Sazisho Ka Silsila - 2 in Hindi Thriller by Aarti Garval books and stories PDF | साजिशो का सिलसिला - 2

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साजिशो का सिलसिला - 2



नैना कपूर की मौत ने उनके आसपास के सभी लोगों को शक के घेरे में ला दिया था। अर्जुन सिंह के लिए यह केस सिर्फ एक हत्या का मामला नहीं था; यह एक पहेली थी, जिसमें हर टुकड़ा अपने सही स्थान पर रखना जरूरी था।

अर्जुन ने नैना के अपार्टमेंट की फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया। रिपोर्ट से यह पता चला कि मौत का समय रात 11:30 बजे था। नैना के शरीर पर कोई और चोट का निशान नहीं था, केवल चाकू का एक वार था। कमरे में मिले फिंगरप्रिंट्स का विश्लेषण जारी था।

“जो भी कातिल था, उसने साफ-सफाई में कोई कसर नहीं छोड़ी, बहुत बारीकी से हर एक सबूत को मिटाने की कोशिश की है ” अर्जुन ने रिपोर्ट पढ़ते हुए कहा।

अर्जुन ने नैना के पति कबीर कपूर को पूछताछ के लिए बुलाया। कबीर और नैना के तलाक की प्रक्रिया चल रही थी, और उनके बीच संपत्ति का विवाद मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा था।

“नैना और आपके बीच तलाक क्यों हो रहा था?” अर्जुन ने सीधे सवाल किया।

कबीर ने चिढ़कर जवाब दिया, “वह बहुत जिद्दी थी। उसने कभी मेरी बात नहीं मानी। और फिर, उसने किसी और के साथ रिश्ते बना लिए थे। मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता था।”

“तुम्हें कैसे पता कि वह किसी और के साथ थी?”
“मुझे बस पता था। वह मुझे छोड़ना चाहती थी, लेकिन मैं उसे प्यार करता था।”

“तुम्हारे पास 11:30 की रात का क्या अलिबी है?” अर्जुन ने पूछा।

“मैं अपने दोस्त के घर था। आप उनसे पूछ सकते हैं।”-  उसने साफ-साफ जवाब दे दिया

कबीर के बाद अर्जुन ने नैना के को-स्टार रोहित मल्होत्रा को बुलाया। नैना और रोहित के अफेयर की अफवाहें आम थीं।

“आप और नैना के बीच क्या रिश्ता था?” अर्जुन ने सवाल किया।

रोहित ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “हम सिर्फ दोस्त थे। मीडिया ने हमारे रिश्ते को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। लेकिन हां, मैं उसे पसंद करता था। वह मेरी सबसे करीबी दोस्त थी।”

“उस रात तुम कहां थे?”

“मैं घर पर था। मैं जल्दी सो गया था। आप चाहें तो मेरे घर के सीसीटीवी देख सकते हैं।" 


रोहित और कबीर के बयान के बीच अर्जुन को नैना की हाउसकीपर सविता से एक और बयान मिला। सविता ने बताया, “मेमसाहब की मौत से पहले वह किसी से बहुत डरी हुई थीं।  मैंने उन्हें किसी से बात करते हुए सुना था और उसे वक्त वह बहुत घबराई हुई लग रही थी।

अर्जुन ने नैना की डायरी के फटे पन्ने की फॉरेंसिक जांच के आदेश दिए। जो शब्द उभरकर आए, उन्होंने केस को और गहराई में धकेल दिया।

"मेरा सबसे बड़ा दुश्मन वही है जिसे मैंने अपना सबसे करीबी माना। अगर मैं मर जाऊं, तो उसे जरूर ढूंढा जाए।"

कबीर और रोहित दोनों के पास मजबूत अलिबी थे, लेकिन उनके बयान अस्पष्ट थे। अर्जुन को लगा कि नैना का असली दुश्मन पर्दे के पीछे छिपा हुआ है।

जांच के दौरान अर्जुन को नैना के फोन से एक रिकॉर्डिंग मिली। रिकॉर्डिंग में एक पुरुष और महिला की बहस सुनाई दी। आवाजें धुंधली थीं, लेकिन बहस का संदर्भ साफ था: पैसे, धोखा, और बदले की बात।

क्या यह सुराग नैना के कातिल तक पहुंचने में मदद करेगा?