Ziddi Ishq - 37 in Hindi Anything by Sabreen FA books and stories PDF | ज़िद्दी इश्क़ - 37

Featured Books
  • 99 का धर्म — 1 का भ्रम

    ९९ का धर्म — १ का भ्रमविज्ञान और वेदांत का संगम — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎...

  • Whispers In The Dark - 2

    शहर में दिन का उजाला था, लेकिन अजीब-सी खामोशी फैली हुई थी। अ...

  • Last Benchers - 3

    कुछ साल बीत चुके थे। राहुल अब अपने ऑफिस के काम में व्यस्त था...

  • सपनों का सौदा

    --- सपनों का सौदा (लेखक – विजय शर्मा एरी)रात का सन्नाटा पूरे...

  • The Risky Love - 25

    ... विवेक , मुझे बचाओ...."आखिर में इतना कहकर अदिति की आंखें...

Categories
Share

ज़िद्दी इश्क़ - 37

"तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है।"

रामिश ने मुस्कुराते हुए कहा।

"क्या आप सच बोल रहे है??"

सोफिया खुश होते हुए बोली।

"हां मेंशन जाने के बाद तुम्हे तुम्हारा सरप्राइज मिल जाएगा।"

रामिश ने मुस्कुराते हुए कहा।

उसने अन्नू के बारे में अभी सोफिया को नही बताया था।

..........

माहेरा अलीज़ा के साथ बात करने के बाद अब हाल में बैठी रोज़ी से बाते कर रही थी और माज़ स्टडी रूम में सलमान के साथ बात कर रहा था।

"रोज़ी मेरे लिए पास्ता बना दो मैं ने इंडिया में तुम्हारे हाथ के बने खाने को बहोत मिस किया।

वोह इंडिया की बात करते हुए उदास हो गयी और फिर खुद को संभालते हुए बोली।

वोह खुद को मजबूत बनाना चाहती थी। रात को माज़ ने उसकी बात शाहिद और ज़ाहिद से कराई थी। वोह दोनो बहोत दुखी थे लेकिन माहेरा ने उन्हें समझा दिया था और इंडिया में किसी से भी किसी से कांटेक्ट करने में मना कर दिया था।
वोह जानती थी उन सबकी जान को खतरा है। वोह अपने माँ बाप को तो खो चुकी थी लेकिन उन दोनों को खोना नही चाहती थी।

"जी मैम मैं अभी बना देती हूं। आप को कुछ और तो नही खाना है???"

रोज़ी की आवाज़ उसे सोचो कि दुनिया से बाहर लायी।

"नही रोज़ी तुम सोफिया के लिए कुछ बना देना माज़ ने बताया है रामिश सोफिया को लेने गया है। वोह लोग भी बस आते ही होंगे।"

उसने खुशी से कहा।

उसकी बात सुनकर हाल में आते माज़ के चेहरे पर स्माइल आ गयी।

"आह...मिसेस खान बड़ी खुश नजर आ रही है सब ठीक तो है।"

वोह मज़े से बोलता हुआ उसके पास आ कर बैठ गया और रोज़ी मुस्कुराते हुए किचन में चली गयी।

"तुमने बताया था ना सोफिया आ रही है इसीलिए मैं बहोत खुस हु।"

माहेरा ने मुस्कुराते हुए कहा।

"लगता है भाभी आपको भाई से ज़्यादा सोफिया भाभी के साथ वक़्त गुजारना अच्छा लगता है।"

सलमान माहेरा की बात सुनकर मुस्कुराते हुए सोफे पर बैठते हुए बोला।

"हाँ.....तुम्हे पता नही है तुम्हरा भाई हद से ज़्यादा सड़ियल और खडूस था। वोह तो मेरे आने से अब मुस्कुराने लगा है वरना तो इसके साथ मेरा वक़्त ही नही गुज़रता था।"

माहेरा मुस्कुराते हुए माज़ को मुंह चिढा कर बोली तो सलमान हसने लगा और साथ ही माज़ भी हसने लगा।

"माहेरा ज़रा अपने बारे में बताओ ना तुम कितनी हसमुख थी। तुम्हे कुत्तो से कितना प्यार था और तुम जब पहेले बार जैकी से मिली थी कितनी खुश हुई थी।"

माज़ मुस्कुराते हुए बोला।

"उस कुत्ते को अब बेच दो माज़ अब मुझे यही रहना है और मैं बिल्कुल नही चाहती कि वोह मुझे काटे और मुझे इंजेक्शन लगे।"

उसकी बात सुनकर माहेरा मुंह बिगाड़ते हुए बोली।

"बिल्कुल नही वोह मेरा बच्चा है.......और तुम्हारे डर की वजह से मैं उसे बिल्कुल नही बेचूंगा।"

माज़ ने उसे घूरते हुए मुस्कुरा कर कहा।

"हाये माज़ वोह तुम्हारा बच्चा है.....मुझे तो बिल्कुल भी उसे इस मेंशन में नही देखना और अगर वोह तुम्हे इतना ही प्यारा है तो तुम उसके साथ ही चले जाओ, मैं अंकल से बात करलूंगी।"

माहेरा ने उसे घूरते हुए कहा।

"येह मेरा और जैकी का घर है। हम यहां से कभी नही जाएंगे बल्कि मैं ने तो पीछे उसके लिए घर भी बनाया है वोह अब वही रहेगा।"

माज़ अपनी मुस्कुराहट दबाते हुए बोला।

उसे माहेरा को तंग करने में मज़ा आ रहा था और वैसे भी वोह कल से काफी परेशान और उदास थी। इस वक़्त उसका मूड फ्रेश था और वोह उसका मूड खराब नही करना चाहता था।

सलमान तो उन दोनों को लड़ते देख बस हँसे ही जा रहा था।

सोफिया अंदर आयी और माहेरा को माज़ से लड़ते देख उसके चेहरे पर स्माइल आ गयी।

"माहेरा।"

सोफिया की आवाज़ सुनकर वोह माज़ से लड़ना छोड़ कर जल्दी से उसके पास चली गयी।

"हाये सोफी....में ने तुम्हे बहोत याद किया।"

माहेरा उसके गले लगते हुए बोली।

"मैं ने भी तुम्हे बहोत याद किया और मुझे लगता सबसे ज़्यादा तुम्हरे आने की खुशी रामिश को हुई है।"

सोफिया ने मुस्कुराते हुए रामिश को देख कर कहा।

"वोह मुझे क्यों याद करेंगे???"

माहेरा ने शक्की नज़रो से उन दोनों को देखते हुए पूछा।

"इसका जवाब तो तुम माज़ से लेना।"

रामिश ने अपने बालों म हाथ फेरते हुए कहा।

"सोफी इससे मिलो येह है माज़ और रामिश का छोटा सा बन्दर आयी मीन भाई।"

माहेरा ने हस्ते हुए सलमान की तरफ इशारा करते हुए कहा।

"भाभी मैं कहा से पको बन्दर लग रहा हु।....सोफिया भाभी मैं माज़ और रामिश भाई का छोड़ा सा हैंडसम सा भाई सलमान हु।"

वोह माहेरा की बात सुनकर हैरान हो कर बोला और फिर खुद को सोफिया से इंट्रोड्यूज कराया। वैसे भी वोह सोफिया के सामने अपनी इज़्ज़त का कबाड़ा नही करना चाहता था। वोह उसकी बहन से प्यार जो करता था।

सोफिया ने उसकी बात सुनकर मुस्कुराते हुए अपना सिर हिलाया।

सब लोग बैठे आपस मे बातें करने लगे।

...............

रॉय अपने आफिस में बैठा था जब उसका राइट हैंड मार्क उसके पास आया और बोला।

"सोफिया ने बताया है कि वोह कल रामिश का मर्डर कर देगी।"

"और लीना कल सलमान से रोम में एक जगह ओर मिल रही है फिर वोह सलमान का भी मर्डर कर देगी मतलब एक दिन में दो काम एक साथ हो जाएंगे और माज़ को पता भी नही चलेगा।"

"हम्मममम्म.......ठीक है लेकिन नज़र रखना लीना सोफिया से काम होने से पहेले ना मिले अगर काम होने के बाद मिलेंगी तो कोई प्रॉब्लम नही है।"

रॉय मार्क की बात सुनकर बोला।

"आप फिक्र ना करे हमारा एक आदमी लीना पर नज़र रखे हुए है और सर कल आपकी कोई मीटिंग भी नही है।"

मार्क ने कहा।

"ठीक है तो कल मैं घर पर ही रहूंगा। मुझे कल उन दोनों के मरने की खबर वक़्त पर दे देना।

रॉय बोला और मार्क को वहां से जाने का इशारा किया।

अलीज़ा जब यहां आयी थी तो मार्क उसे बेहद पसंद करता था लेकिन वोह यहां से भाग गई थी और फिर उसने शेर खान से शादी कर लाठी। उसने अलीज़ा को दोबारा पाने की कोशिश की थी लेकिन वोह कामियाब नही हुआ।

फिर रॉय ने कुछ सालों बाद ही शादी करली थी। उसका एक बेटा था जिसमे उसकी जान बस्ती थी। उसकी बीवी उसके बेटे की डिलिवरी के वक़्त ही मर गयी थी इसी वजह से वोह शुरू से ही अपने बेटे को अपने साथ ही रखता था।

उसके साथ रहते हुए रेहान ने जल्दी ही काम करना शुरू कर दिया था।

सब कुछ ठीक चल रहा था। उनकी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की सबसे बड़ी डील आने वाली थी। उसी दौरान रेहान ने माज़ से लड़ाई कर ली थी और माज़ ने उस डील की खबर पुलिस को दे दी थी। वोह शुरू से ही ह्यूमन ट्रेफिकिंग के खिलाफ था।

रेहान को ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जुर्म में पकड़ लिया गया था लेकिन उसने वहां से भागने की तो पुलिस ने उसे मार दिया था और येह सब थोड़ी ही दूर गाड़ी में बैठे रॉय ने अपनी आंखों से देखा था।

उस दिन के बाद से उस माज़ को बर्बाद करने का खुद से वादा किया था।

रॉय ने एक साल बाद दोबारा ह्यूमन ट्रैफिकिंग का बिजनेस इंडिया से शुरू किया जिसमें माहेरा के डैड और उनके पार्टनर ने उससे डील की थी।

उसने अल्बर्टो की बेटी को मरवा कर उसे माज़ के खिलाफ झूठे सबूत भेज कर येह यकीन दिलाया कि उसने ही उसकी बेटी को मारा था और जिसके चलते उसने अल्बर्टो को उकसाया कर माज़ की माँ पर हमला करवाया था।

उसके बाद बस उसने खामोशी से पागलो की तरह माज़ को उस आदमी को ढूंढते देखा जिसने अल्बर्टो को सबूत दिए थे लेकिन वोह उसे पहेले ही मार चुका था।

फिर उसने माहेरा और सोफिया को उन दोनों के साथ देखा और दोनो के बारे में पता करवाया। उसे माहेरा के बारे में सिर्फ इतना ही पता चलस था कि वोह इंडिया से है लेकिन सोफिया के पास्ट खबरे में पता चलते ही उसने उसे ब्लैकमेल करके रामिश को अपने जाल में फसाने को कहा और अन्नू को भी सलमान को अपने जाल में फसाने के लिए कहा।

उसे लग रहा था अब सब कुछ इसके काबू में था क्योंकि वोह माज़ के दो प्यारो को उससे छीनने वाला था लेकिन वोह येह नही जानता था किस्मत कब कहा किसका साथ देदे।

.............

डिनर के बाद वोह सब साथ मे वहां बैठे बाटे कर रहे थे। सलमान इस वक़्त उनके साथ मौजूद नही था।

माज़ ने माहेरा को सोफिया की बहेन के बारे में बता दिया था इसीलिए उसे पता था सलमान कहा गया है।

सोफिया और माहेरा बाते कर रहे थे तभी हाल में आते सलमान को देख कर दोनो ने उसकी तरफ देखा।

सलमान के पीछे से अति हुई अन्नू को देख कर वोह हैरानी से खड़ी हो गई।

उसने अपनी आंखे तो तीन बार झपकाई और सब के देखते ही देखते उसने अन्नू को आगे बढ़ कर गले लगा लिया और रोने लगी।

जबकि अन्नू उसकी इस हरकत पर घबराई हुई खड़ी थी। रास्ते मे सलमान से उसे सब कुछ बता दिया था मगर फिर भी सोफिया को रोते देख कर वोह परेशान हो गयी थी।

सोफिया उससे अलग हुई और उसका चेहरा आने हाथो में ले जगह जगह चूमने लगी। उसे अब भी यकीन नही हो रहा था अन्नू उसके सामने ही खड़ी है।

पांच साल बाल वोह अन्नू से दोबारा मिली थी और येह साल उसने कैसे गुज़ारे थे येह सिर्फ वही जानती थी।

"सोफी खुद को संभालो तुम अन्नू को परेशान कर रही हो।"

माहेरा ने आगे बढ़ कर सोफिया को अन्नू से अलग करते हुए कहा।

"क्या मतलब अन्नू क्या तुम्हें मुझसे मिलने की खुशी नही हुई?"

उसने अन्नू का चेहरा देखते हुए पूछा।

"सोफिया भाभी इसकी मेमोरी लॉस हो गयी है। येह एक साल पहले ही कोमा से होश में आई है।"

सलमान ने सोफिया को परेशान देख जर उसे सारी बात बता दी।

उसकी बात सुनकर सोफिया ने अपने होंठ दांतो से दबा लिया और अन्नू को देखा जो उसे ही देख रही थी।

अन्नू ने आगे बढ़ कर सोफिया को गले लगाया और धीमी आवाज़ में बोली।

"मैं इतने साल तक कोमा में रही मुझे कुछ नही याद लेकिन आप से मिल कर मुझे अपनापन महसूस हो रहा है। मुझे पूरा यकीन है मुझे सब कुछ याद आ जायेगा और उन सब मे आप मेरा साथ देंगी।"

उसकी बात सुनकर सोफिया के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी। वोह तो इस बात से खुश थी कि अन्नू उसे वापस मिल गयी है।

"बिल्कुल मैं तुम्हारा साथ दूंगी।"

सोफिया ने उसके सोर पर हाथ फेरते हुए कहा और उसके बाद उसने अन्नू को माहेरा से मिलाया।

उसके बाद रामिश ने उन्हें अपना प्लान बताया और वोह सब काम बताया जो उन्हें कल करना था।

प्लान डिस्कस करने बाद सब अपने अपने कमरों में चले गए थे जबकि सलमान और अन्नू को वापस होटल में छोड़ कर आ गया था। वोह उसे छुपाते हुए मेंशन ले कर आया था क्योंकि उसे पता था कुछ लोग अन्नू पर नज़र रख रहे है।

उन लोगो ने भी अन्नू की सिक्योरटी के लिए होटल में काफी आदमी लगाए थे इसीलिए अब वोह ज़्यादा परेशान नही थी।

..................

रॉय आज सुबह से ही काफी खुश था क्योंकि आज वोह माज़ को बर्बाद करने वाला था। वोह इस वक़्त क्लब में मौजूद था जो उसके मेंशन के बेसमेंट में था जिसका एक दरवाज़ा पिछले हिस्से में खुलता था जहां से लोग अंदर आते थे।

प्लान शुरू हो गया था उसके आदमी अन्नू पर नज़र रखे हुए थे क्योंकि आज वोह स्लमाल को होटल में बुला कर उसे मारने वाली थी।

जब कि उसके आदमी सोफिया को जहेर पहेले ही पहोंचा चुके थे। उसे रामिश को ज़हेर दी फ्लेवर केफे में उसके आदमी के सामने ही देना था।

वोह अब आराम से तीन चार आदमियो के साथ जुआ खेल रहा था। टेबल पर सिगरेट, शराब, पैसे रखे हुए थे वोह अब बस जीतने के इंतेज़ार में था।

..................

सलमान अन्नू से मिलने होटल में गया तो रूम के बाहर एक आदमी घूम रहा था। सलमान का आदमी को नज़र अदाज़ करके अन्नू के रूम में गया और उसे इशारे से प्लान शुरू करने के लिए कहा।

अन्नू ने हा में अपना सिर हिलाया और अपने पीछे गन निकाल कर उसे गोली मार दी।

"तुम ने मेरे साथ ऐसा क्यों किया?"

सलमान दर्द भरी आवाज़ में चिल्लाते हुए बोला।

"तुम वजह जानते हो क्योंकि मैं तुम्हे बिल्कुल पसंद नही करती थी।"

अन्नू ने कहते साथ ही गोली उसके दिल पर चलाई और वोह सीधा ज़मीन पर गिर गया।

वो मुस्कुराते हुए बाहर निकली और उस आदमी को अंदर आने का इशारा किया।

वोह आदमी अंदर आया और उसने झुक कर सलमान की सांसे चेक की जो अब बन्द हो चुकी थी।

उसने अपना फ़ोन निकाला और रॉय को कॉल की।

"हेलो बॉस लीना ने अपना काम कर दिया।"

"ठीक है अब तुम लीना को मार दो हम कोई रिस्क नही ले सकते है।"

रॉय ने शराब पीते हुए मुस्कुरा कर कहा और फ़ोन रख दिया।

उस आदमी ने मुस्कुराते हुए लीना को देखा जो उसके बोलने का इंतेज़ार कर रही थी।

उसने अपनी जेब से गन निकाल कर लीना की टफ रुख करके गोली चलाई।

"ठाह....."

लेकिन सलमान ने उसे गन निकालते देख और उसका पॉइंट अन्नू की तरफ करते देख कर उसके हाथ पर लात मारी जिससे उसके हाथ का रुख दूसरी तरफ हो गया और गोली सामने दीवार पर जा लगी।

सलमान ने जल्दी से उठ कर अपनी गन निकाल कर उस आदमी के हाथ और गोली मार दी और जल्दी से उसके सिर में गोली मार कर उसका काम तमाम कर दिया।

सलमान ने अपनी शर्ट उतारी और बुलट प्रूफ जैकेट निकाल कर ज़मीन पर फेंक दी और उस आदमी का मोबाइल उठा कर उस नंबर को देखा जिसपर अभी थोड़ी देर पहेले ही उस आदमी ने बात की थी।

सलमान ने जल्दी से उस नंबर को जॉन को सेंड किया और मुस्कुराते हुए अन्नू को देखा क्योंकि यहां उनका प्लान पूरा हो चुका था।

उसने अन्नू के बैग से गेटउप चेंज करने के लिए कपड़ा निकाला और फिर दोनों ऊना गेटउप चेंज करके वह से निकल गए। उनके आदमियो ने पहेले ही रॉय के सारे आदमियो को मार दिया था क्योंकि वोह कोई रिस्क नही लेना चाहते थे।

.....................

माहेरा और माज़ इस वक़्त मेंशन में ही थे और जॉन इस वक़्त उनके पास ही था। वोह इस वक़्त सलमान के भेजे हुए नम्बर की लुकेशन ट्रेस कर रहा था।

"सर कंफर्म हो गया है येह रॉय का ही नम्बर है। वोह इस वक़्त अपने मेंशन वाले क्लब में है।"

जॉन ने लैपटॉप से नज़र हटा कर माज़ को देखते हुए कहा।

"ठीक है अपने आदमियो को तैयार करो हम अभी वहां के लिए निकल रहे है।"