खून की प्यास: सुनसान सड़क का श्राप

(0)
  • 3
  • 0
  • 162

महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव का नाम था कुंडवा। गाँव छोटा था, लेकिन उसका नाम आस-पास के कई इलाकों में मशहूर था — किसी अच्छे कारण से नहीं, बल्कि डर की वजह से। गाँव से करीब एक किलोमीटर दूर एक पक्की सड़क थी, जिसे लोग बस "सुनसान सड़क" कहते थे। उस सड़क के दोनों तरफ इतने घने और पुराने पेड़ थे कि दिन के उजाले में भी वहाँ अंधेरा छाया रहता था। हवा जब चलती तो पेड़ों की टहनियां एक-दूसरे से टकराकर ऐसी आवाज़ करतीं मानो कोई फुसफुसा रहा हो। रात में तो ये सड़क और भी भयानक हो जाती — इतनी शांत कि अपने दिल की धड़कन तक सुनाई दे।

1

खून की प्यास: सुनसान सड़क का श्राप - 1

Part 1 – डर की सड़क(कहानी: “खून की प्यास – सुनसान सड़क का श्राप”)महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव नाम था कुंडवा।गाँव छोटा था, लेकिन उसका नाम आस-पास के कई इलाकों में मशहूर था — किसी अच्छे कारण से नहीं, बल्कि डर की वजह से।गाँव से करीब एक किलोमीटर दूर एक पक्की सड़क थी, जिसे लोग बस "सुनसान सड़क" कहते थे।उस सड़क के दोनों तरफ इतने घने और पुराने पेड़ थे कि दिन के उजाले में भी वहाँ अंधेरा छाया रहता था।हवा जब चलती तो पेड़ों की टहनियां एक-दूसरे से टकराकर ऐसी आवाज़ करतीं मानो कोई फुसफुसा रहा हो।रात ...Read More