दीपिका पादुकोण की सोच से प्रेरित विचार ✨
मैंने एक बार अख़बार में दीपिका पादुकोण का इंटरव्यू पढ़ा था।
उसमें उनसे पूछा गया था –
"अगर किसी का तलाक हो जाए या किसी का पति आपको पसंद आ जाए
तो क्या आप उससे शादी कर लेंगी?"
दीपिका का जवाब मुझे हमेशा याद रहेगा –
उन्होंने कहा:
"मैं किसी का पति नहीं छीनूँगी।
मैं किसी और का हक नहीं मारूँगी।
अगर कोई शादीशुदा है, तो उसका घर-परिवार उसका है,
मुझे उसमें जगह नहीं चाहिए।"
दीपिका की यह सोच मुझे बहुत पसंद आई।
क्योंकि आजकल जहाँ कई लोग बिना सोचे-समझे
किसी के रिश्ते में दखल देते हैं,
वहाँ यह बात याद दिलाती है कि
सच्चा प्यार किसी का हक छीनकर नहीं मिलता,
बल्कि अपने हिस्से की खुशी ढूँढने में है।
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