गम के बादल बार बार क्षाऐंगें व जी भर कर तकलीफें बरसाऐंगें, हमे बस करना इतना है की हिम्मत और धर्य को शस्त्र बनाकर, लोहे सा बनजाना है,तुफान बन कर इन गम के बादलों का रुख बदल देना है।
-- Anushruti Priya
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