Pyar ki Arziya - 3 in Hindi Women Focused by Mini books and stories PDF | प्यार की अर्जियां - भाग 3

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प्यार की अर्जियां - भाग 3

"चंडीगढ़ का सबसे बड़ा SBI बैंक में स्वागत है......

ब्रांच मैनेजर संदीप रंधावा.......

संदीप अपने केबिन में रोज़ की तरह फाइनेंस करवाने वालों में भिड़ा हुआ है.."मिस सोनिया ये फाइल एप्रुवल हो गया बाकी मिस्टर भाटिया को दे दो जाकर आगे का प्रोसेस के लिए (फाइल देते हुए) अब कुछ देर बाद लोग चले जाते हैं केबिन से,, फिर फोन को उठाकर देखता है तो मिस कॉल बेबे की रहती है, तो फिर कॉल लगाता है "बेबे" को रिंग जाता है ..........सामने फोन उठाकर

"हेलो ...

संदीप : "पैरिपैना बेबे, कैसे फोन किया..??

बेबे : "जीवन्दा रह पुत्तर जी ,सब बधिया ..??

संदीप : "जी बेबे , चंगा जी..!!

बेबे : "पुत्तर जी हम चंडीगढ़ आ रहे हैं तेरे पापाजी कुछ दिनों से बीमार सीमार से चल रहे हैं,सुगर बीपी कंट्रोल ना हो रहा और सांस जल्दी फूल जा रही है ,तो कुछ टेस्ट करवाना है,एथे डॉक्टर ने लंबी-चौड़ी लिस्ट दिया है टेस्ट के लिए हम संडे तक आ रहें हैं आप रेलवे स्टेशन आ जाना लेने बारह बजे तक..??

संदीप : "अपने माथे को खुजलाते हुए ,जी बेबे मैं आ जाऊंगा स्टेशन लेने ..!!

बेबे : "कन्या को बता देना, वहीं हमें हॉस्पिटल लेकर जाएगी , कहीं बाहर जाने की होगी तो कैंसल करवा देना ,अब फोन रखती हुं पुत्तर जी आप काम में बिजी होंगे, और फोन कट करती है..!!

संदीप के रूम का भी दरवाजा नॉक होता है ,"कम इन ...

दरवाजा खुलता है और कन्या हाथ में लंच बॉक्स बैग लेकर आए हुए..

संदीप खुश होकर अपने सीट से उठकर ,"ओह मेरा लंच आ गया ,गुड आफ्टरनून "माई लव" (गले लगाकर )

कन्या : "संदीप कुछ परेशान थे क्या थोड़े...??

संदीप : "तुम बीवियों को हमेशा जासूस क्यो बनना रहता है ,चलो बैठो सोफे पर और लंच निकालो मुझे बहुत भूख लग रही है बांहों में भर कर चलते हुए , फिर सोफे पर बैठ जाते है दोनों ...!!

कन्या : " मेरे सवालों की जवाब ये नहीं था , मैंने पूछा कोई परेशानी है क्या..??(सोफे के पास रखें टी टेबल में बैग से लंच का डिब्बा निकलते हुए) ...!!

संदीप : " वो मेरे क्लाइंट को लेकर है , परेशानी तुम खाना दो यार ..!!

कन्या : "खाना तो मिल जाएगी लेकिन छुपाना चाहते हो तो कोई बात नहीं...!!

संदीप : "कन्या यार मैं तुम्हें कोई बात नहीं छुपाता ,सब सच बताता हु ," यार वो बेबे का फोन आया था वो संडे को पापाजी के साथ आ रही है (थोड़े माथे पर बल पड़े हुए )..!!

कन्या : "अच्छा , मम्मी जी आ रही है पापाजी के साथ तो अच्छी बात है 😊 ,प्लेट में खाना परोसकर संदीप को देते हुए ..!!

संदीप : " चहक तो ऐसे रही हो जैसे बड़ी कॉम्फोटेबल रहती हो बेबे के साथ (प्लेट लेते हुए) "मुझे नहीं पता तुम कितनी स्ट्रेस लेती हो उसकी कड़वी बातों से, याद है ना पिछले और उसके पिछले की बात या याद दिलाऊं ,पराठे के एक तूकड़ा हो सब्जी के साथ खाते हुए...??

कन्या : "इस बार थोड़ी मम्मी जी बदली होगी , की मैं ऐसी ही हुं, और मैं भी जानती हुं मम्मी जी ऐसी ही है तो, फिर मैं कोशिश करूंगी वो जैसा बोलेगी मैं वैसा करूं ,और उसके बताए सारे डिशेज अब मुझे आती है बनाना आपने जो सीखाया है...!!

संदीप : "गहरी सांस लेकर, बात अब खाने तक होगी ये कैसी कह सकती हो कन्या हर बार नया इश्यू बनाती है इस बार पता नहीं ,मैं तुम्हारे लिए डरता हुं , तुम्हारे दिल में चुभती है उनकी बात ,और तुम पुरानी कोई भी बात नहीं भूली हो अपने अतीत के (अपना एक रोटी का टुकड़ा कन्या को खिलाते हुए) ...!!

कन्या : " अब चुप होकर ,निवाला को चबाते रह जाती है कोई उत्तर नहीं दे पाती संदीप को...!!

संदीप : टॉपिक चेंज करते हुए,कभी कभी मुझे लगता है कि तुम साऊथ इंडियन हो तो सादा बिना तेल वाली खाना मन को शांत बनाए रखता है, और पंजाबी लोगों को मसाले दार खाना रहता है इसलिए दिमाग में मिर्ची लगी हुई होती है, तभी मिर्ची के तरह तीखे तेवर रहता है बातों में ,क्यो मैंने सही कहा ना..??

कन्या : " संदीप को बुरा ना लगे सोचकर ,शायद सही बोल रहे हो,, लेकिन आप तो ऐसे नहीं हैं ,आप बहुत अलग है सबसे, (थोड़े गंभीर शब्दों में बोलती है) फिर कल से, अब मैं रोज़ पंजाबी डिशेज बनाऊंगी वो भी तीखी, देखती हुं फिर मेरे स्वभाव में चेंज होती है या नहीं..!!

संदीप : " कन्या के पास आकर , नहीं मेरी कन्या को वैसे ही रहने दो चेंज मत करना मैं उसके बैगर जी नहीं पाऊंगा ...!!

कन्या : " संदीप आप मुझसे इतना प्यार क्यो करते हो , मैंने आपको कोई खुशी नहीं दे पाई फिर भी (संदीप के गाल पर अपना हाथ रख देती है )...!!

संदीप : "प्यार 😊..पता नहीं कैसे हुआ, पर बेइंतिहा प्यार करता हूं तुमसे कन्या , बेबे जब तुम्हें भला बुरा कहती हैं तो उनके शब्द तीर की तरह चलती है मेरे दिल में,और जब वो हमारे पास आती है तो, रोज़ तुम्हें अग्निपरीक्षा में घेर देती है , तुम्हें अग्निपरीक्षा में घिरे हुए देखता हूं तो बेचैन हो जाता हुं जैसे मैं आग में जल रहा हूं ,वो तुम्हें क्यो नही समझती ,वो जानती है मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं उसे,,( कन्या को सीने से लगाते हुए)...!!

कन्या : "संदीप , इतना मत सोचो प्लीज़ आप परेशान होंगे तो मुझे कौन संभालेगा मैं आपको देखकर हर ग़म सह सकती हुं ..!!

संदीप : " कन्या के माथे पर किस करके , इसलिए तुम पर और प्यार आता है "माई लव , और बेबे को लगता है कि तुम काले जादू कर दी हो उसके पुत्तर पर ,क्यो लव-मैरिज को लोग एक्सेप्ट नहीं करता है ऊपर वाले ने हमारी जोड़ी बनाई है तभी तो हम शादी के बंधन में बंधे हैं..!!

तभी दरवाजा नॉक होता है ... संदीप और कन्या दोनों थोड़े अलग होता है ,"कम इन कौन है...??

मिस सोनिया : " सर मैं सोनिय हुं,अंदर आते हुए, मुस्कुराकर कन्या को "गुड आफ्टरनून मैम,"सर एक थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत आया है,, सर क्या उसे भेज दूं..??

"कन्या भी मुस्करा कर ,"गुड आफ्टरनून सोनिया जी..!!

संदीप : "पानी के बोतल लेकर , "उसके सारे पेपर्स मिस्टर आहुजा से चेक करवाओ फिर भेजना जब सब ओके हो तो ( पानी पीने लगता है)...!!

मिस सोनिया : "ओके सर ,और रूम से बाहर जाती है दरवाजा बंद करते हुए..!!

कन्या : "समान समेटते हुए , अच्छा खाना हो गया है तो मैं घर जाती हुं प्रीतो आंटी (नौकरानी) आ जाएगी काम करने के लिए
फिर एक बैग में सारा लंच बॉक्स रख देती है और पानी के बोतल संदीप से लेकर खुद भी पीती है ...!!

संदीप खड़े होकर अपने कपड़े ठीक करता है और वाशरूम जाकर वाशबेसिन में हाथ धोते हुए, कन्या आज घर में चेक करना क्या समान चाहिए बेबे के आने से पहले किचन में कोई चीज की कमी नहीं होना चाहिए ...??

"कन्या भी हाथ धोने वाशरूम के पास जाकर खड़े होती है और बात करती है "हां, ठीक है फिर समान लेने कब जाएंगे आज शुक्रवार है कल शनिवार है फिर संडे को वो लोग आ ही जाएंगे...??

"संदीप वाशरूम से बाहर निकलते आज या कल चलते हैं आज देखता हुं मैं ऑफिस से कितने बजे तक घर निकल पाऊंगा नहीं तो कल हाफ डे रहेगा तभी चल पड़ेंगे ..!!

कन्या वाशरूम जाकर हाथ धोती है और वापस आकर," ठीक है, मैं लिस्ट रेडी रखती हुं, आपको जब समय मिले हम चले जाएंगे ,अब मैं चलूं घर...??

संदीप कन्या के पास गले लगाकर मुस्कुराते हुए ओके "माई लव " और सुनो बेबे के बारे में कम सोचना इस बार बिल्कुल भी नहीं डरना मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं समझी , अच्छा चलो जाओ मेरे क्लाइंट इंतजार में होगा ,और कन्या घर जाकर फोन करना मुझे, और ड्राइवर से कहना थोड़ा धीरे ड्राइव करके ले जाए ...!!

कन्या : " ओके बाबा बोल दूंगी और फोन भी करूंगी बाय और रूम से बाहर जाती है तो संदीप भी पीछे दो कदम दरवाजे तक जाता है कन्या को छोड़ने के लिए ....!

एक घंटे बाद ..

"कन्या अपने अपार्टमेंट में आती है और गाड़ी से बैग पकड़कर उतरती है, उसी पार्किंग फ्लोर में एक और गाड़ी आकर रुकती है ..."तभी उस गाड़ी से उतरते हुए एक महिला तेज आवाज में बोलते हुए "कन्या पुत्तर संदीप पुत्तर के लिए लंच लेकर गई थी....??

कन्या उसके बातों का जवाब देते हुए खड़े होती है ,"जी शर्मा आंटी ..!!

मिसेज शर्मा कन्या के पास जाती हुई : "अच्छा ,तुम सुबह जॉगिंग के लिए नहीं जाती पुत्तर ..??

कन्या : "नहीं आंटी , जाऊंगी सोचती हुं ,मेरे उठने से पहले ही संदीप उठकर जॉगिंग के लिए निकल जाते हैं , फिर अकेले जाने का मन नहीं करता वैसे भी नाश्ता की भी तैयारी करनी होती है..!!

मिसेज शर्मा : "एक बात बोलूं पुत्तर , आसपास की सारी औरतें संदीप को घूरते रहती है , संदीप की नज़र भी उतार दिया कर ..!!

कन्या : "मुस्कुराते हुए सिर हिलाकर,जी अच्छा..!!

मिसेज शर्मा : "पुत्तर मुस्कुराने की बात नहीं है , संदीप पुत्तर सबसे प्रेम से बात करता है यहां कौन उससे प्रभावित नहीं है सभी उसके स्वभाव का गुणगान करते हैं ऐसा मुंडा हमारे अपार्टमेंट में कोई नहीं है सभी सुबह-सुबह से काम के बात करता सलाह लेता है संदीप से ....."उसी समय कोई और आकर कन्या पुत्तर मिसेज शर्मा सबको पहचानती है उसे रहते यहां दस साल हो गए हैं...!!

कन्या :😊 "नमस्ते आंटी ...!!

मिसेज शर्मा : "हां ,आप भी तो पुरानी है मिसेज खुराना भले ही आप मुझसे दो साल बाद आई हो 😊....??

कन्या , "आप दोनों आंटी बात कीजिए प्रीतो कामवाली बाई आ रही है,मैं चलती हूं आइएगा बैठने हमारे घर पर 😊,मैं चलती हूं,बोलकर जाती है फ्लैट के तरफ...!!

क्रमश...........

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