I Hate Love - 18 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | I Hate Love - 18

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I Hate Love - 18

अंश जानवी के गालों को थप थपाते हुए,,,,,,,, होस्स मैं आयो जानवी ,,,प्लीज उठ जाओ ,,,,,

इस वक्त अंश जानवी को होश में लाने की पूरी कोशिश कर रहा था ,,,,अंश इस वक्त पूरा दारा हुआ था,,,,,

क्योंकि वह नहीं चाहता था कि ,,,,,जानवी को कुछ भी हो,,,,

अंश बार-बार जानवी के गानों को थपथपाते हुए,,,,, जानवी कृपया होश में आयो,,,, मैं तुम्हें कैसे बताऊं,,,, कि कल रात ऐसा कुछ नहीं हुआ था,,,,,जो तुम सोच रही हो, ,,,वो सब एक झूठ था,,,,सिर्फ एक दिखावा,,,,जो मैं चाहता था तुम देखो,,,, 

कार ड्राइव करते हुए,,, एक नजर जानवी को देख,,,तुम सुन रही हो जानवी,,, कि उसने तुम्हें सच में छुआ भी नहीं था,,,,

 वो इंसान तो सिर्फ तुम्हें बिस्तर पर लेटा ,,,, वहां से चल गया था,,,,, क्योंकि पूरी रात तो मैं था तुम्हारे साथ,,,,, सच मैंने तुम्हारे साथ कुछ नहीं किया ,,,,,

अंश जानवी को होश में रखने के लिए ,,,उसे सारी सच्चाई बताता जा रहा था,,,, क्युकी उसे इतना पता था ,,,कि किसी इंसान को होश में रखने के लिए उससे बात करते रहना चाहिए ,,,ताकी वो बेहोश ना हो जाये,,,,,

  वो सब तो सिर्फ मेरा प्लान था ,,,, ताकि मैं तुम्हे सबक सिखा सकूँ,,,,,

सच में जानवी उसने तुम्हें chhune भी नहीं दिया था,,,, or कल रात तुम्हें कोई ड्रग्स भी नहीं दिया गया था,,,,

जो तुमने कल रात पिया ,,,,वाह सिर्फ एक आम नशा था,,,, जिससे तुम बेहोश हो जाओ,,,or तुम्हें कुछ याद भी नहीं होगा ,,,

Yah कहते हुए अंश की आंखों में आंसू आ जाते हैं ,,,,सच में जानवी मैं सिर्फ तुमसे सबक सिखाने के लिए ये सब,,किया था,,,,,yah सिर्फ एक झूठ है ,,,,,नाटक किया था ताकी तुम्हें एहसास हो कि तुमने मेरे साथ क्या किया था,,,,,पर प्लीज जानवी अपनी आंखें मत बंद करना,,,,

ऐसी ही बात करते हुए,,,अंश की कार हॉस्पिटल के आगे रुकती है,,,

अंश जल्दी से जानवी को कार से बाहर निकलता है ,,, यह वक्त है जानवी अंश की बाहों में झूल रही थी ,,, उसके हाथों के कपड़ा बंधे होने के बावजूद भी ,,,खून उसके कलाई से पैसे के ,,,जमीन पर ja गिर रहा था,,

जानवी की ऐसी हालत देख,,,अंश को खुद पर गुस्सा या घबराहट हो रही थी,,,, अगर वो जानवी को सबक सिखाए कि वजह से ये सब ना करता,,तो जानवी भी ऐसा कदम न उठाती,,,,, ,क्यूकी उसम yah हिम्मत नहीं थी,,, किसी को मरता हुआ देखने की,,,वो भी उसकी वजह से ,,, ,, or फिर उसी तरह जानवी को अपने baho में ले,,,, हॉस्पिटल के अंदर चला जाता है,,,ओर phir  चिखते हुए,,, डॉक्टर्स अंश की आवाज सुन सभी डॉक्टर अंश के पास जाते हैं,,,,

अंश डॉक्टर को अपने सामने देख,,,,संयुक्त राष्ट्र के डॉक्टर पर चिल्लाते हुए,,,इसका जल्दी से इलाज करो,,,इसने अपनी नश काट दी है,,,

डॉक्टर अंश की गुस्से भरी आवाज से,डर जाते हैं,,,,और फिर  जल्दी से जानवी को स्ट्रक्चर पर लेते उसे इमरजेंसी बोर्ड में लेकर चले जाते,,,,

आपातकालीन कक्ष के बाहर अंश खुद मैं ही बाड बडाते जा रहा था ,,,,, कि जानवी को कुछ नहीं हो सकता ,,, मैं एक या मौत नहीं देख सकता।,,,,,, उसका दिल जोरो से धरक रहा था ,, ,    उसे यकीन नहीं हो ,,रहा था कि जानवी ऐसा कुछ भी कर सकती थी,,,, 

या फिर खुद से बोलते हुए,,, ,मेरी एक छोटी सी झूठ की वजह से ,,,,जानवी ऐसा कुछ करेगी मैंने कभी सोचा भी नहीं था,,,

जान्हवी को ऐसा नहीं करना चाहिए था,,,,, मैं जितना जानवी को जानता हूं,,,जान्हवी इतनी कमजोर नहीं थी,,,,

कि उससे कोई रास्ता ना मिले तो ,,,खुद को ही ख़तम करले,,,,,वाह तो लड़ने वालों में से है ,,,,मरने वालों में से नहीं ,,,, यह सोचते हुए उससे ,वाह पल याद आने लगता है ,,,जब अंश जानवी को इम्प्रेस करने के लिए ,,उसके पीछे गुंडे लगा देता है,,,,

 

फ़्लैश बैक

अंश कब से जानवी का पिचा कर रहा था,,, लेकिन जानवी अपने ही धुन में,,,, बाइक चला,,,, कहीं जा रही थी,,, कि तभी कुछ गुंडे जानवी को घेर लेते हैं,,,

और वाह सभी गुंडे बाइक के साथ जानवी की चारों तरफ गोल गोल घुमते हुए ,,,, इसमें से गुंडा बोलता है ,,, वो देख ,,,, यार ये क्या माल है ,,,,इससे तो मैं तेरी भाभी बनूंगा ,, , ,,,yrrr ,, FIR दूसरा गुंडा बोलता है,,,, नहीं नहीं मैं इसे तेरी भाभी बनाऊंगा ,,,

और इधर जानवी उन गुंडों को देख औऊ उनकी बातें सुन ,,,,जान्वी अपनी जलती हुई आँखों से घूर,,,, बड़ी सी स्टाइल से अपनी बाइक से उतरती है,,, और फिर अपने चेहरे से हेलमेट को हटा,,,,, ,,,, बड़े शांति से,,,, अपनी बाइक से टेक लगा ,,,,,,

उन्न् गुंडों को देखने लगती है,,, जैसे वो चुटकियाँ मैं हाय,,उहें मसल कर रख देगी,,की तबी उन गुंडों को आपस में कहना,,, कि ये तेरी भाभी होगी ,,,याह तेरी भाभी होगी,,,, कि तभी जानवी बड़े ही एटीट्यूड से गुंडों को देख ,,,ऐसा करो तुम पहले फैसला कर लो,, , कि मैं किसकी भाभी हूं ,,,,और किसकी नहीं ,,,,तब तक मैं खा पी कर आती हूं।  ,,,

जानवी की हरकतें या बातें सुनना,,, खुद से,,क्या इस लड़की को डर नहीं लग रहा हमसे,,, और फिर वह अपना चेहरा बाइक के मिरर, मैं देखने लगता है,,,, खुद को देख,,वो घुंडा, आरे डरावना तो हु ,,,तो फिर इसे क्यों नहीं डर लग रहा ,,,

  और फिर पलट कर जानवी को ऊपर से नीचे देखने लगता है ,,,,और फिर उसे देख ,,,अपने मन में,,, देखने में तो यह नाज़ुक कली की तरह है ,,,,

अगर इसकी जगह कोई दूसरी लड़की होती,,,, तो हमें देख,,,,चिकती,,,चिल्लाने लगती,,

लेकिन यह तो हमें खुद इनवाइट कर रही है,,, हमारी तो बन गई है,,,,,हम पैसे भी मिलेंगे और लड़की भी,,,,,और फिर यह सोच उसके चेहरे पर मुस्कान आती है,,,,,

और फिर अपनी घटिया मुस्कान करते हुए,,,, जानवी से,,,हमने फैसला कर लिया कि तुम उसकी भाभी हो कि तभी दूसरा गुंडा नहीं,,,,,,तुम उसकी भाभी हो,,,,और ऐसा ही, दूसरा और तीसरा भी कहने लगता है

और इधर अंश गुंडों की हरकतें देख खुद से,,, ये गुडे ही हैं ना ,,,,याह कैसी बकवास कर रहे हैं,,,, जिस काम के लिए भेजा है ,, वाह तो कम ही नहीं कर रहे,,,

और इस लड़की को क्या हुआ है,,,, ऐसी बहकी बहकी बातें क्यों कर रही है,,,,और फ़िर अंश चिडते हुए,,,, अरे यार अपना काम शुरू करो,,,,,ताकि मैं भी अपना काम करूँ, ,,, 

की तभी जानवी उन गुंडों को लड़ता देख,, ,,, अपनी ख़तरनाक स्माइल करते हुए,,,, अगर तुम सबका हो गया ,,,तो मैं बताऊं कि मैं किसकी भाभी हूं,,, किसकी नहीं ,,

 याह कहते हुए जानवी ,,,,अपने कदम उन गुंडों की तरफ बढ़ा देती है,,,,  

जानवी पहले गुंडे के पास पहुंचे,,,,, और फिर बिना अपनी भावहीन आंखों से,,,,उस गुंडे को घूरते हुए,,,,, अपना हेलमेट उठा उस गुंडे के सर पर मारते हुए,,,, गुस्से से अबे साले पर चिरकटे ह् ,,,,

बहुत शौक है ,,,,ना मुझे दूसरे के भाभी बनाने का,,,,, अब तुझे बताती हूं,,,, कि मैं किसकी भाभी हूं और किसी की नहीं,,यह कहते हुए हुए जानवी दूसरे गुंडे को बिना कोई मौका दिए,,,,,उसके बाल को पकड़ उसे थोड़ा नीचे झुका,,,,, अपनी पैर को उठा उसके पीट पर एक किक  मारती है, , जिससे वाह गुंडा दर्द से तड़पते हुए ,,,,वही बैठ जाता है ,,,


और तीसरे को भी बिना कोई मौका दिए,,,, जानवी अपने पैरो का इस्तमाल कर,,,उसके पर्सनल पार्ट पर जोर से लाट मरती है,,,,जिसमे वह आदमी भी दर्द से तड़पता है,,,

और फिर जानवी उस गुंडे को उन डोनों को ऊपर धक्का दे देती है ,,,, जिसे वो थीन साथ में जमीन पर गिर जाते हैं,,,,, 

क्योंकि पहला गुंडा,,, तो जानवी के हेलमेट मारने के द्वारा,,,,,नीचे जमीन पर गिरा था,,,, और उठने की कोशिश कर रहा था ,,,,की तभी दूसरा गुंडा जिसे जानवी ने ,,,, एक लाट मार के ,,,उस पहले वाले गुडे के ऊपर गिरा देती है,,, जिससे पहला वाला गुंडा,,, दोबारा जमीन पर गिर जाता है,,,

इस वक्त तीन जमीन पर गिरे हुए थे,,,, और जानवी गुस्से से पूछ रही थी,,,, जानवी का दिल कह रहा था,,,, कि वाह इन्हें ऐसा सबक सिखाया कि दोबारा कभी किसी लड़की को छेड़ने से पहले सौ बार सोचे,,,,

और इधर गुंडों को जानवी पर बहुत गुस्सा आ रहा था,,,, कि एक पतली सी लड़की,,, से वह कैसे मार खा सकती है,,

इसलिए गुंडे जल्दी से उठते हुए,,,,वह जानवी को पकड़ने के लिए उसकी तरफ कदम बढ़ाते हैं,,,,की तभी जानवी अपनी कदम पीछे लेते हुए जंगल की तरफ भागती है,,,

और उसके पिचे,,,, भागते हुए गुंडे ,,,,, अभी तो बहुत पहलवान बन्न रहती थी ,,,,,आब क्या हुआ ,,,,डर लग रहा है

और ये सब नजारा वही पास खड़े अंश देख रहा था,,,,, वाह तो हैरान था,, जानवी का रवैया देखकर,,,जिसे देख अंश अपने मन में लेकिनी यह भागी क्यों ,,,,और ये कहां जा रही है

चलो छोड़ो मुझे क्या ,,,,, जहां जाना है ,,,,, जाए मुझे तो बस अपना काम करना है ,,,,और फिर वह भी गुडे के पीछे,,,,,लेकिन उनसे थोड़ा दूर रहता है ,,, ,,,

आज के लिए बस इतना

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 प्लीज लाइक शेयर कमेंट भी कर दिया करो यार ,,,,क्या करते हो कितनी मेहनत लगती है कहानी लिखने में ,,,या सोचने में भी

 

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