Shoharat ka Ghamand - 18 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 18

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शोहरत का घमंड - 18

जब आलिया रितु को बोलती है कि उसके सर का एक राज है। तब रितु बोलती है की, "सर का क्या राज है"।

तब आलिया बोलती है, "मेरे सर अपने डैड के सामने बिल्कुल शरीफ बन कर रहते हैं मगर वो बिलकुल भी शरीफ नही है, बल्की एक नंबर के बिगड़े हुए हैं, जिसे कहते नही है अमीर बाप की बिगड़ी औलाद वही है वो"।

तब रीतू बोलती है, "यार ऐसे लोगो से दूर ही रहा कर ऐसे लोग बड़े ही खतरनाक होते हैं"।

तब आलिया बोलती है, "मैं क्यो डरू किसी से मुझे किसी से भी डर नही लगता है बल्की मुझे तो ऐसे को चिढ़ाने में मजा आता है"।

तब रितु बोलती है, "आलिया तू इस बात को मजाक में ले रही है क्या, ये कोई मजाक नही है में सच बोल रही हू ऐसे लोग बहुत ही घटिया होते हैं, जिन्हे अपने पैसे और शोहरत का बड़ा ही घमंड होता है और ये कुछ भी कर सकते हैं, और देख तू एक लड़की है और तू चाह कर भी ऐसे लोगो का कुछ भी नही बिगाड़ सकती है "।

तब आलिया बोलती है, "यार यही सोच तो मुझे खत्म करनी है लोगो की "

तब रीतू बोलती है, "बोलने और करने में बहुत ही फर्क होता है, और तू अकेली कुछ भी नही कर सकती हैं "

तभी आलिया की मम्मी आवाज देने लगती है और वो चली जाती हैं।

उधर आर्यन भी काफी गुस्से में होता है। तब उसका दोस्त बोलता है, "क्या हुआ तू इतना गुस्से में क्यो है "।

तब आर्यन बोलता है, "उसी लड़की की वजह से "।

तब उसका दोस्त बोलता है, "तुझे लड़की की कमी है क्या जो उसके पिछे पागल हो रहा है "।

तब आर्यन बोलता है, "यार में उसके पिछे पागल नही हू "।

तब उसका दोस्त बोलता है, "तो फिर क्या बात है "।

तब आर्यन बोलता है, "यार उस लङकी मैं बहुत ही अकड़ है जिसे मुझे तोड़नी है"।

तब उसका दोस्त बोलता है, "तेरे लिए ये कोन सी बड़ी बात है "।

तब आर्यन बोलता है, "बड़ी बात तो नही है, मगर क्या करु ऑफिस में डैड भी रहते हैं "।

तब उसका दोस्त बोलता है, "कोई प्रोब्लम नही है, तू बस एक काम कर उसके सामने शरीफ बन कर रह, उसके बाद में तेरे को बताऊंगा की क्या करना है "।

तब आर्यन बोलता है, "ये आइडिया काम तो करेगा न "।

तब उसका दोस्त बोलता है, "तुझे मेरे ऊपर भरोसा नहीं है "।

तब आर्यन बोलता है, "ओके कल से मै एक शरीफ लड़का बन जाता हूं, अच्छा ठीक है अब मैं घर चलता हूं वरना मम्मा बहुत ही गुस्सा करेंगी"।

तब आर्यन अपने घर चला जाता हैं।

सुबह होती है।
आलिया की मम्मी उठ कर नाश्ता बनाने लगती है और अलिया को भी उठा देती हैं पढ़ने के लिए। अलिया भी उठ कर पढ़ते लगती है। पढ़ने के बाद आलियामीनू को भी उठा देती हैं और वो भी उठ कर तैयार हो जाती हैं। अब दोनो मिल कर नाश्ता करने लगते है। आलिया बैठी होती है तभी बाहर कोई दरवाजा बजाता है, तभी अलिया उठ कर जाती है और दरवाजा खोलती हैं और वो देख कर चोक जाती है और बोलती है ईशा.................