अनकहे रिश्ते"कभी-कभी जो हमें सहारा लगता है, वही हमारी सबसे बड़ी सीख बन जाता है।"यह वह दौर है जब जानवी के जीवन में पंकज आता है, एक ऐसा रिश्ता बनकर जो शुरुआत में तो सुकून देता है, पर धीरे-धीरे आत्मबोध की राह बन जाता है।यूपीएससी की तैयारी अब जानवी के जीवन का केंद्र बन चुकी थी। हर सुबह 5 बजे उठना, स्टडी शेड्यूल बनाना, कोचिंग की क्लास अटेंड करना, और रात को नोट्स तैयार करते हुए नींद में ही किताबों पर सिर रखकर सो जाना यही उसकी दिनचर्या थी।लोगों की भीड़ से अलग-थलग सी रहने वाली वो लड़की खुद को