तुम्हारी जैसी लड़की आज बहुत दिनों के बाद अपनी पसंद की जगह पे गया,ये वही जगह है जहाँ पे मैं अक्सर आता था "तुम पहले कभी आयी हो यहाँ ?", "नहीँ, कभी नहीँ ". "आप पहले कभी इस जगह पे मुझे नहीँ लाये ,कितनी खूबसूरत जगह है न ?",. विराज सर झुका के हल्का सा मुस्कुराता है ,पता नहीँ शायद वो अधुना की बेवकूफी पे मुस्कुरा रहा था या अपनी किस्मत पे ! "हाँ, तुम्हें लेके तो पहली बार ही आया हूँ ",! विराज के चेहरे पे एक शरारत से भरी मुस्कुराहट थी ये सुनके अधुना थोड़ा सा जलन फील करती है ! "अच्छा,मतलब मुझसे पहले किसी और को भी लेके यहाँ पे आये हैं ?", बताएं ना किसको लेके आये थे ?
ग़लती से इश्क़ हुआ - 1
Episode#1 तुम्हारी जैसी लड़कीआज बहुत दिनों के बाद अपनी पसंद की जगह पे गया,ये वही जगह है जहाँ पे अक्सर आता था"तुम पहले कभी आयी हो यहाँ ?","नहीँ, कभी नहीँ "."आप पहले कभी इस जगह पे मुझे नहीँ लाये ,कितनी खूबसूरत जगह है न ?",.विराज सर झुका के हल्का सा मुस्कुराता है ,पता नहीँ शायद वो अधुना की बेवकूफी पे मुस्कुरा रहा था या अपनी किस्मत पे !"हाँ, तुम्हें लेके तो पहली बार ही आया हूँ ",!विराज के चेहरे पे एक शरारत से भरी मुस्कुराहट थीये सुनके अधुना थोड़ा सा जलन फील करती है !"अच्छा,मतलब मुझसे पहले किसी और ...Read More
ग़लती से इश्क़ हुआ - 2
Episode#2 बूढा दीना पार्कशाम धीरे धीरे और गाढ़ी होती जा रही थी ,रात दस्तक देने वाली थी |रात के 9 बज गए थे और रात के 9 बजना मतलब लखनऊ के हिसाब से काफी रात होना ,आज काफी अच्छा वक़्त बीता अधुना के साथ ,वो भी खुश दिख रही थी। उसे देख के ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी बच्चे को पार्क में लाया गया हो ,जैसे बच्चों में होता है चीज़ों को एक्स्प्लोर करने की उत्सुकता बिल्कुल उसी तरह अधुना के अंदर भी थी दीना पार्क का ज़र्रा ज़र्रा छानने की उत्सुकता |"मेरे ख़्याल से अब हमें ...Read More