Garib ki Izzat - 4 in Hindi Women Focused by Kishanlal Sharma books and stories PDF | गरीब की इज्जत - पार्ट 4

Featured Books
Categories
Share

गरीब की इज्जत - पार्ट 4

जब वह गहरी नींद में चली गयी तब उसने मोके का भरपूर फायदा उठाकर उसकी इज्जत लूट ली थी।
बदहवास,परेशान घर लौटते समय लाजो उस दानव जंगलात के अफसर के बारे में ही सोच रही थी।औरत को सबसे ज्यादा अपनी अस्मत प्यारी होती हैं।इज्जत औरत की दौलत है।आबरू की रक्षा के लिए वह अपने प्राण भी दे सकती है।इज्जत,इज्जत होती है।वह चाहे गरीब औरत की हो चाहे अमीर औरत की।इज्जत की रक्षा के लिए पद्मावती जैसी न जाने कितनी औरतों ने जौहर करके अपने प्राण दे दिए।
लाजो सोच रही थी।वह अपनी इज्जत लूटने वाले से बदला जरूर लेगी।अपने पति जस्सो को जंगलात के अफसर की नीच करतूत के बारे में बताएगी।उसका पति काम से लौट आया होगा।उसे घर पर न देखकर गुस्सा हो रहा होगा।और जब लाजो से उसके साथ घटित घटना के बारे में सुनेगा तो वह आग बबूला हो जाएगा।हो सकता है क्या शायद हो ही जाए कि वह सबसे पहले उसे ही पीट डाले।
फिर वह पत्नी की इज्जत लूटने वाले से बदला लेने को उतारू हो जाये।हो सकता है वह पत्नी के साथ हुए बलात्कार की रिपोर्ट लिखाने के लिए थाने जा पहुंचे।आजकल सरकार ने महिला अपराध के खिलाफ नियम सख्त बना दिये है।बलात्कार तो बहुत बड़ा अपराध है।
हो सकता है, वह पुलिस के पास न जाकर खुद ही जंगलात के अफसर से बदला लेने के लिए उतारू हो जाये।वह स्वयं ही जंगलात के अफसर के पास जा पहुंचे।जस्सो बलिष्ठ नौजवान है।वह जंगलात के अफसर के हाथ पैर तोड़ सकता है।हो सकता है गुस्से में उसकी हत्या ही कर दे।
अगर जस्सो ने पुलिस में पत्नी के साथ हुए बलात्कार की रिपोर्ट लिखाई तो पुलिस उसे भी जरूर बुलाएगी।पुलिस वाले उससे भी तरह तरह के सवाल पूछेंगे।ऐसे ऐसे सवाल जिनके जवाब देते हुए भी शर्म लगे।
अगर जस्सो ने जंगलात के अफसर को पीटा तो हो सकता है जंगलात का अफसर पुलिस में रिपोर्ट कर दे,तो हो सकता है पुलिस उसके पति को पकड़ कर जेल में डाल दे।अगर गुस्से में जस्सो ने जंगलात के अफसर की हत्या कर दी तो?
फिर तो पुलिस जरूर उसके पति को गिरफ्तार कर लेगी।फिर उस पर हत्या के केस में कोर्ट में मुकदमा चलेगा।हो सकता है उसके पति को फांसी की सजा हो जाये।अगर फांसी हो गयी तो वह विधवा हो जाएगी।और अगर आजीवन सजा हुई तब भी पति से उसे दूर रहना पड़ेगा।अनेक प्रश्न उसके मन मे उठ रहे थे।जिनका उत्तर उसे नही सूझ रहा था।तब वह अपने सिर को झटका देते हुए बोली
जो भी होगा देखा जाएगा लेकिन वह मन ही मन मे सोच रही थी।वह धोखे से उसे अपनी शराफत के जाल में फंसाकर उसकी आबरू लूटने वाले को हरगिज नही छोड़ेगी।वह उसे उसके किये की सजा दिलाकर ही रहेगी ताकि फिर वह किसी दूसरी औरत के साथ ऐसी नीच हरकत न कर सके।
राह चलते चलते न जाने क्या क्या मन ही मन मे सोचती हुई लाजो अपने घर पहुंची थी।लाजो यह सोच कर आई थी कि उसका पति घर लौट आया होगा।पर उसका ऐसा सोचना गलत निकला था।उसका पति अभी तक घर नही लौटा था।लाजो का मन उचाट और उदगिनन था।