Saat fere Hum tere - 91 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - भाग 91

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सात फेरे हम तेरे - भाग 91

नैना अस्पताल पहुंच कर काउंटर पर जाकर नैना ने पूछा तो फर्स्ट फ्लोर पर पहुंच कर केविन २ में जाकर देखा कि विक्की लेटा हुआ था।

नैना अन्दर पहुंच कर बोली कि अब कैसे हो?
विक्की ने कहा ओह तुम।
नैना ने कहा हां पुलिस का मेरे पास फोन आया था।
विक्की ने कहा हां वही तो।
नैना ने कहा हां कहां मेरी देखभाल करने वाले थे कहां मैं देखभाल कर रही हुं।

विक्की ने कहा दादी मां को मत बताना।
डाक्टर ने कहा एक दिन रुकना होगा।सर पर चोट लगने की वजह से सीटी स्कैन होगा।
नैना ने कहा हां ठीक है मैं रुकती हुं।

विक्की ने कहा कोई जरूरत नहीं है तुम जाओ।
नैना ने कहा ओह तो सैम को बुला लो।
विक्की ने कहा ये तुम्हें नहीं देखना है तुम जाओ।।
नैना ने कहा बहुत एहसान है तुम्हारे जो कि चुकाना है।
विक्की ने कहा हां मैं समझ गया हुं तुम क्या चाहती हो।
फिर विक्की लेट गया।
और कुछ देर बाद ही विक्रम सिंह शेखावत का फोन बजने लगा तो विक्की उठाने लगा तो नैना ने फोन ले लिया और फिर बोली तुम मुझे देखने दो।
विक्की और नैना में फोन को लेकर छिना झपटी होने लगा नैना की जीत हो गई।।
फिर नैना से सारे फोन काॅले बखुबी से निभाती है।
सौ लोगों के साथ कान्फ्रेंस काॅ ल भी नैना ने अपना हुनर दिखा दिया।।

करीब तीन घंटे तक नैना फोन पर बात कर रही थी।ये सारी चीज़ें विक्की लेटें हुए देख रहा था।

फिर नैना जब खाली हुई तो सोफे पर ही सो गई थी।
नर्स ने उसे उठाया और फिर बोली अरे तुम भी इडियन हो मैं भी।तुम्हारा प्यार देख कर मैं हैरान हो गई और फिर पति है तुम्हारा?
नैना ने कहा नहीं नहीं दोस्त हैं बस,
विक्की आंख बंद करके सब कुछ सुन रहा था।
फिर विक्की ने कहा नैना जाओ कुछ खा लो।।
नैना ने कहा हां मैं अभी जाती हुं।
फिर नैना वहां के एक कैंटिन में जाकर डिनर करने लगी।
फिर माया दी का फोन भी आ गया। नैना ने सब कुछ बताया तो माया भी परेशान हो गई थी।
फिर नैना विक्की के रूम में पहुंच गई तो देखा नर्स दवा पीला रही थी।
विक्की ने कहा मैम गाना चला दिजिए।
नर्स ने कहा ओके बाबा।।
गाना एफ एम रेडियो पर शुरू हो गया।
कोई फरियाद मेरे दिल में दबी हो जैसे।।कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे
कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे

तूने आँखों से कोई बात कही हो जैसे
जागते-जागते इक उम्र कटी हो जैसे
जागते-जागते इक उम्र कटी हो जैसे

जान बाकी है मगर साँस रुकी हो जैसे
कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे..

हर मुलाकात पे महसूस यही होता है
हर मुलाकात पे महसूस यही होता है

मुझसे कुछ तेरी नज़र पूछ रही हो जैसे..

राह चलते हुए अक्सर ये गुमां होता है
राह चलते हुए अक्सर ये गुमां होता है

वो नज़र छुप के मुझे देख रही हो जैसे
वो नज़र छुप के मुझे देख रही हो जैसे..

एक लम्हें में सिमट आया सदियों का सफ़र
एक लम्हें में सिमट आया सदियों का सफ़र

ज़िन्दगी तेज़ बहुत तेज़ चली हो जैसे
ज़िन्दगी तेज़ बहुत तेज़ चली हो जैसे..

इस तरह पहरों तुझे सोचता रहता हूँ मैं
इस तरह पहरों तुझे सोचता रहता हूँ मैं

मेरी हर साँस तेरे नाम लिखी हो जैसे

कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे
तूने आँखों से कोई बात कही हो जैसे
जागते-जागते इक उम्र कटी हो जैसे

जान बाकी है मगर साँस रुकी हो जैसे..

गाना खत्म हो गया और नैना रोने लगी।
विक्की ने कहा ओह किसी की याद आ गई क्या?
नैना ने कहा हां ठीक कहा तुमने।।
फिर विक्रम सिंह शेखावत ने कहा अब तो फोन दे दो।
नैना ने कहा नहीं कल जाते समय देती हुं।
विक्की ने कहा पता है कि किसी को मेरी परवाह नहीं है तभी तो ये एक्सीडेंट हो गया अगर मर जाता तो अच्छा होता।
नैना ने कहा हां मुझे पता है ये सब मेरे लिए है पर यकीन मानो मैं हास्टल में ठीक हुं।कल चली जाऊंगी।
विक्की ने अपने आप को एक घुसा मार दिया।
नैना दौड़ कर गई और बोली ये क्या पागलपन है विक्की।।
फिर नैना ने विक्की को सुला दिया।
नैना भी सोफे पर सो गई।

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर चाय पीने के बाद नैना विक्की के लिए चाय लेकर आई।
विक्की चाय पीने के बाद नैना को देखते हुए कहा कितनी बदल गई हो।।
तभी नर्स आ गई और फिर बोली चलो अब सीटी स्कैन होगा।
नैना ने कहा नर्स मैम कितना टाइम लगेगा।

सर पर चोट की वजह से ये टेस्ट होगा ये नर्स ने कहा।
फिर विक्की को लेकर चलें गए।
नैना वहीं बाहर इन्तजार कर रही थी।
एक घंटे बाद विक्की को रूम में सिफ्ट कर दिया गया।
कुछ देर बाद विक्की के दोस्त भी आ गए।
नैना ने उन लोगों को सब कुछ बताया।
जतिन ने कहा भाभी आप तो।
नैना ने कहा मैं भाभी नहीं हुं।
जतिन ने कहा हां पर हम ये ही बोलेंगे।
क्योंकि हमेशा से आपकी बातें होती थीं।आपकी पसंद ना पसंद सब कुछ तो पता है हमें।।

पर किस्मत का खेल देखिए आप दोनों को फिर से मिला दिया।
नैना ने कहा ऐसा कुछ भी नहीं है सैम है ना। जतिन ने कहा अरे वो नकचढी।।
फिर सारे लोग विक्की के पास पहुंच गए।
नैना ने कहा अब मैं चलती हूं मुझे होस्टल पहुंचना होगा।
विक्की ने कहा ओह माई गॉड ठीक है। शनिवार और रविवार आ सकती हो।
नैना ने कहा हां देखती हूं।
नैना ने कहा जतिन आप विक्की को उसके घर पर छोड़ देना।
जतिन ने कहा जी भाभी। प्यार है पर जताना नहीं आता,युही दूर दूर रह कर प्यार निभाना नहीं आता।

नैना अपने बैग लेकर निकल गई।
इधर जतिन भी विक्की को लेकर निकल गया।

नैना का होस्टल आ गया और फिर नैना अन्दर पहुंच कर रेजिस्टर पर अपना नाम लिख दिया।।
फिर रुम नम्बर 34 में नैना चली गई।
नैना को रूम बहुत पसंद आया।
फिर नैना नहाकर तैयार हो कर कालेज को निकल गई।
अमेरिका में नैना का सब काम खुद से करने की कोशिश ही उसे सब कुछ करवा रहा था।
फिर नैना कालेज पहुंच गई।
ग्रेजुएशन के बाद उसे एम ए करना था।
अंग्रेजी में।।
नैना सबसे पहले प्रिंसिपल मैम के पास जाकर मिली।
प्रिंसिपल मैम ने कहा कि मुझे तुम्हारी सारी डिटेल मिला था और किसी भी चीज की जरूरत होगी तो बोलना।।

क्रमशः