You Are My Choice - 14 in Hindi Short Stories by Butterfly books and stories PDF | You Are My Choice - 14

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You Are My Choice - 14

"Let me make this crystal clear. This is not a gamble. Kavya built this company from the ground up, and she is not about to let it fall apart because of a few setbacks. You want stability? Look at her track records. You all know how good she is!"

 आकाश की बात सुनके सब शांत थे। अपनी चेयर से खड़े होते हुए अपने कोट का button बंध किया। इस वक्त आकाश बहुत stylish लग रहा था। हॉस्पिटल में बैठ सब अब उसे अच्छे से देख पा रहे थे। उसने आगे बात बढ़ाते हुए कहा, "और अगर आपको लगता है मि. Iyer की आपका दामाद इस कंपनी को अच्छे से चला सकता है, और आप अपने शेयर्स का फायदा उठाते उसे CEO बना सकते है.. तो भूल जाइए। Now, if anyone here thinks.. Mr. Iyer का दमाद is more capable than the woman who's been at the helm since day one, speak up. But know this... Kavya Sehghal is not stepping down. Not today. Not tomorrow. I'm here to make sure of that. And I use every ounce of my influence to protect her." आकाश का dominance उस रूम में मौजूद हर आदमी महसूस कर सकता था। 

तभी मि. कपूर ने कहा, "मि. Iyer at least CEO के ऑप्शन के लिए कोई काबिल इंसान ढूंढ लेते। में काव्या की तरफ हु।" धीरे धीरे सब काव्या के लिए एग्री कर चुके थे। तभी रूम के प्रोजेक्टर स्क्रीन ऑन हुए। वीडियो कॉल पे काव्या थी, हॉस्पिटल में अपने बेड में लेती हुई। काव्या ने अपनी हिम्मत जुटाई और धीरे से कहा, "I didn't expect this from you Mr. Iyer. आकाश अभी जिस कुर्सी पे बैठा है... वो chairperson की है। और वो मेरी है। लगता है आप यह बात भूल गए है। अगर ऐसी बात है तो मुझे आपको यह बात याद दिलाने में ज्यादा टाइम नही लगेगा। Only if you want." काव्या की बातो में साफ साफ धमकी नजर आ रही थी। वोह धीरे से जरूर बोल रही थी, लेकिन उसकी हर बात में गुस्सा साफ नजर आ रहा था।

"मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था।" मि. अईयर ने कहा।

उनकी ऐसी बात सुनके काव्या को और ज्यादा गुस्सा आने लगा, "आपके इरादो से में अच्छे से वाकिफ हु। और कंपनी इस डूइंग वेल। ऐसे मीटिंग बुलाना मतलब.... आपको अपना शेयर पसंद नहीं है। ऐसा है तो में खरीदने के लिए अभी रेडी हु।" काव्या अब कमजोरी महसूस कर रही थी।

उसकी सीधी सीधी धमकी से सब शांत थे।

किसका जवाब न सुनते हुए काव्या ने दानिश से कहा, "दानिश... पूछ लो किसे क्या प्रॉब्लम है, आखिर मेरा फर्ज बनता है इनकी प्रॉब्लम्स दूर करना।"

दानिश ने उसकी बात में हामी भरते हुए कॉल कट किया।

आकाश समझ चुका था की अंदर जो भी हुआ काव्या देख चुकी थी। और उनका सीक्रेट ऐसे रिवील करने के लिए आकाश को काव्या को मनाना काफी मुश्किल होने वाला था। 

काव्या ने कॉल कट होते ही रॉनित की तरफ देखा। "His idea." रॉनित ने अपने हाथ हवा में ऊपर करते  हुए कहा।

उसके इस जवाब पे काव्या ने कहा, "वो बुढ़ा है भी उसकी वजह से वहा। मेने कहा था उसे be my investor. पर मेरी सुनता ही..." इतना बोलते ही अब उसके सिर में बहुत तेज दर्द उठने लगा था। पास खड़ा जय अब तक उड़े गुस्से से गुर रहा था, जिसने उसकी आंखो पे अपना हाथ रखा और रिलैक्स करने को कहा। "मिस. सेहगल, प्लीज काम डाउन। फोकस ऑन ब्रेथिंग, slowly... Slowly." Kavya uske इंस्ट्रक्शन अच्छे से फॉलो कर रही थी। "मुझे पता है, आप बहुत कुछ कहना चाहती है लेकिन यह सही वक्त नहीं है।" वो उसके पास के डेस्क पे बैठ गया। "देखिए, आपको खुदका खयाल रखना पड़ेगा। छोटी छोटी बातों गुस्सा नही करना है। At least 2 weeks, control on your anger. वरना मुझे गुस्सा आयेगा। और उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा।" उसने काव्या की आंखो से अपना हाथ हटाया।

काव्या को उसकी बातो पे गुस्सा बिलकुल नहीं आ रहा था बल्कि जय की ऐसी बाते सुनके वो हल्का सा मुस्कुरा दी। रॉनित उसे ऐसा हस्त देख कुछ सोचने लगा। थोड़ी देर बाद जय और श्रेया वहा से चले गए।

दोनो डिनर करने के लिए रेस्टोरेंट में बैठे हुए थे। जय ने अपने मुंह में रखा निवाला चबाने के बाद श्रेया से पूछा, "कैसा लगा तुझे?"

"क्या?"

"जिस तरह से तु आकाश को देख रही थी कोई भी बोल सकता था, की तू उसके प्यार में पागल है।" जय ने उसे छेड़ते हस कहा।

"मेरा एक boyfriend था। I have moved on."

"वो था ही मूव ऑन करने लायक। पर तनेजा के बारे में, में जनता ही तुम दोनो ही एक दूसरे को बहुत लाइक करते थे। और तूने boyfriend ही इसीलिए बनाया था ताकि तु मूव ऑन कर पाए। मुझसे जूठ मत बोल।" जय ने उसके सामने देखते हुए कहा।

"कुछ भी कहो। He was damn good. Let's not talk about this right now."

जय उसकी बात को टालना नही चाहता था, "ओके"। और दोनो खाने पे फोकस करने लगे।

Countinues in the next episode.....