“सुबह के बदले शाम हुई
फूल खुशी के खिल ना सके
आँख मिली दिल मिल ना सके
देख लिया अंजाम-ए-वफ़ा
भूलने वाले याद ना आ ...
दिल से मिटा उल्फ़त का निशां
तुझसे हमारा प्यार कहाँ ?
प्यार का नाता तोड़ यहीं
गीत अधूरा छोड़ यहीं
मैं भी ना गाऊं तू भी ना गा
भूलने वाले याद ना आ ...
💕
- Umakant