वाजिद हुसैन सिद्दीक़ी की कहानीशबनम का कोचिंग आईएएस के लिए जाना जाता था। राशिद सर इस कोचिंग की पहचान बन चुके थे। उनका आईएएस में सिलेक्शन हुआ तो शबनम ने मुझे उनकी यह कहानी सुनाई।राशिद सर के पापा का नाम जावेद हबीब था। एक रात उसकी पत्नी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी। कोठरी से बच्चे के रोने की आवाज़ सुनकर उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। तभी दाई ने उसे पुकारा और यह मनहूस ख़बर सुनाई, 'तुम्हारी बीवी ने ज़नख़ा बच्चा जना था। यह जानकर उसका दिल बैठ गया और वह दुनिया छोड़कर चली गई। फिर कहा, 'ज़नख़े बच्चे