ये कहानी है एक चुलबुली - सी लड़की की , जिसका नाम है, दिया। दिया अपनी माँ व पापा की बहुत लाड़ली है। उसका एक छोटा भाई है । दिया की माँ एक गृहिणी है और दिया के पिता जी एक बड़े शहर में काम करते है। [ ] दिया का एक संयुक्त परिवार है- जिसमें ताऊ जी, ताई जी भी साथ रहते है। ताऊ जी और ताई जी दोनों सरकारी अध्यापक है। दोनों ही थोड़े गुस्से वाले है।
क्या यही है पहला प्यार? भाग -1
ये कहानी है एक चुलबुली - सी लड़की की , जिसका नाम है, दिया।दिया अपनी माँ व पापा की लाड़ली है।उसका एक छोटा भाई है ।दिया की माँ एक गृहिणी है और दिया के पिता जी एक बड़े शहर में काम करते है।[ ] दिया का एक संयुक्त परिवार है- जिसमें ताऊ जी, ताई जी भी साथ रहते है। ताऊ जी और ताई जी दोनों सरकारी अध्यापक है। दोनों हीथोड़े गुस्से वाले है।दिया की माँ एक गरीब से घर से है, तभी ज्यादा पढ़ाई नहीं पाई।इसलिए वो चाहती है कि दिया, डाक्टर बने। बचपन में तो दिया की माँ, ...Read More
क्या यही है पहला प्यार? भाग -2
दिया अपनी ताई जी को देखकर हैरान हो गयी।ताई जी दिया को लेकर कोचिंग ले गयी।दिया को बहुत चिंता रही है।दिया, ताई जी दिया के अध्यापक से मिलते है।दिया के अध्यापक दिया को देखकर हैरान हो जाते है कि दिया आज कक्षा में आई ही नहीं।ये सुनकर ताई जी का गुस्सा सांतवे आसमान पे चढ़ गया।दिया के अध्यापक - मैड़म, अच्छा है आप आ गयी।हम आज दिया की शिकायत करने के लिए फोन करने वाले थे। दिया का कक्षा में ध्यान नही रहता। उससे कोई भी सवाल पूछते है तो हमेशा गलत जवाब देती है।और आज तो उसकी सहेली ...Read More