इश्क़अधूरा _ एक और गुनाह का देवता

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एक और गुनाह का देवता"शादी के बाद की पहली रात, जब सबने दरवाज़ा बंद किया,निधि का दिल तेज़ी से धड़क रहा था।वो कोई परियों की कहानी वाली दुल्हन नहीं थी,वो बस चाहती थी कि उसका पति उसे देखे —सिर्फ़ ज़िम्मेदारी की तरह नहीं,बल्कि उस स्त्री की तरह जिसे उसने चुना है।लेकिन उस रात भी शब्दों का अभाव था।उसके पति ने बस हल्की-सी मुस्कान दी,और धीरे से कहा — "सो जाओ, थक गई होगी।"निधि ने आँखें मूँद लीं,पर भीतर कुछ टूट गया था —वो इंतज़ार जो उसने वर्षों से किया था,वो छुअन, वो अपनापन… सब खामोशी में गुम

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इश्क़अधूरा _ एक और गुनाह का देवता - 1

इश्क अधूरा – एक और गुनाह का देवता शादी के बाद की पहली रात, जब सबने दरवाज़ा बंद किया,निधि दिल तेज़ी से धड़क रहा था।वो कोई परियों की कहानी वाली दुल्हन नहीं थी,वो बस चाहती थी कि उसका पति उसे देखे —सिर्फ़ ज़िम्मेदारी की तरह नहीं,बल्कि उस स्त्री की तरह जिसे उसने चुना है।लेकिन उस रात भी शब्दों का अभाव था।उसके पति ने बस हल्की-सी मुस्कान दी,और धीरे से कहा — सो जाओ, थक गई होगी। निधि ने आँखें मूँद लीं,पर भीतर कुछ टूट गया था —वो इंतज़ार जो उसने वर्षों से किया था,वो छुअन, वो अपनापन… सब खामोशी में गुम ...Read More

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इश्क़अधूरा _ एक और गुनाह का देवता - 2

---एपिसोड ३ — “एक मुलाक़ात और मंज़ूरी”"कभी-कभी दो अनजाने लोग एक ही कमरे में बैठते हैं… और बिना ज़्यादा कहे, ज़िंदगी का सबसे बड़ा फ़ैसला कर लेते हैं।"---घर में हलचल थी, जैसे कोई त्योहार आ गया हो।निधि की माँ सुबह से ही बार-बार शीशे में देख रही थीं, कहीं बिंदी टेढ़ी तो नहीं, कहीं बाल उलझे तो नहीं। बुख़ार की हल्की-सी तपिश के बावजूद उनके चेहरे पर एक ही चिंता थी—"मेरी निधि की शादी मेरी आँखों के सामने हो जाए।"रूपा चाची लखनऊ से आई थीं। बातें करते-करते उन्होंने कहा था,"दीदी, अगर आप कहें तो एक लड़का है… सरकारी नौकरी ...Read More