छिछोरागंज — नाम जितना अजीब, इतिहास उससे भी ज़्यादा। ये गांव बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर एक ऐसा इलाका था, जहाँ न मोबाइल नेटवर्क था, न रोजगार। लेकिन अफवाहें इतनी तेज़ चलती थीं कि व्हाट्सऐप भी शर्मा जाए। यह गांव सिर्फ दो चीजों के लिए मशहूर था: पहला, यहाँ के *पंडित बबलू बाबा*, जो अपने आप को "ओझा ऑन ड्यूटी" कहते थे, और दूसरा – *ठकुराइन हवेली*। *ठकुराइन हवेली* का नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते थे। कहा जाता था कि वहाँ एक भूतनी रहती है — *रेखा* नाम था उसका। 1986 में उसका सपना था एक्ट्रेस बनने का, लेकिन ट्रैक्टर एक्सीडेंट में उसकी आत्मा एक्टिंग से पहले ही चल बसी।
भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1
"भूतनी के रिश्तेदार!"**अध्याय 1: हवेली में हल्ला*।छिछोरागंज — नाम जितना अजीब, इतिहास उससे भी ज़्यादा। ये गांव बिहार और प्रदेश की सीमा पर एक ऐसा इलाका था, जहाँ न मोबाइल नेटवर्क था, न रोजगार। लेकिन अफवाहें इतनी तेज़ चलती थीं कि व्हाट्सऐप भी शर्मा जाए।यह गांव सिर्फ दो चीजों के लिए मशहूर था: पहला, यहाँ के *पंडित बबलू बाबा*, जो अपने आप को "ओझा ऑन ड्यूटी" कहते थे, और दूसरा – *ठकुराइन हवेली*।*ठकुराइन हवेली* का नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते थे। कहा जाता था कि वहाँ एक भूतनी रहती है — *रेखा* नाम था उसका। ...Read More
भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 2
“भूतनी के रिश्तेदार” का अध्याय 2: TikTok वाली ट्रेजेडी — (भाग 2)---अध्याय 2: TikTok वाली ट्रेजेडीचुन्नीलाल को अब नींद आती थी — वजह: एक भूतनी जो रात के 2 बजे *डांस प्रैक्टिस* करना चाहती थी।भूतनी रेखा ने एक *पुराना ट्रांजिस्टर* से TikTok के जैसे गाने बजाने का जुगाड़ किया था, और चुन्नीलाल को जबरदस्ती कैमरामैन बना लिया।रेखा –"चल! तू फोन पकड़, मैं 'घाघरा' सॉन्ग पे रील बनाती हूं। अगर वायरल हो गया, तो डायरेक्टर की आत्मा भी मुझे ऑफर दे देगी।"चुन्नीलाल –"लेकिन फोन में बैटरी नहीं है… और तू भूत है! कैमरा में दिखेगी कैसे?"रेखा –"ओह, सही बात है। ...Read More