💌 Parahearts Family,
"वो जो चुपके से देखा करता था" सिर्फ़ एक कहानी नहीं है… ये मैं हूँ। मेरा बचपन, मेरी यादें, मेरी चुप्पियाँ, और वो पल जो मैंने जीये, महसूस किये, और सँभाल कर रखे थे।
ये पन्नों में सजी बातें काग़ज़ पर शब्द नहीं बनीं, बल्कि मेरे दिल से निकलकर आप तक पहुँची हैं।
आपने मुझे ‘एक लेखक’ की तरह नहीं, बल्कि ‘मुझे’ पढ़ा…
दिल से धन्यवाद, कि आपने इस कहानी में मेरा अक्स पहचाना।
मैने कभी नहीं सोचा था कि लोग इस को इतना प्यार देंगे!की ये पोपुलर नोवेल्स में आएगा!
फिर से धन्यवाद ,
आपके साथ होना… मेरी सबसे बड़ी कमाई है।
आप हैं तो मैं हूँ। ❤️
– आपकी,
Diksha