धोखा और कामयाबी

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(एक अधूरी मोहब्बत से शुरू हुई बादशाहत की कहानी) पहला चैप्टर: "प्यार का नशा, फिर धोखे का ज़हर" राहुल एक सीधा-सादा लड़का था। एक छोटे से शहर में रहता था, और सपने बड़े-बड़े देखता था। 12वीं क्लास में था जब उसे अपनी क्लासमेट श्रुति से प्यार हो गया। उसके लिए प्यार पहली बार हुआ था — सच्चा, मासूम और पूरी दुनिया को बदल देने वाला। श्रुति उसकी ज़िंदगी बन गई। हर सुबह उसे देखने से दिन शुरू होता, और हर रात उसकी बातों में खोकर ही नींद आती। लेकिन राहुल नहीं जानता था कि जिसे वो मोहब्बत समझ रहा है, वो सिर्फ एक खेल था — श्रुति का टाइमपास।

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धोखा और कामयाबी - 1

(एक अधूरी मोहब्बत से शुरू हुई बादशाहत की कहानी)पहला चैप्टर: "प्यार का नशा, फिर धोखे का ज़हर"राहुल एक सीधा-सादा था। एक छोटे से शहर में रहता था, और सपने बड़े-बड़े देखता था। 12वीं क्लास में था जब उसे अपनी क्लासमेट श्रुति से प्यार हो गया। उसके लिए प्यार पहली बार हुआ था — सच्चा, मासूम और पूरी दुनिया को बदल देने वाला।श्रुति उसकी ज़िंदगी बन गई। हर सुबह उसे देखने से दिन शुरू होता, और हर रात उसकी बातों में खोकर ही नींद आती।लेकिन राहुल नहीं जानता था कि जिसे वो मोहब्बत समझ रहा है, वो सिर्फ एक खेल ...Read More

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धोखा और कामयाबी - 2

“प्यार में धोखा खाने के बाद बना अमीर” का Part 2 है — जहां अब राहुल की ज़िंदगी में ऊंचाइयां भी हैं और नए इम्तिहान भी।---: “सपनों का शहर, अकेलेपन की सज़ा”मुंबई की रफ्तार में राहुल का नाम अब धीरे-धीरे गूंजने लगा था।महंगे ऑफिस, चमचमाती कार, और उसके काम की तारीफ देश-विदेश तक पहुंच रही थी।लेकिन...शाम को जब वो अपने पेंटहाउस में अकेले बैठता, तो शोर के बीच भी एक खामोशी उसके कानों में चीखती थी।उसने सब कुछ पा लिया था...बस वो "कोई" नहीं था, जो उसे बिना मतलब चाह सके।---: “फिर एक बार... प्यार?”एक बिज़नेस सेमिनार में उसकी ...Read More