कितनों ने कोशिश की हमें जुदा कराने की,
रिश्ते में दरारें डालकर दिल बहलाने की।
पर मेरी हर प्रार्थना भोलेनाथ से यही रही,
कि शिव–शक्ति जैसे, हमारी डोर कभी न ढही।
तुम अपनी बातों में मुझे बसाते हो,
और लोग चेहरे बदलकर किस्से सुनाते हो।
तुम्हारे सीधेपन का लोग फ़ायदा उठाते हैं,
हममें दरारें डालकर झगड़े करवाते हैं।
वो तुम्हें बहकाते हैं, मुझे बुरा बताते हैं,
ताकि हमारा रिश्ता कमजोर होकर टूट जाए।
पर मेरी दुआएँ गवाह हैं इस प्रेम की,
मरते दम तक मैं तुझसे कभी न छूट पाऊँ।