"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -२७)युक्ति का भाई रवि डोक्टर शुभम से बातचीत करते हुए बताता है रवि:-' यह निर्दोष हरि जरूर फंसने वाला है, मुझे लगा कि मुझे हरि के पास जाकर कहना चाहिए कि उसके आने से पहले ही यह घटना घट चुकी होगी। तभी पुलिस की गाड़ी का सायरन बज उठा।मैं डर गया था। मुझे चिंता थी कि पुलिस मुझसे पूछेगी कि मैं आधी रात को क्या कर रहा था। तो क्या जवाब दूं, कहीं हत्या का आरोप मुझ पर तो नहीं लग जाता। मैं धीरे-धीरे खिसकने की कोशिश कर रहा था कि तभी पुलिस