जब अस्पताल बच्चा में बदल गया वह एक अँधेरी रात थी . बिजली की डरावनी चमक , गड़गड़हट और बादलों के गरजने के बीच शहर के सिटी हॉस्पिटल के पोर्टिको में दो गाड़ियां आयीं . एक एम्बुलेंस था और दूसरा एक ऑटो रिक्शा . एम्बुलेंस से एक आदमी व्हीलचेयर ले कर उतरा . फिर वह एंबुलेंस के अंदर गया और एक गर्भवती औरत को सहारा देते हुए नीचे उतरा . वह औरत के साथ इमरजेंसी में गया . ठीक उसी समय ऑटो रिक्शा से भी एक आदमी उतरा . वह अस्पताल के बरामदे में पड़ा एक व्हीलचेयर ले कर आया