Ishq da Mara - 7 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 7

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इश्क दा मारा - 7

राजीव एक रेहड़ी वाले का एक्सीडेंट कर देता है और उल्टा खुद बाहर निकल कर रेहड़ी वाले को मारने लगता है और बोलता है, "गरीब कीचड़ कहे के तेरी इतनी हिम्मत की तो मेरी गाडी के आगे आएगा"।

तब राजीव का एक आदमी बोलता है, "सर इसे जानें दो अभी आप अभी जल्दी घर चलो बड़े साहब का बार बार कॉल आ रहा है"।

तब राजीव बोलता है, "मैने तुम लोगों को कितनी बार बोला है कि ये गरीब कीचड़ लोगो को मेरे सामने मत आने दिया करो, मगर तुम्हे मेरी बात समझ में ही नहीं आती हैं"।

तब वो आदमी बोलता है, "अच्छा ठीक है अब आइंदा ऐसा नही होगा, आप गुस्सा मत करो और जल्दी घर चलो"।

उसके बाद वो चला जाता हैं।

उधर क्रांति सिंह और कालू सिंह पंडित जी के पास जा कर शादी का मुहूर्त निकलवा कर आ जाते है।

घर आते ही यूवी के पापा युवी की मां से बोलते हैं, "चलो अब जल्दी से शादी की तैयारी शुरू कर दो, मैं मुहूर्त निकलवा कर आ गया हू"।

तब यूवी की मां बोलती है, "आप ये क्या कर रहे हैं, जब आप जानते हैं कि यश किसी और लड़की से शादी करना चाहता है तो फिर आप उसकी जबरदस्ती शादी क्यो करवा रहे हैं"।

तब यूवी के पापा बोलते हैं, "देखो मेरा दिमाग अभी बहुत ही अच्छा है और अब मेरा दिमाग खराब करने की कोई जरूरत नहीं है , और जितना बोला है उतना ही करो "।

शाम होती है..........

गीतिका कॉलेज से वापस घर आ जाती है। गीतिका के डैड चाय पी रहे होते हैं और गीतिका चुप चाप बिना कुछ बोले ही अपने कमरे मे जा रही होती है।

तभी गीतिका के डैड बोलते हैं, "गीती क्या हुआ बेटा आज बिना मिले हुए जा रही हो "।

तब गीतिका बोलती है, "कुछ नहीं "।

तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "क्या हुआ आज मेरी फुल कुमारी का चेहरा इतना उदास क्यों है"।

तब गीतिका बोलती है, "आपकी वजह से मेरा चेहरा इतना उदास है"।

तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "मेरी वजह से, मैने ऐसा क्या कर दिया है"।

तब गीतिका बोलती है, "आपने मुझ से बिना पूछे ही मेरा रिश्ता तय कर दिया"।

तब गितिका के डैड बोलते हैं, "शादी तो करनी ही है आज नही तो कल, और मुझे एक अच्छा सा लडका दिख गया तो मैने रिश्ता तय कर दिया"।

तब गीतिका बोलती है, "डैड आप जानते हैं ना की मुझे पढ़ने के लिए लंदन जाना था, ना की शादी करनी थी"।

तब गितिका के डैड बोलते हैं, "बेटा तुम्हे लंदन जा कर पढ कर क्या करना है, कोन सा तुम्हे कोई नोकरी करनी है, और वैसे भी हमारे पास पेसो की कमी नहीं है और तुम्हारे ससुराल में भी पेसो की कोई कमी नहीं है, तो फिर छोड़ो ये पढ़ाई लिखाई और अपनी शादी पर ध्यान दो"।

तब गीतिका बोलती है, "डैड मैं अभी शादी पर ध्यान नही देना चाहती हूं, मै बस पढ़ने पर ध्यान देना चाहती हूं "।

तब गितिका की मॉम बोलती है, "तुम्हे एक बात समझ में नही आ रही है, जब डैड ने बोल दिया है कि शादी करनी है तो फिर जिद क्यो कर रही हो, जाओ अपने कमरे मे "।

उसके बाद गीतिका वहा से उठ कर अपने कमरे मे चली जाती है।

उधर यूवी अपने गुंडो के साथ काम कर रहा होता है। और उन्हे समझा रहा होता है कि उन्हें किस किस को पैसे देने हैं अपना काम करवाने के लिए।

सुबह होती हैं.......

युवी के घर में शादी की तैयारी चल रही होती है और तीन दिन के बाद ही यश की शादी होती हैं। यूवी के पापा और यूवी बहुत ही खुश होते है मगर यूवी की मां और भाई बिल्कुल भी खुश नही होते है।

उधर राजीव अपने डैड से बोलता है, "डैड मुझे गितिका से मिलना है "।

तब उसके डैड बोलते हैं, "मगर क्यो..... तुम्हे उससे क्यो मिलना है"।

तब राजीव बोलता है, "डैड ये कैसा सवाल है, अब मेरी शादी होने वाली है उससे और मेरी मर्जी मैं जब चाहें उससे मिलू"।

तब उसके डैड बोलते हैं, "मगर उसके घर वाले तुम्हे उससे शादी से पहले नही मिलने देंगे............