वीरा हमारी बहादुर मुखिया - 18

  • 579
  • 123

इशिता बेहोश हो चुकी थी जिसके कारण फाइरिंग रुक गई... खडगेल को इस बात का अंदाजा हो चुका था इसलिए वो बरगद के पेड़ की तरफ बढ़ने लगा... लेकिन सोमेश ने इशिता की तरफ बढ़ते हुए खड़गेल को रोक लिया और उसकी तरफ गुस्से में देखते हुआ बोला.... " वीरा जी से दूर रहो.. उन तक पहुंचने के लिए अभी मुझ से होकर जाना होगा.... " खडगेल जोर से हंसते हुए कहता है.... " एक बहादुर लड़की क्या आ गयी चूहों में भी शेर बनने की ठान ली है क्या.... " खडगेल उसे धक्का देता हैऔर अपने साथियो से उसे पकड़ने का