दिल जो टूटा सो टूटा मेरा,
पर चोट वहाँ भी लगी होगी…
मैं तो खामोशी में बिखर गया,
वो भी अंदर ही अंदर रोई होगी।
मेरी रातों में तो आँसू थे,
उसकी नींद भी कहाँ पूरी हुई होगी…
मैं बस टूटने का किस्सा हूँ,
वो पछतावे में कहीं खोई होगी।
मेरा दर्द तो सबको दिख जाता है,
उसका ग़म किसे पता हुआ होगा…
दिल जो टूटा सो टूटा मेरा,
दर्द तो उसको भी हुआ होगा।
आर्यमौलिक