यह कहानी पाँच दोस्तों की है – शिवी, शिलु, सालु, परी और मोना की।इस कहानी का सबसे अहम किरदार एक टीचर भी है, जिसके बारे में आपको आगे पता चलेगा।शिवी का घर और उसकी जिदकाफी दिनों से शिवी अपने पापा को कॉमर्स स्ट्रीम लेने के लिए मना रही थी।जैसा कि आप जानते ही हैं, हमारी सोसाइटी में ये सोच बैठी है कि सिर्फ साइंस वाले बच्चे ही मेहनती और सफल होते हैं।शिवी ने 10वीं कक्षा 91% से पास की थी, लेकिन उसके पापा दूसरों की बातों में आकर उसे साइंस दिलाना चाहते थे।
Commerce Wale Dost - 1
यह कहानी पाँच दोस्तों की है – शिवी, शिलु, सालु, परी और मोना की।इस कहानी का सबसे अहम किरदार टीचर भी है, जिसके बारे में आपको आगे पता चलेगा।शिवी का घर और उसकी जिदकाफी दिनों से शिवी अपने पापा को कॉमर्स स्ट्रीम लेने के लिए मना रही थी।जैसा कि आप जानते ही हैं, हमारी सोसाइटी में ये सोच बैठी है कि सिर्फ साइंस वाले बच्चे ही मेहनती और सफल होते हैं।शिवी ने 10वीं कक्षा 91 से पास की थी, लेकिन उसके पापा दूसरों की बातों में आकर उसे साइंस दिलाना चाहते थे।आख़िरकार, बहुत ज़िद और समझाने के बाद शिवी ...Read More
Commerce Wale Dost - 2
भाग – 2पाँचों दोस्त बहुत अच्छे से अपनी ज़िंदगी बिता रहे थे। पढ़ाई में सब एक-दूसरे की मदद करते पूरी मेहनत करते। इसी वजह से वो अपने टीचर्स के भी फेवरिट बन गए थे।अब उनकी 11वीं के फ़ाइनल एग्ज़ाम आ गए। शिवि, शिलु, सालू और परी का रोल नंबर एक ही क्लास में आया था। शिवि के पीछे परी बैठी थी और साथ ही 7वीं क्लास के बच्चों को भी वहाँ बैठा दिया गया था।उस दिन उनका आख़िरी पेपर था — कंप्यूटर। कंप्यूटर परी का थोड़ा कमजोर था। वो शिवि से बोली –“यार थोड़ी मदद करा दे।”जैसे ही मैडम ...Read More