The Author Sarvesh Saxena Follow Current Read The Seven Doors - 3 By Sarvesh Saxena Hindi Horror Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books मी आणि माझे अहसास - 100 विश्वाच्या हृदयातून द्वेष नाहीसा करत राहा. प्रेमाची ज्योत ते... नियती - भाग 35 भाग -35मायराने घरी सर्वांना रामने दिलेली ......उद्या पहाटे स... जर ती असती - 3 "हे काय बोलतोय तू... वेळा झाला आहेस, जे तोंडात येतंय ते बोलत... बकासुराचे नख - भाग १ बकासुराचे नख भाग१मी माझ्या वस्तुसहांग्रालयात शांतपणे बसलो हो... निवडणूक निकालाच्या निमित्याने आज निवडणूक निकालाच्या दिवशी *आज तेवीस तारीख. कोण न... 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" तभी सारे बर्फीले लोग अपने हथियारों से ज्वालामुखी के चारों ओर जमीन तोड़ने लगे, रशेल जान चुका था कि उन्हें झूठी चेतावनी दी गई थी क्योंकि जब वो इस दुनिया मे आए थे तो ज्वालामुखी के पास से होकर गुजरे थे पर उन्हें कुछ नहीं हुआ था l धीरे धीरे दरारें होने लगी और बर्फीला लावा तेजी से निकलने लगा जिसमें कुछ लोग इतना जमने लगे कि जमकर बुत बन गए पर किसी ने हार नहीं मानी अब ज्वालामुखी की दीवार फटने लगी और जैसे ही पूरी फटने वाली थी दोनों बच्चों ने चिल्लाना शुरू कर दिया, "तैयार हो जाओ", बर्फीले लोग सब बर्फ के पेड़ों पे चढ़ गए और तभी ज्वालामुखी फट पड़ा और उसमे से बर्फीला लावा हर तरफ फैलने लगा सभी चीज़ें बिल्कुल पत्थर की तरह ज़ाम हो गई लावा पेड़ों के नीचे से अब ऊपर तक बढ़ने लगा तभी सब लोग चिल्लाने लगे वो देखो हमारे आग देवता और तभी रशेल ने छड़ी निकाली और उस आग देवता की तरफ कर दी और अचानक एक विस्फोट हुआ, सब ने घबराकर आंखें बंद कर लीं और जब खोली तो देखा चारों तरफ आग थी जिस से सारी बर्फ पिघलती रही थी, देखते देखते चारों तरफ विशाल महासागर बन गया और उसमे अब धीरे धीरे सब कुछ पहले सा सामान्य हो रहा था, हर कोई पानी मे बहा जा रहा था लेकिन खुश था कि तभी बहते हुए ब्रैवो ने आवाज लगाई, "जल्दी करो वो आ रहा है" और तेजी से लाल रोशनी होने लगी तीसरा दरवाजा प्रकट हो चुका था l ब्रैवो दरवाजे के पास जा खड़ा हुआ, रशेल भी दरवाजे की तरफ बढ़ने लगा लेकिन एंजेल परेशान होकर पानी में अपना दिशा और समय यंत्र ढूंढ रही थी जो कहीं बह चुका था , एंजेल पानी में दूसरी तरफ बह गई, तभी ब्रैवो चिल्लाया जल्दी करो वरना दरवाजा गायब हो जाएगा और रशेल न चाहते हुए भी दरवाजे की तरफ बढ़ गया कि तभी बर्फीले लोग जो अब समान्य थे एंजेल को दरवाजे तक ले आए, धीरे धीरे सारा पानी भी बह चुका था और फिर तीनों बच्चों का धन्यवाद किया और समय के अंदर ही तीनों बच्चे तीसरे दरवाजे में पहुंच गए lआगे की कहानी अगले भाग मे....कहानी पढ़ने के लिए आप सभी मित्रों का आभार lकृपया अपनी राय जरूर दें, आप चाहें तो मुझे मेसेज बॉक्स मे मैसेज कर सकते हैं l?धन्यवाद् ?? सर्वेश कुमार सक्सेना ‹ Previous ChapterThe Seven Doors - 2 › Next Chapter The Seven Doors - 4 Download Our App