स्याही के आँसू - अनकहे लफ्ज़ों की दास्तान - भाग 2 syah lafz द्वारा Thriller में हिंदी पीडीएफ

Syaahi ke Aanshu by syah lafz in Hindi Novels
"स्याही से लिखे लफ्ज़ कभी मिटते नहीं,
बस वक्त की धुंध में खो जाते हैं..."

रात का तीसरा पहर था। घड़ी की टिक-टिक कमरे की नीरवता में गूंज रही...