिन ऐसे ही Rivaan ने sanyira को घूमने बुलाया sanyira जब वहां पहुची तो Rivaan ने sanyira को अपने दोस्त से मिलाया pahle तो sanyira उससे बात करने में हिचकिचा रही थी लेकिन Rivaan के कारण वो उसके दोस्त से बात करने लगीं। Rivaan का दोस्त जब sanyira se मिला तो उसे बहुत अच्छा लगा क्योंकि sanyira हँसमुख थी और बहुत बातूनी भी इसलिए जब Rivaan का दोस्त sanyira से मिला तो उसे अपना सा लगने लगा ,लेकिन Rivaan को ये सब अच्छा नहीं लगा इसीलिए वो sanyira को कहता कि तुम उससे बात करो लेकिन बस एक दोस्त की तरह, sanyira भी Rivaan ki बात मान ली क्यूंकि वो Rivaan की sab बात को मानने लगी thi उसके सब बातों पर अपनी सहमति जताती। sanyira को Rivaan के साथ सुरक्षित महसूस होता । दिन गुज़रता गया और दोनों की दोस्ती भी समय के साथ और गहरी होती गई। एक दिन Rivaan ने sanyira को अपने रूम pe बुलाया sanyira पहले तो जाना nahi चाहती थी उसने मना भी किया लेकिन Rivaan के जिद करने पर wo uske रुम पर गई वो उन चीजों से बेफिक्र थी जो उसके साथ होने वाला था। दोनों साथ में समय बिताए बहुत सारी बाते की लेकिन Rivaan मस्ती, के चक्कर में दुर्व्यवहार करने की कोशिश की sanyira बच तो गई थी लेकिन बार बार उसे Rivaan की वो दुर्व्यवहार याद आती और वो खुद को ही कोसती की उसने एक गलत इंसान से दोस्ती की वो खुद को माफ नहीं कर पा रही थी । दूसरे तरफ Rivaan को भी अपनी गलती का एहसास हुआ कि उसे sanyira के साथ बदतमीजी नहीं करनी चाहिए थी, उसने sanyira से माफ़ी माँगी. Sanyira ने बहुत सोचने के बाद उसे माफी दे दी। लेकिन माफी देने के बाद भी sanyira को Rivaan पर भरोसा नहीं रहा। sanyira अब पहले ki तरह नहीं रही उसने अब दोस्त बनाने कम कर दिए । sanyira aur Rivaan दोनों ही पुरानी बातों को भूलकर अपने अपने जिंदगी में आगे बढ़ गए। दोनो को ही सबक मिल गया था कि एक छोटी सी गलती अच्छे से अच्छे संबंध को भी बिगाड़ सकते है । रिस्तों में दोनो को ही एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए ।
जिंदगी का एक मोड़, एक पल की चूक, और एक घंटा जो सब कुछ बदल दे...... ये कहानी मैंने लिखी हैं. अपने कल्पनाओं से. मैं हूँ — Simran, इस दास्तान की कथा वक़्त।