(एक अधूरी मोहब्बत से शुरू हुई बादशाहत की कहानी)
पहला चैप्टर: "प्यार का नशा, फिर धोखे का ज़हर"
राहुल एक सीधा-सादा लड़का था। एक छोटे से शहर में रहता था, और सपने बड़े-बड़े देखता था। 12वीं क्लास में था जब उसे अपनी क्लासमेट श्रुति से प्यार हो गया। उसके लिए प्यार पहली बार हुआ था — सच्चा, मासूम और पूरी दुनिया को बदल देने वाला।
श्रुति उसकी ज़िंदगी बन गई। हर सुबह उसे देखने से दिन शुरू होता, और हर रात उसकी बातों में खोकर ही नींद आती।
लेकिन राहुल नहीं जानता था कि जिसे वो मोहब्बत समझ रहा है, वो सिर्फ एक खेल था — श्रुति का टाइमपास।
परीक्षा के बाद, जब रिज़ल्ट आया और राहुल ने इंजीनियरिंग का एडमिशन लेने के लिए कॉल किया, तो श्रुति ने फोन काट दिया। फिर चैट पर सिर्फ एक लाइन लिखी:
"प्लीज़ अब मुझे कॉल मत करना... तुम मेरे टाइप के नहीं हो..."
बस, उस एक मैसेज ने राहुल की पूरी दुनिया तोड़ दी।
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दूसरा चैप्टर: "टूटे दिल से बना स्टील का इरादा"
राहुल दो दिन तक कुछ खाया नहीं, दोस्तों से मिला नहीं। लेकिन तीसरे दिन उसने आईने में खुद से एक वादा किया:
"अब किसी लड़की के पीछे नहीं, बस अपने सपनों के पीछे भागूंगा।"
उसने एक लैपटॉप उधार लिया। दिन-रात YouTube पर स्किल्स सीखने लगा — वीडियो एडिटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, सब कुछ।
दिन में कॉलेज, रात में काम। नींद 4 घंटे की। दोस्तों की पार्टी मिस, लेकिन मेहनत फुल ऑन।
2 साल में ही उसने एक ऑनलाइन स्टार्टअप खड़ा कर लिया — "राहुल डिजीटेक"।
पहला क्लाइंट मिला अमेरिका से। फिर दूसरा ऑस्ट्रेलिया से।
21 की उम्र में उसका बैंक अकाउंट 7 अंकों में पहुंच चुका था।
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तीसरा चैप्टर: "वो फिर मिली..."
एक दिन, एक इवेंट में श्रुति फिर सामने आई — उसी ऐटीट्यूड और नकली मुस्कान के साथ।
लेकिन इस बार राहुल का सूट ब्रांडेड था, घड़ी Rolex की, और आंखों में डर नहीं — कहानी थी।
श्रुति पास आई और कहा, "तुम बहुत बदल गए हो राहुल..."
राहुल मुस्कुराया और बोला:
"तुमने जो किया, उसी ने मुझे बदल दिया।"
"मेहनत की चुप आवाज़"
जब दोस्त Instagram पर स्टोरी डालते थे – "लाइफ सेट है...", तब राहुल एक पुराने लैपटॉप पर देर रात तक बैठा होता था, आंखों में जलन लिए।
उसने अपने गांव के पास ही एक छोटा-सा कमरा किराए पर लिया, जिसमें एक चारपाई, एक टेबल और दीवार पर चिपका एक पुराना मोटिवेशनल पोस्टर था –
"Success is the best revenge."
वो रोज़ सुबह 6 बजे उठता, नाश्ता करता और फिर काम में जुट जाता।
लोग कहते थे – "पढ़ाई कर, नौकरी ले, ये ऑनलाइन वाला सब झूठ है।"
पर राहुल ने सुना नहीं।
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कमाई, पहला गर्व"
एक दिन उसके PayPal में नोटिफिकेशन आया –
"$175 received from Jason Roy – USA."
राहुल कुछ पल तक स्क्रीन देखता रह गया। यकीन नहीं हो रहा था।
उसने मां को फोन किया –
"मम्मी, आज पहला पैसा कमाया... डॉलर में!"
मां कुछ नहीं समझी, बस बोली –
"खुश रह बेटा, मेहनत रंग लाई..."
उस रात राहुल ने 30 रुपये की समोसे की पार्टी खुद को दी।
उसके लिए वो समोसा किसी 5 स्टार डिनर से कम नहीं था।
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"नाम बनता है, शोर मचता है"
धीरे-धीरे राहुल का काम बढ़ता गया। अब उसके क्लाइंट सिर्फ इंडिया में नहीं, दुबई, कनाडा और लंदन में भी थे।
उसने अपना खुद का ऑफिस खोला – एक छोटी सी टीम, लेकिन बड़ा सपना।
LinkedIn पर लोग उसके इंटरव्यू छापने लगे।
YouTube पर उसका नाम आने लगा – "The boy who turned heartbreak into a business empire."
लेकिन राहुल अब भी शांत था।
उसकी प्रोफाइल पर एक दिन श्रुति का मैसेज आया –
"Proud of you Rahul... तुम तो स्टार बन गए।"
राहुल ने सिर्फ देखा… और seen पर छोड़ दिया।
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अगर आपको ये स्टाइल अच्छा लग रहा है, तो मैं अगले चैप्टर्स में राहुल की ज़िंदगी में नए ट्विस्ट ला सकता हूँ —