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चेहरे पर हँसी दिल में दर्द समेटे हैं हमने हँसी का नकाब पहनकर अनगिनत सितम झेले हैं हमने कोई पास आकर तो पूछे हमसे दिल के दर्द को छुपाने में अंदर ही अंदर कितने जख्म झेले हैं हमने -Devaki Ďěvjěěţ Singh
तुम दूर होकर भी मेरे हृदय में निवास करती हो यह प्रेम ही तो है जो हर जगह मुझे सिर्फ तुम दिखाई देती हो -Devaki Singh #quotesbydevakisingh
आंखें बंद करके तुमने अपना प्यार छुपा लिया नजरअंदाज करके हमसे अपने दिले ऐहसास छुपा लिया याद करते हो बड़ी शिद्दत से हमें न चाहकर भी ये बात हमारे दिल को बता दिया -Devaki Ďěvjěěţ Singh
आज जरा मुस्कुराते हैं भेदभाव को भूलकर प्यार से एक दूजे को गले लगाते हैं खुशियाँ बाँटकर सबके साथ मकर संक्रांति का त्यौहार मनाते हैं आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏 🌞प्रात:कालीन स्नेह वंदन🌞 🌹हर हर महादेव🌹
मन ही मन में बसे हो श्याम मन ही मन मे तुझसे प्रीत मन ही मन मैं तुझसे करूँ बातें मन ही मन के तुम हो मनमीत 🙏जय श्री राधे कृष्णा 🙏 प्रात: कालीन स्नेह वंदन #quotesbydevakisingh
शायरी भी बहुत कमाल करती है हमारे दिले जज्बात को कलम के माध्यम से उड़ेल देती है -Devaki Singh 08.19
ऊपर ऊपर हँसते हैं अंदर अंदर जलते हैं किसी के दिल का क्या कहें अंदर कितने परत छुपे होते हैं -Devaki Singh 08.19
भूलकर भी कभी ख्यालों में भी तेरा ख्याल न आए पर डर लगता है सामने आ जाओ तुम कभी तो कहीं इन आँखों से ज़ज्बात उमड न आए -Devaki Singh 08.19
देखते ही देखते वो मेरी जिन्दगी से जुदा हो गयी कभी वो जिन्दगी थी मेरी और आज हमेशा के लिए मेरी जिन्दगी से खफा हो गयी -Devaki Singh 08.19
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