बदलाव ज़रूरी है भाग -3 Pallavi Saxena द्वारा Moral Stories में हिंदी पीडीएफ

badlaav zaruri hai by Pallavi Saxena in Hindi Novels
एक स्त्री अपने सुहाग का जोड़ा पहने अपने बंद कमरे में मध्यम सी रौशनी में खुद को आईने में देख कर आँसू बाह रही है. बार-बार उसका हाथ सिंदूर और मंगल सूत्र क...