Shyambabu And Sex in Hindi Drama by Swati books and stories PDF | Shyambabu And SeX - 24

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Shyambabu And SeX - 24

24

ब्रेक

 

 

ज्योति जैसे ही उसके नज़दीक आई,  बाकी दोस्त भी उसे घेरकर खड़े हो गए। “ज्योति तुम आ गई? तुम्हारा नंबर तो स्विच ऑफ जा रहा था  और फेसबुक और इंस्ट्राग्राम पर भी तुम नहीं हो,” आकाश ने पूछाI “ निहारिका से बात हुई  थी,  उसने बताया, वैसे मैं स्नैपचैट पर हूँ,। निहारिका भी अभी थोड़ी देर में  आने वाली है।“ कुछ देर तक,  सभी ज्योति से बात करते रहें,  मगर श्याम बबलू के संग खड़ा, उसे निहारता जा रहा है। समय के साथ और भी सेक्सी और स्मार्ट हो गई है। “हाँ, श्याम तू सही कह रहा है।“      

 

गायत्री ने भी ज्योति को दूर से देख लिया,  मगर उसने उससे बात करना मुनासिब नहीं समझा, क्योंकि दोनों ही स्कूल में एक दूसरे को पसंद नहीं करती थीं। अब जब सभी दोस्त डांस करने चले गए तो बबलू ने भी श्याम को ज्योति के साथ अकेला छोड़ दिया। मोना ड्रिंक लेकर उनकी तरफ  ही जा रहीं है कि तभी उसे गणित के प्रोफेसर महेंद्र सर ने आवाज़ लगायी कि ये ड्रिंक लेकर हमारी तरफ आओ।  संजू ने अपना प्लान चौपट होते हुए देखा तो भागता हुआ मोना के पास गया और वो लाल रंग का गिलास उठा लिया। अब श्याम ने ज्योति को एक हाथ में  कोल्डड्रिंक पकड़ाई तो वह मुस्कुराते हुए बोली,

 

श्याम!! सुना है, प्रोफेसर हो गए।     

 

तुम तो गायब ही हो गई थीं।      

 

स्कूल के बाद, पापा का ट्रांसफर पुणे हो गया था। अब मेरी जॉब दिल्ली में लग गई है तो वापिस यही आ गई।     

 

क्या करती हो ?

 

एक एड एजेंसी में हूँ।     

 

शादी तो हो गई  होगी? श्याम का दिल उसके मुँह से न सुनना चाह रहा है।     

 

होते होते रह गई।  वह उसे सवालियाँ नज़रों से देखने लगा।

 

एक साल पहले मेरे मंगतेर की लंदन में जॉब लग गई थी और वह मुझे छोड़कर वहाँ चला गया।

 

ओह !!! तो तुम्हें भी साथ ले जाता।

 

उसे ग्रीनकार्ड चाहिए इसलिए वही की लड़की से शादी करेगा।

 

लव मैरिज थीं ??

 

हम्म !!! उसके चेहरे पर एक दर्द उभर आया। उसने उसके उदास चेहरे को देखा तो वह बोल पड़ा, “चलो डांस करते हैं। तुम्हें  तो डांस करना अच्छा लगता है।“ अब वे दोनों भी डांस ग्रुप में शामिल हो गए। गायत्री ने उन्हें  साथ में  नाचते देखा तो उसे अच्छा नहीं लगा।

 

 

अब ज्योति ने श्याम से पूछा, “तुम्हारी शादी हो गई?” 

 

ढूँढ ही रहा हूँ।

 

तुम्हें तो लड़कियों की कमी नहीं होनी चाहिए थीं।

 

श्याम हँसा।  मैं ही लड़कियों के लिए कम पड़ रहा हूँ।

 

मैं कुछ समझी नहीं।

 

“अभी बहुत शोर है,  बाद में बात करते हैं।“ श्याम ने उसके कान में कहा।  गायत्री उनको लगातार देखी जा रही है,  तभी राजीव माथुर ने उसके पास आकर कहा, “ तुम्हारा  दोस्त तो काफी रंगीन मिज़ाज़ लगता है और यह लड़की भी हमारे कॉलेज की नहीं है। कहीं इस हिस्ट्री वाले की कोई मिस्ट्री तो नहीं है।“ गायत्री ने उसे  घूरकर  देखा पर कहा कुछ नहीं। 

 

संजू ने गुस्से में अपने दोस्तों को कहा, “ सारा प्लान बेकार हो गया पर मैं भी हार मानने वालो में  से नहीं हूँ। अभी दिलजीत दोसांझ आने वाले हैं इसलिए बीच में  आधे  घंटे का ब्रेक  होगा। हमें इसी ब्रेक का फायदा उठाना होगा।“ सभी दोस्तों ने उसकी हाँ में हाँ में  मिलाई।

 

“देख !!! इस बाबू ने अपने दोस्तों को भी यहाँ बुला रखा है।“ विनय ने चिढ़कर कहा। एक काम करो लड़कियों,  इन सांडो के बीच में घुस जाओ,  फिर जानबूझकर इनसे पंगे लेना,  जब यह कोई गुल खिलाए तो  हंगामा मचा देना,  फिर मज़ा आएगा। प्रिंसिपल तो इस बाबू की लंका ही लगा देंगे।“ संजू  विनय की पीठ थपथपाते हुए बोला,  “बहुत बढ़िया,  तब तक मैं भी अपने प्लान पर काम करता हूँ।“ अब विनय के यह कहते ही शालू,  मोना और प्रीति तीनों वहाँ डांस करने चले गए,  जहाँ पर श्याम के दोस्त आकाश, दिवाकर,  जयंत और अजय नाच रहें हैं। “यार!! संजू! आज हम इस फेस्ट को यादगार बना देंगे। राकेश के यह कहते ही सब हँसने लगे।