Shoharat ka Ghamand - 105 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 105

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शोहरत का घमंड - 105

उन गुंडों की बाते सुन कर आलिया डर जाती हैं। मगर फिर भी वो हिम्मत दिखाती है, और बोलती है, "मेरे सामने ज्यादा बकवास करने की जरूरत नहीं है, और मैं तुम्हारी बातों से डरने वाली भी नहीं हूं"।

तब गुंडा बोलता है, "पता नहीं ये सुंदर लड़किया इतना घमंड क्यों दिखाती है, यार देखो मैं तो बोल रहा हूं कि ननद के साथ भाभी को भी ले चलते हैं "।

तब आलिया बोलती है, "हाथ लगाने की कोशिश भी मत करना मुझे समझे, वरना सबके सामने एक थप्पड़ मारूंगी "।

तब गुंडा बोलता है, "तुझे क्या लगता है कि तेरी इन बातों से हम डर जाएंगे, और डर कर भाग जाएंगे "।

तभी आलिया आरू को छुड़ाने लगती है, तभी एक गुंडा अपनी बंदूक निकालता है और आलिया के माथे पर रख कर बोलता है, "बहुत देख लिया तेरा ड्रामा, अब ज्यादा किया न तो सारी की सारी गोलियां तेरे सर में डाल दूंगा, चल अब चुप चाप निकल यहां से और हमे अपना काम करने दे"।

तब आलिया बोलती है, "मैं कही पर भी नहीं जाऊंगी यहां से आरू को छोड़ कर "।

तब गुंडा बोलता है, "तुझे बिल्कुल भी डर नहीं लग रहा है, कि अगर ये सारी गोलियां तेरे अंदर गई तो तेरा क्या होगा "।

तब आलिया बोलती है, "नहीं मुझे कोई डर नहीं लग रहा है , और मैं तुम जैसे गुंडों से डरती भी नहीं हूं समझे"।

तब दूसरा गुंडा बोलता है, "अरे यार क्यों टाईम वेस्ट कर रहा है, इसे भी ले चल न"।

तब पहला गुंडा बोलता है, "ओए तू पागल हो गया है क्या, जब हमे एक को लाने के लिए बोला है, तो फिर हम दूसरे को क्यों ले जाए "।

तब गुंडा आलिया को धक्का दे देता है और आरू को ले जाने लगता है, तभी आलिया उठती है और आरू का हाथ पकड़ लेता है और उसे जाने नहीं देती है।

तब उस गुंडे को गुस्सा आ जाता है और वो बोलता है, "ओए लड़की तू क्यो मेरा दिमाग खा रही है, हट न हमारे रास्ते से"।

तब आलिया बोलती है, "मैं नहीं हटूंगी यहां से, जब तक कि आरू को न ले लू "।

उसके बाद दूसरा गुंडा चाकू निकालता है और आलिया को डराने लगता है, मगर आलिया नहीं डरती है और वो आरू को खींचने लगती है अपनी तरफ, तभी इसी लड़ाई झगड़े में आलिया के हाथ में चाकू लग जाता है और उसके हाथों से खून निकलने लगता है।

तभी कोई पुलिस को कॉल कर देता है और वहां पर पुलिस आ जाती है। पुलिस को देख कर वो गुंडे डर जाते हैं और वहां से भाग जाते है।

आलिया का हाथ बुरी तरह से कट जाता है और बहुत खून बहने लगता है। आरू ये सब देख कर घबरा जाती हैं और रोने लगती हैं। तब आलिया बोलती है, "तुम रो क्यों रही हों ????

तब आरू बोलती है, "भाभी आपके हाथ से कितना खून निकल रहा है "।

तभी पुलिस वाला उनके पास आता है और बोलता है, "आप लोग ठीक तो है ????

तब आरू बोलती है, "नहीं मेरी भाभी ठीक नहीं है, इनके हाथ से बहुत खून निकल रहा है, आप प्लीज हमे डॉक्टर के पास ले चलिए "।

तब आलिया बोलती है, "नहीं नहीं.... इसकी कोई जरूरत नहीं है, तुम घर चलो, अब ज्यादा देर तक तुम्हारा यहां पर रहना ठीक नहीं है "।

तब आरू बोलती है, "नहीं भाभी पहले आपको डॉक्टर के पास ले कर जाऊंगी मैं "।

तब आलिया बोलती है, "जिद मत करो आरू, घर चलो"।

तब पुलिस वाला बोलता है, "मेम आपके हाथ से बहुत खून निकल रहा है, आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए"।

तब आलिया दुपट्टे से हाथ को दबा लेती है और बोलती है, "बस हल्का सा खून बह रहा है, ठीक हो जाएगा, आप प्लीज कोई ऑटो करवा दीजिए, ताकि मैं आरू को आराम से घर ले जाऊ"।

उसके बाद पुलिस वाला उन्हें ऑटो में बिठा देता है।

उधर आलिया के पापा सब कुछ सोच सोच कर परेशान रहते हैं। तभी अचानक उन्हें चक्कर आ जाता है और वो बेहोश हो जाते है। ये देख कर मीनू डर जाती है और पापा पापा चिल्लाने लगती है.........