My Devil Hubby Rebirth Love - 56 in Hindi Love Stories by Naaz Zehra books and stories PDF | My Devil Hubby Rebirth Love - 56

Featured Books
  • નિતુ - પ્રકરણ 64

    નિતુ : ૬૪(નવીન)નિતુ મનોમન સહજ ખુશ હતી, કારણ કે તેનો એક ડર ઓછ...

  • સંઘર્ષ - પ્રકરણ 20

    સિંહાસન સિરીઝ સિદ્ધાર્થ છાયા Disclaimer: સિંહાસન સિરીઝની તમા...

  • પિતા

    માઁ આપણને જન્મ આપે છે,આપણુ જતન કરે છે,પરિવાર નું ધ્યાન રાખે...

  • રહસ્ય,રહસ્ય અને રહસ્ય

    આપણને હંમેશા રહસ્ય ગમતું હોય છે કારણકે તેમાં એવું તત્વ હોય છ...

  • હાસ્યના લાભ

    હાસ્યના લાભ- રાકેશ ઠક્કર હાસ્યના લાભ જ લાભ છે. તેનાથી ક્યારે...

Categories
Share

My Devil Hubby Rebirth Love - 56

अब आगे 



रूही रूद्र को मारते हुए बोली  यह क्या कह रहे हो मां पापा  की पार्टी छोड़कर हम कैसे जा सकते हैं छोड़ो मुझे देखो सब देख रहे हैं रूद्र देखने दो देखने वाले तो देखते हैं तुम्हें उनसे फर्क नहीं पढ़ना चाहिए फर्क तो तुम्हें मुझे पढ़ना चाहिए कि मैं क्या सोच रहा हूं 



चलो ना वाइफी रूही ने रूद्र को पीछे धक्का दिया और बोली तुम बहुत बेशर्म हो गए हो‌ यह‌ कहकर रूही सुनीता जी और दीपक जी की पास आ गई रूही को जाते हुए देखकर रूद्र मुस्कुरा दिया सिंघानिया विला के बाहर एक कार आके रुकी उसमें से नेहा और राहुल निकले दोनों अंदर आए जैसे ही नेहा अंदर आई 


वह विला को देखकर बोली  कितना ब्यूटीफुल है खास यह घर मेरा होता और उसे लड़की की जगह में इस घर की मालकिन होती लेकिन उसे रूद्र ने उसे लड़की से शादी कर ली नेहा अपने चेहरे पर डेविल इस्माईल  ला कर बोली यह घर मेरा हो सकता है

  अगर मैं उसे रूद्र को पटा लूं तो राहुल ने नेहा को खड़े हुए देखा तू उसने नेहा को हिला कर बोला यहां खड़ी क्यों हो चलो अंदर  नेहा ने हां में सर हिला दिया और  राहुल के साथ सुनीता जी और दीपक जी के पास आकर बोली हेलो आंटी हैप्पी एनिवर्सरी सुनीता जी बेटा बड़ी देर कर दी तुमने आने में और तुम तो अब आती ही नहीं हो इतने में दीपक जी बोले सही कहा जब से रिया गई है तब से नेहा तुमने तो आना ही छोड़ दिया 




किया हम तुम्हारे कुछ नहीं लगता नेहा आप कैसी बात कर रहे हैं अंकल रिया नहीं रही तो आपसे मेरा क्या कोई रिश्ता नहीं रहा मैं थोड़ा काम में फांसी हुई थी इस वजह से आपसे मिलने आ ना सकी जी लेकिन अब मैं रोज आऊंगी आपसे मिलने सुनीता जी बिल्कुल जरूर आना सपने में हुई और पीहू सुनीता जी दीपक जी के पास आ गई नेहा पीयू को देखकर मुस्कुराए





और अपने मन में बोली आज तुम्हारी वजह से मैं इस घर में आ सखी हूं यह कहकर करो यादों में खो गई नेहा पीहू की बात सुनकर उसने सुनीता जी को फोन कर था सुनीता जी ने  नेहा राहुल को पार्टी में आने को कहा जिसे सुनकर नेहा बहुत खुश हुई और उसने जल्दी से राहुल को फोन कर के सब बताया राहुल भी नेहा की बात सुनकर खुश हो गया।  


फिर क्या दोनों  मुंह उठाए आ गए रूही गुस्से में दोनों को देख रही थी  नेहा‌ रूही को देखकर मुस्कुराकर बोली हेलो तुमसे दोबारा मिलकर खुशी हुई सुनीता जी क्या तुम रूही को पहले से जानती हो नेहा अपने मन में बोली  ओ अच्छा इसका नाम रूही है और मुस्कुरा कर बोली की जी आंटी हम मॉल में मिले थे



सुनीता जी अच्छा तुम दोनों इंजॉय करो हम अभी आते हैं वो दोनों चले गए राहुल जो रूही को लालच भरी नजरों से देख रहा था उसने रूही को ऊपर से नीचे तक देखा और रूही की तरफ हाथ बढ़ाकर बोला हेलो लगता है आज का दिन मेरे लिए अच्छा है 



जों तुम से मुलाकात हुई रूही ने उसके हाथ को दिखा और बोली शायद मेरा आज का दिन खराब है जो तुम दोनों से मिली राहुल रूही की बात सुनकर बोला क्या मतलब तुम्हारा   रूही मुस्कुराई और बोली तुम मतलब बहुत पोंछते हो मैं तो बस मजाक कर रही थी  




इतने में रुद्रा रुही‌ के पास आया और उसकी कमर पर हाथ डालकर  राहुल को घूरने लगा राहुल रूद्र को देखकर घबरा गया था  लेकिन जैसे ही राहुल ने रूद्र का‌ हाथ रूही की कमर पर देखा तो उसने गुस्से में अपनी मुट्ठी मिची और रूद्र को देखकर मुस्कुराया बोला  कुछ बोलता रूद्र रूही और पीहू को बहा से ले गया



राहुल रूद्र को जाते हुए गुस्से में बोला तुम्म यह जो अकड़ है ना यह मुझे पसंद नहीं है तुम्हारी वाइफ को छीनकर तुम्हारी यह कर तोड़ने में बहुत मजा आएगा मुस्कुराकर ब वहां से चला गया नहीं नेहा भी उसके पीछे-पीछे चली गई



तीनों बात कर रहे थे इतने मे कोई लड़का रूद्र के पास आया और उसकी कंधे पर हाथ रख रूद्र ने जैसे ही अपने कंधे पर किसी का हाथ महसूस हुआ उसने पीछे मुड़कर देखा वो लड़का क्या बात है यार तू तो इंडिया आकर मुझे भूल ही गया एक बार भी फोन करना जरूरी नहीं समझा रूद्र मुस्कुराया और बोला तुझे पता है




ना मुझे यहां पर टाइम नहीं मिल  था काम का इतना प्रेशर है तू बता तूने भी तो जब से मैं इंडिया आया हूं तब से एक बार भी फोन नहीं किया वह लड़का मुस्कराया और बोला सिर्फ तुझे ही काम है क्या मेरा काम नहीं है क्या तुझे पता है तेरे जाते ही मेरी कंपनी में कोई गड़बड़ हो गई थी जिसको सुलझाने में   इतना टाइम लग गया 



रुद्र क्या अब  कंपनी ठीक है कोई प्रॉब्लम तो नहीं है वह लड़का मुस्कराकर बोला नहीं अब सब ठीक है इसलिए तो मैं तुझे से मिलने आ गया रूही जो उसे लड़के को देख रही थी लेकिन याद नहीं आ रहा था कौन है एकदम से उसको याद आया कि रुद्र का बचपन का दोस्त संजय गोयनका है 




    
               




संजय

जो रुद्र के साथ अमेरिका में बिजनेस करता
था वो लड़का यानी संजय रूही से हेलो लिटिल सिस्टर तुम कैसी हो तुमने भी मुझे एक बार फोन नहीं किया तुम्हें तो कर ही सकती थी रूही मुस्कुराई और बोली  सॉरी भाई यहां पर आकर मुझे वक्त ही नहीं मिला संजय हां भाई अब तो तुम्हें अपनी फैमिली मिल गई है



अब हमारी क्या जरूरत रूही आप कैसी बात कर रहे हैं भाई आप भी तो मेरी फैमिली है संजय मुस्कुराया और बोला हां मैं तो हूं तुम्हारा बड़ा भाई रुही  इतने में संजय की नजर पिहु पर पड़ी जो टुकुर-टुकुर संजय को ही देख रही थी





जारी है ‌।  ‌।    रेटिंग कमेंट देना ना भूलिए 👍