शि - शिक्षा देना जिसका अधिकार है ।
क्ष - क्षमा करना जिसका धर्म है ।
क - कर्तव्यनिष्ठ होना जिसका गुण है ।
वह शिक्षक है जो एक माली बनकर अपने अथक श्रम से नन्हे पौधों का सिंचन करके उन्हें विशाल वृक्ष में परिवर्तित कर देता है । इतना विशाल और सक्षम कि वह वृक्ष स्वयं दूसरों को प्रतिफल देने के योग्य हो जाता है ।
उषा जरवाल ‘एक उन्मुक्त पंछी’