Bunch of Stories - 2 in Hindi Motivational Stories by Devaki Ďěvjěěţ Singh books and stories PDF | Bunch of Stories - 2

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Bunch of Stories - 2

नैना अपने माता-पिता की बहुत ही लाडली बेटी हैं।


आज के युवाओं की तरह उसे भी सोशल मीडिया मे बहुत इंट्रेस्ट है l दिन भर मोबाइल में लगी रहती l ऐसे ही किसी दिन सोशल मीडिया पर उसकी मुलाकात आदर्श नाम के लड़के से हो जाती है और वह ऑनलाइन प्रेम के चक्कर में पड़ जाती हैं । चैटिंग करते-करते उसे आदर्श नाम के लड़के से प्रेम हो जाता है अब वह दिन रात उसी से चैटिंग करती रहती ।


एक दिन इस बात की भनक उसके माता-पिता को लग गई । उन्होंने उसे समझाया कि " ऑनलाइन प्रेम में बहुत धोखा धडी होती हैं लोग फेक आई डी का इस्तेमाल कर ल़डकियों को वरगलाते है उन्हें प्रेम के झूठे खेल में फंसाते है, उनकी फोटो से उन्हें ब्लैकमेल करते हैं, यहाँ तक की ल़डकियों को गलत धंधे में भी फंसा देते हैं। "


इतना समझाने के बाद भी वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हो रही थी l उल्टा वह अपने माता-पिता से तर्क-वितर्क करने पर उतारू हो जाती l


दिन बीतते गए उसके माता-पिता तो उसका भला चाहते थे इसलिए वह उसे समझाते, पर जब वह कुछ भी समझने को तैयार नहीं हुई तो उन्होंने उसके साथ सख्ती बरतने की कोशिश की जिसका परिणाम यह निकला की उसने

अपने ऑनलाइन प्रेम के सन्दर्भ में माता-पिता से विद्रोह कर दिया l


एक दिन रोज़ की चिक चिक और माता-पिता की सख्ती से तंग आकर अपने हाथों की नशे काट ली l

जब नैना की माँ उसे खाना खाने बुलाने गयी तो रूम में खून और नैना को बेहोश देखकर चीख़ पड़ी l इस वक़्त उसकी हालत बहुत ही गंभीर थी l


नैना के माता-पिता उसकी इस हरकत से बहुत दुःखी हुए किन्तु उसी समय वे तुरंत उसे हॉस्पिटल ले गए जहां बड़ी मुश्किल से उसकी जान बच पाई।


नैना कि माँ का तो रो रो कर बुरा हाल था उसके पिता भी अंदर से बुरी तरह टूट गए थे क्योंकि वह उनकी इकलौती बेटी थी और बड़ी मन्नतों के बाद पैदा हुई थी l


नैना ने सूइसाइड अटैमपट किया था इसलिए हॉस्पिटल वालों ने पुलिस कम्प्लैंट कर दिया था जिस वज़ह से पुलिस आई और उसने नैना से पूछताछ की l


उसके बाद उन्होंने उसके माता-पिता से उसका मोबाइल लैपटॉप कब्जे में लिया और उस नंबर की सारी डिटेल्स पता लगाई l


डिटेल्स से पता चला कि उनका पूरा का पूरा गैंग है जो ल़डकियों को प्यार के जाल में फंसाते है उनसे संबंध बना कर उनके वीडियो बनाते हैं l कितनी ल़डकियों को बेच देते हैं या जबरदस्ती वेश्यावृत्ति के धंधे मे धकेल देते हैं l


ऑनलाइन प्रेम का इनका धंधा खूब फल फूल रहा हैं l एक छोटे से गिरोह को पकड़कर पुलिस जेल में डालती हैं l लेकिन उनके पीछे बहुत सारे बड़े लोग शामिल हैं जो इस धंधे को अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर चला रहे हैं


नैना को जब सारी बातें पता चलती हैं तो वह बहुत दुःखी होती हैं और अपनी गलती के लिए माता-पिता से क्षमा मांगती है।


इस घटना ने उसे अंदर तक तोड़ दिया था जिस कारण वह डिप्रेशन में चली जाती हैं l उसके माता-पिता हर प्रयास कर रहे थे कि वह सदमे से बाहर निकल सके इसके लिए मनोचिकित्सक से उसकी काउंसलिंग करवाते हैं। जिसके बाद नैना नॉर्मल हो जाती हैं।


लेकिन सच तो यह है कि मन के घाव जल्दी नहीं भरते।


इसलिए दोस्तों लड़के हो या लड़कियाँ सभी लोग ऑनलाइन संबंधो से सावधान रहें सतर्क रहें।


मैंने लड़की को लेकर रचना लिखी है लेकिन लड़के भी हनी ट्रैप में फंसते हैं आय दिन समाचार में इस तरह की खबरें आती रहती हैं।


अपने परिवार, दोस्तों पर विश्वास करें उनकी बातों को समझने का प्रयास करें ।


✍🌹देवकी सिंह 🌹